श्राद्ध पक्ष में अपनी राशि के अनुसार करें पितृ दोष का निवारण
नई दिल्ली। किसी व्यक्ति की जन्मकुंडली में पितृ दोष तब बनता है जब उनके मृत परिजन अतृप्त रह जाते हैं या उनके उत्तर कार्य में किसी प्रकार की त्रुटि रह जाती है। पितृ दोष के कारण उस व्यक्ति के जीवन में अनेक प्रकार की कठिनाइयां आती हैं, मुश्किलें आती हैं और वह जीवन में कभी तरक्की नहीं कर पाता है। श्राद्ध पक्ष वर्ष के ऐसे दिन हैं जब पितरों के लिए तर्पण, श्राद्ध, दान करके पितृ दोष को शांत किया जा सकता है। यदि आपके जीवन में परेशानियां आ रही हैं तो संभव है आपकी जन्मकुंडली में पितृ दोष बना हुआ है। यदि आपको पता नहीं है कि आपको पितृ दोष है या आपकी कुंडली नहीं है तो भी कोई बात नहीं, आप अपनी राशि के अनुसार पितृ दोष निवारण के उपाय करके दोष का निवारण कर सकते हैं।
आइए जानते हैं वे उपाय। ये उपाय आपको अपनी चंद्र राशि यानी आपके नाम के पहले अक्षर के आधार पर जो राशि बन रही है उसके अनुसार करना है...
राशियों पर प्रभाव
- मेष: मेष राशि के जातक श्राद्ध पक्ष के दौरान रांगे की धातु से बना सिक्का पानी में प्रवाहित करें। साथ ही श्राद्ध पक्ष में प्रतिपदा के दिन अपने परिजनों के नाम से गरीबों को भोजन करवाएं।
- वृषभ: वृषभ राशि के जातक श्राद्धपक्ष में किसी भी दिन बटुकभैरव मंदिर में जाकर दही-गुड़ का भोग लगाएं। पितरों के नाम से 21 बच्चों को भोजन कराकर उन्हें सफेद वस्त्र भेंट करें।
- मिथुन: मिथुन राशि के जातक पितरों के नाम से श्राद्ध पक्ष में किसी भी दिन पक्षियों को बाजरा खिलाएं। उनके पानी की व्यवस्था करें। इसके साथ ही किसी सार्वजनिक स्थान पर प्याउ लगवाएं।
- कर्क: पितृ दोष से मुक्ति के लिए कर्क राशि के जातक श्राद्धपक्ष के किसी भी दिन 400 ग्राम साबूत बादाम बहते पानी में प्रवाहित करें। शिवलिंग का दूध से अभिषेक करें और गरीबों को दूध चावल से बनी खीर बांटें।
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श्राद्ध पक्ष में गरीबों को सूखे अनाज का दान करें
- सिंह: सिंह के राशि के जिन जातकों की कुंडली में पितृ दोष लगा हुआ है वे श्राद्ध पक्ष में गरीबों को यथाशक्ति सूखे अनाज का दान करें और उन्हें पीले रंग के वस्त्र भेंट करें। स्वयं प्रतिदिन तुलसी के पौधे में जल चढ़ाएं।
- कन्या: इस राशि के जातक पूरे श्राद्ध पक्ष के दौरान सुंदरकांड का पाठ करें और अंतिम दिन यानी सर्वपितृ अमावस्या के दिन गरीब और अनाथों को भोजन वस्त्र भेंट करें। खासकर दिव्यांगों को भोजन जरूर करवाएं।
- तुला: तुला राशि के जातक पितृ दोष से मुक्ति के लिए दूध-चावल से बनी खीर और नमकीन चावल गरीबों में बांटें। 7 गरीब कन्याओं को चप्पल और छाता भेंट करें।
- वृश्चिक: इस राशि के जातक पितरों के नाम से 5 गरीबों को दो रंग का कंबल या गर्म वस्त्र दान करें। उन्हें भोजन करवाएं या भरपेट भोजन करने जितना पैसा दान दें। गाय को हरा चारा खिलाएं।
- धनु: धनु राशि के जातक पक्षियों के दाना-पानी का इंतजाम करें। गौशाला में चारा भेंट करें। पितरों के नाम से किसी तीर्थ स्थान में गरीबों को भोजन करवाएं।
- मकर: मकर राशि के जातक पितृदोष से मुक्ति के लिए श्राद्ध पक्ष में किसी भी दिन गंगाजल डले हुए पानी से नहाएं। किसी शनि मंदिर में जाकर दृष्टिहीन और दिव्यांग बच्चों या बड़ों को भोजन करवाएं।
- कुंभ: कुंभ राशि के जातक पितृदोष के निवारण के लिए 11 श्रीफल लें और यदि पितरों के नाम पता है तो उनके नाम लेते हुए एक-एक श्रीफल बहते जल में प्रवाहित करें। गरीबों को पवित्र नदी के किनारे बैठाकर भोजन करवाएं।
- मीन: इस राशि के जातक श्राद्ध पक्ष के किसी भी दिन गरीबों को दूध या मावे से बनी खाने की वस्तुएं भेंट करें। गाय जिसका हाल ही में बच्चा हुआ हो उसे हरा चारा खिलाएं। गौ दान भी किया जा सकता है।
पक्षियों के दाना-पानी का इंतजाम करें
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