
Surya Grahan 2022: तुला राशि में लगेगा खंडग्रास सूर्यग्रहण, जानिए क्या होगा राशियों पर प्रभाव?
खंडग्रास सूर्यग्रहण: कार्तिक अमावस्या 25 अक्टूबर 2022 मंगलवार को आ रहा खंडग्रास सूर्यग्रहण स्वाति नक्षत्र और तुला राशि में लग रहा है। वर्तमान में सूर्य भी तुला राशि में ही चल रहा है जो सूर्य की नीच राशि है। जिन लोगों का जन्म नक्षत्र स्वाति हो और जन्मलग्न या जन्मराशि तुला हो उनके लिए यह ग्रहण अशुभ फलकारक रहेगा। ग्रहण सायं 4 बजकर 41 मिनट पर प्रारंभ होगा और मोक्ष सूर्यास्त के समय सायं 5 बजकर 53 मिनट पर होगा। ग्रहण की कुल अवधि 1 घंटा 12 मिनट रहेगी। सूर्यग्रहण का सूतक 12 घंटे पहले अर्थात् सूर्योदय पूर्व प्रात: 4 बजकर 41 मिनट से प्रारंभ हो जाएगा।

ग्रहण के दौरान ग्रह स्थिति
सूर्यग्रहण के दौरान सूर्य, चंद्र, शुक्र और केतु चारों ग्रह तुला राशि और स्वाति नक्षत्र में रहेंगे। स्वाति के स्वामी राहु हैं इसलिए इन ग्रहों की राशि वालों को सतर्क रहने की आवश्यकता है। इसके साथ ही सूर्य, चंद्र, शुक्र और केतु के साथ बृहस्पति का षडाष्टक योग भी बना हुआ है। इससे सत्कर्म में कमी आएगी। लोगों में आपसी मतभेद बढ़ेंगे। संयम की कमी आएगी।
राशियों पर प्रभाव
- श्रेष्ठ : मेष, सिंह, वृश्चिक, कुंभ
- मध्यम : मिथुन, कन्या, धनु, मकर
- अशुभ : वृषभ, कर्क, तुला, मीन

राशियों पर प्रभाव
मेष : सप्तम भाव में ग्रहण होगा। आर्थिक परेशानी से राहत मिलेगी, आय बढ़ेगी, व्यापारी को लाभ, समाज में सम्मान बढ़ेगा। ग्रहण के दौरान हनुमान उपासना करें।
वृषभ : छठे स्थान रोग भाव में ग्रहण होगा। आपके कामकाज अटकेंगे, स्वास्थ्य बिगड़ेगा, विरोधी और कर्जदार परेशान करेंगे। शुक्र की राशि में ग्रहण होने से परेशानी बढ़ेगी। ग्रहण के दौरान श्रीसूक्त का पाठ करें।
मिथुन : पंचम स्थान संतान भाव में ग्रहण होगा। इस राशि पर शनि का ढैया है इसलिए संतान को कष्ट रहेगा। संतान की चिंता रहेगी। आय से ज्यादा खर्च होगा। पारिवारिक तालमेल बिगड़ेगा। ग्रहण के दौरान विष्णु सहस्रनाम का पाठ करें।
कर्क : चौथे स्थान सुख भाव में ग्रहण होगा। पारिवारिक कलह होगी। दुखी होगा, वाहन भवन संबंधी परेशानी आएगी। अगले 15 दिन विवेकपूर्ण निर्णय लें। परेशानियों का समाधान बातचीत से ही निकलेगा। महामृत्युंजय मंत्र का जाप करें।
सिंह : पराक्रम भाव में ग्रहण होगा। ग्रहण शुभ है। नौकरी में अवसर, उच्चाधिकारियों से तालमेल अच्छा रहेगा। लंबे समय से चल रही परेशानी व पारिवारिक कलह दूर होगी। नाम बढ़ेगा। किस्मत चमकेगी। आदित्यहृदय स्तोत्र का पाठ करें।
कन्या : द्वितीय स्थान धन-वाणी के भाव में ग्रहण होगा। ग्रहण सामान्य रहेगा। मेहतन का फल मिलेगा। नौकरी में परेशानी आएगी। नौकरी फिलहाल न बदलें। धैर्य से काम लें। निवेश में सतर्क रहें। विष्णु सहस्रनाम का पाठ करने से परेशानी कम होगी।
तुला : इसी राशि में ग्रहण हो रहा है। शुभ नहीं है। शनि का ढैया है। गुस्से पर नियंत्रण रखें। नौकरी मे साजिश के शिकार होंगे। आर्थिक परेशानी आएगी। स्वास्थ्य खराब होगा। वाहन चलाते समय सावधानी रखें। श्रीसूक्त का पाठ करें।
वृश्चिक : द्वादश भाव में होगा। आर्थिक पक्ष को सहारा मिलेगा। आय ज्यादा होगी तो खर्च भी अधिक होगा। अपमान अपयश जैसी स्थिति आएगी लेकिन आप संभाल लेंगे। व्यापार शुभ है। निवेश करें। बजरंग बाण का पाठक करें।
धनु : लाभ भाव 11वें भाव में ग्रहण होगा। किसी को पैसा उधार न दें। हालांकिपद और पैसा बढ़ेगा। करियर में सफलता मिलेगी। समाज में सम्मान-पद बढ़ेगा। व्यापारी को लाभ, विरोधी परास्त होंगे। गीता के दसवें अध्याय का पाठ करें।

मकर : आपके दशम भाव में ग्रहण होगा। साढ़ेसाती का अंतिम चरण है। किसी भी काम में जल्दबाजी न करें। व्यापार मे लाभ, बड़ा प्रोजेक्ट मिलेगा। नौकरी में शुभ अवसर आएंगे। करियर आगे बढ़ेगा। सुंदरकांड का पाठ करें।
कुंभ : भाग्य भाव में ग्रहण होगा। साढ़ेसाती चल रही है लेकिन किस्मत का साथ मिलेगा। काम पूरे होंगे। विदेश यात्रा के योग बनेंगे। धन बढ़ेगा। आत्मविश्वार बढ़ेगा। संतान के कार्यो में परेशानी। शनि के मंत्र का पाठ करें। हनुमान चालीसा का पाठ करें।
मीन : अष्टम मारक भाव में ग्रहण शुभ नहीं है। धन यश की हानि, अनचाहे खर्चे होंगे। दांपत्य में कलह हो सकती है। परिवार में विवाद हो सकता है। अहंकार बढ़ेगा। स्वास्थ्य खराब होगा, वाणी में तल्खी आएगी। रामचरितमानस का अरण्यकांड पढ़ें।
क्या दान करें
स्वाति नक्षत्र में ग्रहण होने से राहु से संबंधित वस्तुओं गेहूं, उड़द, गोमेद, लाल गाय, लाल चंदन, मिठाई, तिल, तेल, लोहा, सात अनाज, सोने का दान करें। तुला राशि में ग्रहण हो रहा है इसलिए चांदी, स्फटिक, चावल, दूध, दही, इत्र, सफेद चंदन, श्रंृगार की सामगी्र का दान करें।
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