जानिए शनि की साढ़ेसाती आप पर कब शुरू होगी और कब होगा अंत?
लखनऊ। एक राशि पर शनि ढाई वर्ष रहता है। शनि जन्म राशि से 12वें भाव, पहले भाव या दूसरे भाव में गोचर करेगा तब साढ़ेसाती शुरू होती है। जैसे-इस समय शनि धनु राशि में शनि भ्रमण कर रहा है। मान लीजिए आपकी राशि मकर है और शनि धनु राशि में गोचर करेगा तो धनु से दूसरा स्थान मकर राशि हुई। अतः मकर राशि साढ़ेसाती प्रारम्भ हो रही है। शनि गोचर से 12वें स्थान पर हो तो साढ़ेसाती सिर पर रहेगी, शनि जन्म राशि में हो तो साढ़ेसाती ह्रदय पर रहेगी और यदि शनि जन्म राशि से दूसरे स्थान में हो तो साढ़ेसाती पैर पर रहेगी। वर्तमान में वृश्चिक, धनु व मकर राशि में साढ़ेसाती का प्रकोप चल रहा है।
इन तीन राशियों पर शनि की साढ़ेसाती का प्रकोप चल रहा है...
साढ़ेसाती का असर
- वृश्चिक- इस राशि पर शनि की साढ़ेसाती 5 नवम्बर सन् 2011 से प्रारम्भ हुई थी, जो 24 जनवरी सन् 2020 तक चलेगी। पैरों पर साढ़ेसाती रहने के कारण वृश्चिक राशि वालों को सावधान रहना होगा। गठिया रोगियों को अपने खान-पान पर विशेष सावधानी बरतनी होगी। इस राशि में जिनका जन्म ज्येष्ठा नक्षत्र में हुआ है, उन्हें अपने कार्यो के प्रति विशेष सर्तक रहना होगा। मित्रों से धोखा, स्वास्थ्य में उतार-चढ़ाव एंव कर्ज व व्याज आदि में हानि उठानी पड़ सकती है। इस राशि वालों को इन दिनों यात्राओं से बचना होगा। सोंच-समझकर ही निवेश करें अन्यथा हानि हो सकती है।
- धनु- शनि की साढ़ेसाती का प्रारम्भ 02 नवम्बर सन् 2014 को हुआ था, जो 17 जनवरी सन् 2023 को समाप्त होगा। यानि जनवरी 2023 में आप शनि की साढ़ेसाती से मुक्त हो जायेंगे।धनु राशि वालों पर साढ़ेसाती धन हानि, शारीरिक पीड़ा, कार्यो में रूकावट, परिवारिक समस्याओं से जूझना होगा। क्रोध पर नियन्त्रण रखना होगा अन्यथा और मुसीबत में फॅस सकते है। इस वर्ष की अपेक्षा अगले वर्ष इस राशि वालों को विशेष कष्ट का सामना करना पड़ सकता है। खासकर ह्रदय रोगियों को विशेष सावधान रहने की जरूरत है। खान-पान में सावधानी बरतें वरना नयें लोग भी ह्रदय रोग से पीड़ित हो सकते है।
-
मकर-
इस
राशि
वालों
पर
शनि
की
साढ़ेसाती
का
प्रारम्भ
26
जनवरी
सन्
2017
को
हुआ
था,
जो
29
मार्च
सन्
2025
तक
रहेगा।इन्हें
धन,
परिवार,
स्वास्थ्य
आदि
से
सम्बन्धित
रूकावटें
आयेंगी।
रिस्की
कार्यो
से
बचना
होगा।
व्यापारी
वर्ग
को
ज्यादा
निवेश
करने
से
बचना
होगा।
स्वास्थ्य
के
मामलें
में
की
गई
लापरवाही
मंहगी
साबित
हो
सकती
है।
मकर
राशि
शनि
की
ही
राशि
इसलिए
शनिदेव
आपको
ज्यादा
परेशान
नहीं
करेंगे।
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भविष्य में इन राशियों पर साढ़ेसाती आने वाली है
- मेष-29 मार्च सन् 2025 से 31 मई सन् 2032 तक इस राशि पर शनि की साढ़ेसाती का प्रभाव रहेगा।
- वृष-3 जून सन् 2027 से 13 जुलाई सन् 2034 तक इस राशि वाले साढ़ेसाती की गिरफत में रहेंगे।
- मिथुन-8 अगस्त सन् 2029 से 27 अगस्त सन् 2036 तक शनि की साढ़ेसाती का असर रहेगा।
- कर्क-प्रारम्भ 31 मई सन् 2032 से 13 जुलाई सन् 2039 तक आप शनि की साढ़ेसाती के प्रकोप में रहेंगे।
- सिंह-प्रारम्भ 13 जुलाई सन् 2034 से 26 सितम्बर सन् 2041 तक इस राशि पर शनि की साढ़ेसाती रहेगी।
- कन्या-27 अगस्त सन् 2036 से 30 अगस्त सन् 2044 तक शनि की साढ़ेसाती का असर कन्या राशि वालो पर रहेगा।
- तुला-प्रारम्भ 22 अक्टूबर सन् 2038 से 7 दिसम्बर 2046 तक तुला राशि वाले जातक शनि की साढ़ेसाती से पीड़ित रहेंगे।
- काले घोड़े की नाल का छल्ला सारसों के तेल में भिगोकर दिन शनिवार को मध्यमा अंगुली में धारण करें।
- शनिवार के मदिरा एंव धूम्रपान करने से बचें। अपने नौकरों व कर्मचारियों को समय पर वेतन दें। काले रंगों प्रयोग कम करें। अपने बड़ें-बुर्जुगों का सम्मान करें। कर्ज-ब्याज आदि के लेन-देन से बचना होगा। रिस्की कार्यो में धन का निवेश कतई न करें। शनि मन्दिर तेल से अभिषेक करायें।
- हर शनिवार को सरसों के तेल में अपनी छाया देखकर किसी गरीब को तेल दान करें।
- शमी पेड़ को घर में लगाकर नियमित जल देंने से भी शनिदेव कृपा बरसती है।
- मंगलवार को बजरंग बाण का कम से कम 11 पाठ करें।
साढ़ेसाती के प्रभावी उपाय
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