Astro Tips: जानिए तुलसी पौधे के ज्योतिषीय उपाय..
लखनऊ। तुलसी का पौधा हिन्दू धर्म में काफी पवित्र माना जाता है। तुलसी की दो प्रधान प्रजातियाॅ है। एक हरी पत्तियों वाली और दूसरी की पत्तियाॅ कुछ बैंगनी रंग की तरह होती है, जिसे कृष्णा तुलसी कहते है। तुलसी की पत्तियों में एंटीबाॅयटिक गुण होता है, इसकी पत्तियों को जल में डालने से जल विशुद्ध हो जाता है। तुलसी को विष्णु प्रिया भी कहा गया है। तुलसी औष्धियों गुणों की खान है।
आइए जानते है तुलसी के और क्या-क्या फायदे हैं....
- गृह प्रवेश में दोष निवारण-यदि आपके घर में वास्तुदोष का प्रभाव है तो आंगन में एक तुलसी का पौधा लगायें, उत्तर दिशा में पानी से भरा एक कलश रखें। ये उपाय करने से वास्तु दोष का असर कम हो जाता हैं।
- नजर लगना-बच्चे, वृद्ध, जवान, जिस किसी को भी नजर लगी हो, तो तुलसी के पाॅच दाने लेकर उसमें पाॅच काली मिर्च मिलाये और इन्हें हाथ से साफ करके मुठठी में बंद करके 21 बार ओम् का जाप करके इन पत्तों और काली मिर्च को रोगी को खिला दें एवं दो मिनट तलवों पर हाथ फेरते रहने से नजर दोष का असर समाप्त हो जाता है।
- सर्व सिद्धि व सफलता हेतु-रविवार पुष्य नक्षत्र के दिन तुलसी की पूर्व में प्राप्त की जड़ को गंगा जल एवं धूप-दीप से पूजा करके दाहिने हाथ में बाॅध लें तो सब कार्यो में सफलता की उम्मीद बढ़ जाती है तथा अधिकारी वर्ग प्रसन्न रहने लगता है।
आकर्षण के लिए
यदि आप चाहते है कि लोग आप से प्रभावित होकर आपकी बातों पर गौर करें तो शनिवार को तुलसी के कुछ बीज लेकर उन्हें पीस लें फिर इस चूर्ण को सहदोई के रस में अच्छी तरह मिला लें तथा कामदेव के मन्त्र का एक हजार बार जप करके इस लेप को तिलक के रूप में नियमित लगाने से आपके व्यक्तित्व में निखार आने लगता है।
घर में हर तरफ से सुख-शान्ति व समृद्धि बनी रहेगी
- सकारात्मक ऊर्जा हेतु-अगर आपके घर में दरवाजे के दोनों तरफ एक-एक तुलसी का पौधा लगा है तो विश्वास मानिए कि आपके भवन में किसी भी प्रकार की नकारात्मक ऊर्जा प्रवेश नहीं होगा और घर में हर तरफ से सुख-शान्ति व समृद्धि बनी रहेगी।
- व्यापार वृद्धि के लिए-व्यवसाय में उन्नति नहीं हो पा रही हो तो श्यामा तुलसी के चारों ओर उगी खरपतवार को गुरूवार के दिन एक पीले कपड़े में बाॅधकर व्यवसाय स्थल में रख देने से प्रगति होने लगती है।
- वीर्य सम्बन्धी रोग-कोई भी पुरूष अगर वीर्य सम्बन्धी रोग से पीड़ित है तो तुलसी की जड़ को पीसकर पानी में रखकर खाने से वीर्य पुष्ट हो जाता है और सतम्भन शक्ति बढ़ती है।
- ह्रदय रोग-जो लोग ह्रदय रोग से पीड़ित है, उन्हें नित्य सुबह खाली पेट तुलसी की पाॅच पत्तियों को साफ करके चबा-चबाकर खानी चाहिए। ऐसा नियमित करने से कोलोस्ट्राल कम हो जाता है।
जो लोग ह्रदय रोग से पीड़ित है....
भूतोन्माद
जब व्यक्ति भूतोन्माद से पीड़ित हो और वह जोर-जोर चिल्ला रहा हो, तब तुलसी पत्र को जल में डालकर सात परिक्रमा करके जल छिड़कते जायें। अन्त में तुलसी पत्र पिला देंने से भूत-बाधा भाग दूर हो जाती है और व्यक्ति स्वस्थ्य हो जाता है।
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