Palmistry : क्या आपके हाथ में है प्रभंजन, पारिजात और गज योग?
नई दिल्ली, 29 जनवरी। हस्तरेखा शास्त्र एक बहुत ही वृहद शास्त्र है। इसमें हथेली में पाई जाने वाली स्थूल-सूक्ष्म रेखाओं के साथ अनेक प्रकार के चिह्नों के माध्यम से भूत, भविष्य और वर्तमान का कथन किया जाता है। इन्हीं रेखाओं, चिह्नों के संयोग से अनेक प्रकार के योग भी बनते हैं जो शुभ-अशुभ दोनों प्रकार के होते हैं। इन्हीं में से दो योग हैं प्रभंजन और पारिजात योग। ये योग अंगुलियों के प्रथम पोर पर पाए जाने वाले चिह्न शंख और चक्र से बनते हैं।

प्रभंजन योग
जिस जातक के दाहिने हाथ में तीन अंगुलियों पर चक्र के चिह्न हों तो प्रभंजन योग बनता है। जिसके हाथ में प्रभंजन योग होता है वे व्यक्ति अपने जीवन लगातार उन्नति करते जाते हैं। ऐसे लोग सफल और बड़े व्यापारी होते हैं। विदेशों में इनका लंबा-चौड़ा व्यापार होता है। ऐसे लोगों की भाग्यरेखा यदि मजबूत हो तो किसी देश के राष्ट्राध्यक्ष तक बनने के योग होते हैं। इस योग वाले व्यक्तियों के हाथ से कोई भी कार्य असफल नहीं होता। यहां तक किबंद और ठप पड़ी असफल योजनाओं को यदि ये अपने हाथ में ले लें तो उन्हें भी दौड़ने लायक अवस्था में ले जाते हैं।
पारिजात योग
जिस व्यक्ति के दाहिने हाथ में तीन अंगुलियों पर शंख के चिह्न हों तो पारिजात योग बनता है। जिसके हाथ में पारिजात योग होता है वह व्यक्ति अपने जीवन के मध्यकाल और वृद्धावस्था में विशेष सुख प्राप्त करते हैं। प्रारंभिक अवस्था में उच्चाधिकारियों के विशेष प्रिय होते हैं और फिर स्वयं भी उच्च पद तक पहुंच जाते हैं। ऐसे व्यक्ति सामाजिक परंपराओं तथा रूढ़ियों का कट्टरता के साथ पालन करते हैं।
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गज योग
जिस जातक के दोनों हाथ की अंगुलियों में पांच शंख तथा तीन चक्र के चिह्न हों तो गज योग बनता है। जिसके हाथ में यह योग होता है वह व्यक्ति पशु पालक और सफल कृषक बनता है। पशुओं के लेन-देन अथवा कृषि कार्यो से विशेष लाभ अर्जित करता है। यह पूर्ण रूप से संपन्न व्यक्ति होता है तथा अपना जीवन आनंदपूर्वक व्यतीत करता है।