Raksha Bandhan 2019: रक्षाबंधन पर राखी बांधने का शुभ मुहूर्त
नई दिल्ली। श्रावण मास की पूर्णिमा को भाई-बहन के प्यार का त्योहार रक्षाबंधन मनाया जाता है। इस वर्ष रक्षाबंधन 15 अगस्त दिन गुरुवार को है। रक्षाबंधन का त्योहार गुरुवार को होने से इसका महत्व और बढ़ गया है। इस दिन भद्रा नहीं है और न ही किसी प्रकार का कोई ग्रहण है, इस वजह से इस वर्ष का रक्षाबंधन शुभ संयोग वाला है।
रक्षाबंधन का मुहूर्त
पूर्णिमा तिथि का प्रारंभ 14 अगस्त को 15:45 बजे से हो रहा है। इसका समापन 15 अगस्त को 17:58 पर हो रहा है। ऐसे में बहनें भाइयों को 15 अगस्त के सूर्योदय से शाम के 5:58 तक राखी बांध सकेंगी।
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खास बातें
रक्षाबंधन सावन का आखिरी दिन होता है इसीकारण इसे श्रावणी (सावनी) या सलूनो भी कहते हैं। राखी सामान्यतः बहनें भाई को ही बांधती हैं लेकिन हमारे देश में ब्राह्मणों, गुरुओं और नेता या प्रतिष्ठित व्यक्ति को भी राखी बांधी जाती है। देश में कहीं जगह वृक्ष को और भगवान को भी राखी बांधने की परंपरा है। इस दिन राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के पुरुष भाईचारे के लिये एक दूसरे को भगवा रंग की राखी बांधते हैं।
रक्षासूत्र
हिन्दू धर्म के सभी धार्मिक अनुष्ठानों में रक्षासूत्र बांधते समय पपंडित या आचार्य संस्कृत में एक श्लोक का उच्चारण करते हैं, जो कि राजा बलि से जुड़ा हुआ है जिसमें कहा जाता है जिस रक्षासूत्र से महान शक्तिशाली दानवेन्द्र राजा बलि को बांधा गया था, उसी सूत्र से मैं तुझे बांधता हूं, तू अपने संकल्प से कभी भी विचलित न हो।
अमरनाथ यात्रा भी इस दिन पूरी होती है
भारत के कई राज्यों में इस दिन बहनों की ओर से भाई के कान के ऊपर भोजली या भुजरियां लगाने की परंपरा है, जो कि भाईयों के लंबी उम्र के लिए किया जाता है। देश से बाहर नेपाल के पहाड़ी इलाकों में ब्राह्मण और क्षेत्रीय समुदाय में रक्षा बंधन पर गुरु के हाथ में राखी बांधी जाती है।
प्यार और वचन का त्योहार
राखी प्यार और वचन का त्योहार है इसलिए इसका प्रयोग भारतीय स्वतंत्रता संग्राम में जन जागरण के लिये किया गया था, जो कि गुरूदेव रविंद्र नाथ टैगोर ने चलाया था। अमरनाथ यात्रा भी इस दिन पूरी होती है। माना जाता है कि इसी दिन हिमानी शिवलिंग भी आकार ग्रहण करता है।
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