Raksha Bandhan 2020: सुबह 9.29 तक रहेगी भद्रा, उसके बाद 5 घंटे का श्रेष्ठ मुहूर्त
नई दिल्ली।आज श्रावण की पूर्णिमा है, पूरे देश में आज रक्षाबंधन का पर्व मनाया जा रहा है। इस बार रक्षाबंधन पर दिन में पांच घंटे का शुभ मुहूर्त है। दोपहर 2 से शाम 7 बजे तक सर्वश्रेष्ठ मुहूर्त रहेगा, जिसमें भाई की कलाई पर राखी बांधना शुभ रहेगा। इस बीच दोपहर में 12.06 बजे से 12.59 बजे तक 53 मिनट का अभिजीत मुहूर्त भी रहेगा। इस दौरान राखी बांधना और भी शुभ रहेगा।
शास्त्रों के अनुसार राखी अपराह्नकाल व्यापिनी और प्रदोष युक्त मुहूर्त में बांधना श्रेष्ठ रहता है। सुबह के समय श्रावणी उपाकर्म और ऋषि तर्पण किया जाता है। इसके बाद श्रवण की पूजा होती है और भद्रा निकलने के बाद राखी बांधी जाती है। इस दिन भद्रा प्रातः 9.29 बजे तक रहेगी, उसके बाद ही श्रावणी उपाकर्म और राखी बांधी जा सकती है।
कब करें श्रावणी उपाकर्म
श्रावणी पूर्णिमा सोमवार को होना शांतिप्रिय भारत के लिए शुभप्रद है। पूर्णिमा तिथि में श्रवण नक्षत्र का भोग 60 प्रतिशत है जो शुभप्रद है। प्रचुर धान्योत्पादन होने पर प्रजा आनंदित होगी। श्रवण पूर्णिमायां स्याद्धान्यैरानंदिता। ऋग्वेदियों का उपाकर्म श्रवण नक्षत्र में होता है। यहां पर पूर्णिमा के दिन प्रातः 7.20 बजे तक उत्तराषाढ़ा नक्षत्र है, इसके बाद श्रवण नक्षत्र प्रारंभ होगा। इसी तरह प्रातः 9.29 बजे तक भद्रा होने के कारण यजुर्वेदियों और अथर्ववेदियों का उपाकर्म भी भद्रा समाप्ति के बाद ही होगा।
चौघडि़या के अनुसार मुहूर्त
- शुभ: प्रातः 9.29 से 10.54 बजे तक
- अभिजीत मुहूर्त: दोपहर 12.06 से 12.59 बजे तक
- चर: दोपहर 2.12 से 3.51 बजे तक
- लाभ: दोपहर 3.51 से 5.30 बजे तक
- अमृत: सायं 5.30 से 7.10 बजे तक
- चर: सायं 7.10 से 8.32 बजे तक
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