Pradosh Vrat 2020: सर्वार्थसिद्धि योग में आया है प्रदोष व्रत, मां लक्ष्मी को प्रस्न करने के लिए इस वक्त कीजिए पूजा
नई दिल्ली। आज प्रदोष व्रत है, जो कि सर्वार्थसिद्धि योग में आया था, आज का दिन बेहद ही पावन है, मालूम हो कि प्रदोष व्रत भगवान शिव की कृपा प्राप्त करने के लिए किया जाता है। प्रत्येक माह में दो बार आने वाली त्रयोदशी के दिन प्रदोष व्रत किया जाता है, लेकिन कार्तिक माह में आने वाले आज का प्रदोष व्रत बहुत फलदायी है और बहुत सारे शुभ संयोग लेकर आया है। आपको पता है कि आज रात्रि 12.22 बजे तक सर्वार्थसिद्धि योग है और रात्रि में 12.23 बजे से रवियोग भी शुरू हो रहा है।
शुक्रवार मां लक्ष्मी का दिन होता है और प्रदोष के दिन सर्वार्थसिद्धि के संयोग के कारण यह दिन अष्टलक्ष्मी की प्राप्ति के लिए विशेष है।
कैसे करें इस दिन पूजा
प्रदोष व्रत में भगवान शिव की पूजा की जाती है। इस दिन प्रात:काल से व्रत रखकर सायंकाल प्रदोष वेला में शिवजी का पूजन, अभिषेक किया जाता है। शिवजी को धतूरे, बिल्व पत्र, आंकड़े के फूल आदि अर्पित कर दूध से बने पदार्थो का नैवेद्य लगाया जाता है।
लक्ष्मी प्राप्ति के लिए क्या करें
- इस बार शुक्र प्रदोष लक्ष्मी की प्राप्ति के लिए विशेष दिन है। इस दिन सायंकाल में महालक्ष्मी का पूजन करें। एक चौकी पर लाल वस्त्र बिछाकर लक्ष्मी की मूर्ति या चित्र स्थापित करें। चौकी के दोनों ओर मिट्टी के कलश में मिश्री भरकर रखें। पंच फल, मेवे, मिष्ठान्न आदि से पूजन संपन्न करें। दूसरे दिन मिट्टी के कलश किसी योग्य ब्राह्मण को दान दें। इससे लक्ष्मी की प्राप्ति होती है।
- शुक्र प्रदोष की रात्रि में श्रीसूक्त या लक्ष्मी सूक्त के 51 पाठ करके मां लक्ष्मी को मखाने की खीर का नैवेद्य लगाएं। दूसरे दिन 7 कन्याओं को खीर खिलाकर पूजन करें। इससे जीवन के सारे अभाव दूर होंगे।
- उत्तम संतान की प्राप्ति के लिए शुक्र प्रदोष के दिन संतान लक्ष्मी का पूजन करें।
- कमलगट्टे की माला से लक्ष्मी के बीज मंत्र ।। श्रीं ।। का जाप करने से अतुलनीय धन की प्राप्ति होती है।
- 108 माला जाप शुक्र प्रदोष की रात्रि में करना चाहिए।
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