मंगल का उच्च राशि मकर में प्रवेश 22 मार्च को, इन राशि वालों को पहुंचाएगा फायदा
नई दिल्ली। शौर्य, बल, साहस, पराक्रम, सैन्य शक्ति, भूमि-संपत्ति धन का स्वामी मंगल 22 मार्च 2020 रविवार को दोपहर 2.40 बजे अपनी उच्च राशि मकर में प्रवेश कर रहा है। इस राशि में मंगल 4 मई 2020 तक गोचर करेगा। 44 दिन मंगल का अपनी उच्च राशि में भ्रमण करना सभी राशि वालों के भाग्य में बड़ा परिवर्तन करने वाला है। यह गोचर कुछ राशि वालों के लिए भाग्य चमकने जैसा साबित होगा तो कुछ राशि वालों के लिए रोग, दुख, पीड़ा और संकटकारी रहेगा। मकर राशि में ही वर्तमान में शनि भी विराजमान हैं और 30 मार्च से इसी राशि में बृहस्पति भी आ जाएंगे।
तो आइए जानते हैं मंगल के मकर राशि में गोचर और शनि-बृहस्पति के साथ युति का आपकी राशि पर क्या होगा असर...
शनि-मंगल युति का फल
शनि और मंगल का एक साथ आना एक प्रकार के अंगारक दोष का निर्माण करता है। इसे द्वंद्व योग भी कहा जाता है। मंगल रक्त, श्वसन और फेफड़ों संबंधी रोगों का कारक ग्रह है और शनि दवाओं का कारक ग्रह है। अंगारक दोष के प्रभाव से प्राकृतिक आपदाएं, रोग, दुख, संकट अपने चरम पर होते हैं। दोनों ग्रहों की युति के कारण अनेक देश-दुनिया में अनेक प्रकार की महामारी फैलती हैं। भूकंप, भूस्खलन, सुनामी जैसी अनेक प्राकृतिक आपदाएं पैर पसारती है। मंगल-शनि की युति 4 मई तक रहेगी, इस दौरान रोग बढ़ेंगे, लेकिन 15 अप्रैल के बाद इन रोगों में कमी आएगी। मंगल-शनि की युति से द्वंद्व योग भी बनता है। इसलिए कई देशों में आपकी तनातनी चरम पर होगी। युद्ध जैसे भयंकर परिणाम भी भोगना पड़ सकते हैं।
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अत्यंत शुभ परिणाम
- मेष राशि: मेष राशि के लिए मंगल का गोचर दशम स्थान में होने वाला है। यह आजीविका का स्थान है। अपनी उच्च राशि मकर में आने के कारण मंगल इस राशि वालों को अत्यंत शुभ परिणाम देने वाला है। आपके कार्य व्यवसाय की समस्या दूर होगी। आय के अनेक साधन प्राप्त होंगे। कर्ज मुक्ति की राह बनेगी। भूमि-भवन, संपत्ति संबंधी कार्य संपन्न होंगे। मंगल के इस गोचर काल में आपकी आर्थिक प्रगति जबर्दस्त तरीके से होने वाली है। पारिवारिक सुख प्राप्त होगा।
- वृषभ राशि: इस राशि के लिए मंगल का गोचर नवम स्थान भाग्य भाव में होगा। यहां उच्च का मंगल आपका भाग्योदय करवाने आ रहा है। पिछले कुछ महीनों में जो आपका नुकसान हुआ है, उसकी भरपाई इन 44 दिनों में हो जाएगी। पारिवारिक माहौल सुखद रहेगा। आर्थिक प्रगति के रास्ते खुलेंगे। माता-पिता की ओर से पूर्ण सहयोग मिलेगा। संपत्ति का निपटारा होगा, लेकिन आपको स्वास्थ्य संबंधी कोई बड़ी परेशानी आ सकती है, उसका ध्यान रखें।
- मिथुन राशि: इस राशि के लिए मंगल का गोचर अष्टम स्थान में होने वाला है। यह स्थान शुभ नहीं कहा जा सकता, इसलिए आपको विशेष सतर्कता के साथ रहना होगा। आपकी राशि के अष्टम स्थान में शनि-मंगल की युति होना अनेक क्षेत्रों में परेशानी का कारण बनेगी। स्वास्थ्य का विशेष ध्यान रखें। आर्थिक लेन-देन में सावधानी रखें। पारिवारिक स्थिति में किसी व्यक्ति के साथ विवाद हो सकता है। जिन लोगों के मामले कोर्ट आदि में चल रहे हैं, उन्हें अच्छी खबर नहीं मिलेगी।
- कर्क राशि: इस राशि के लिए मंगल सप्तम स्थान में गोचर करेगा। जीवनसाथी से सहयोग, सामंजस्य बना रहेगा। जिन लोगों के विवाह में बाधा आ रही है, वह दूर होगी। आर्थिक स्थिति में थोड़ी सतर्कता रखना आवश्यक है। अस्थमा और श्वसन रोगियों को विशेष सावधानी रखने की आवश्यकता है। पारिवारिक स्थिति में सदस्यों के साथ मतभेद बढ़ेंगे लेकिन आपको मानसिक रूप से मजबूत रहते हुए संयमित व्यवहार करना होगा। यात्रा में सावधानी बरतें।
रक्त संबंधी कोई परेशानी आ सकती है..
- सिंह राशि: आपकी राशि के लिए मंगल छठे भाव में गोचर करेगा। यह रोग का स्थान है, इसलिए आपको भी सेहत का विशेष ध्यान रखना होगा। रक्त संबंधी कोई परेशानी आ सकती है। जोड़ों में दर्द बढ़ेगा। श्वास के रोगी सावधान रहें। आर्थिक मामलों के लिए यह गोचर लाभप्रद है। पुराने कर्ज को चुकाने में कामयाब होंगे। भूमि-भवन-संपत्ति खरीदने के योग बन रहे हैं। नया वाहन भी घर में आ सकता है। नया कार्य व्यवसाय प्रारंभ करना चाहते हैं तो जरूर करें।
- कन्या राशि: आपकी राशि में मंगल पंचम स्थान में गोचर करेगा। आपके सुख में वृद्धि होगी। भौतिक सुख-सुविधाएं प्राप्त होंगी। संतान पक्ष की ओर से शुभ समाचार प्राप्त होगा। बिजनेस में लाभ, नौकरी में तरक्की के योग बनेंगे। शिक्षा के क्षेत्र में विशेष सफलता के योग बनेंगे। स्वास्थ्य के लिहाज से यह गोचर मध्यम रहेगा। यानी उतार-चढ़ाव बना रहेगा। अविवाहितों के विवाह की बात इस समय में बन सकती है। दांपत्य जीवन में मधुरता आएगी। संतान सुख की प्राप्ति होगी।
- तुला राशि: तुला राशि के लिए मंगल चतुर्थ भाव सुख स्थान में आ रहा है। आपके सुखों में वृद्धि होगी, लेकिन मां के स्वास्थ्य की चिंता हो सकती है। आप भौतिक सुख-संसाधन जुटाने में सफल होंगे। यहां मंगल का होना आपको संपत्ति खरीदने के लिए प्रेरित करेगा। कृषि कार्य से जुड़े लोगों को विशेष लाभ के अवसर आएंगे। स्वास्थ्य के लिहाज से आपको भी सतर्क रहने की आवश्यकता है। रक्त और श्वसन संबंधी रोग उभर सकते हैं। परिवार के किसी सदस्य से विवाद होगा।
- वृश्चिक राशि: आपकी राशि के लिए मंगल तृतीय स्थान में आ रहा है। यह पराक्रम भाव है। आपकी प्रभावशीलता बढ़ेगी। सब लोग आपकी बात मानेंगे और उसका अनुसरण करेंगे। आर्थिक तरक्की होने वाली है। नया कार्य-व्यवसाय प्रारंभ करेंगे। नौकरी में तरक्की मिलेगी। भाई-बहनों की मदद से बिजनेस को बढ़ाएंगे। स्वास्थ्य अच्छा रहेगा। पुराने रोगों से मुक्ति मिलेगी, लेकिन एक बात का विशेष ध्यान रखना है कि आप रात्रि में यात्राएं ना करें।
धन का आगमन होने वाला है
- धनु राशि: आपकी राशि के लिए धन स्थान में मंगल का गोचर हो रहा है। जबर्दस्त तरीके से धन का आगमन होने वाला है। कोई बड़ा कार्य पूर्ण हो जाने से अतुलनीय धन-संपत्ति की प्राप्ति होगी। कोई बड़ी उपलब्धि भी आपको हासिल हो सकती है। सामाजिक, पारिवारिक जीवन में प्रतिष्ठा बढ़ेगी। भूमि खरीदने के योग बनेंगे। माता-पिता के सहयोग से कोई बड़ा कार्य संपन्न होगा।
- मकर राशि: इस राशि में मंगल का आना शुभ है। यह योग धन वृद्धिकारक है। सांपत्तिक सुख प्राप्त होगा। जीवन में प्रगति, तरक्की प्राप्त होगी। आपके सदाचरण के कारण लोग आपकी ओर आकर्षित होंगे और आपको नमन करेंगे। पारिवारिक जीवन के लिए यह गोचर महत्वपूर्ण है, लाभ होगा। सेहत में सुधार आएगा। जिन लोगों के पास अब तक कोई जॉब नहीं है, उन्हें इस गोचर के दौरान जॉब मिल जाएगा। नया कार्य व्यवसाय प्रारंभ कर सकते हैं।
- कुंभ राशि: आपकी राशि के लिए मंगल का यह गोचर द्वादश स्थान में होगा। आपको आय की अपेक्षा खर्च में वृद्धि होगी। मंगल के कारण मानसिक रूप से भी परेशान रहेंगे। परिवार और बाहर किसी से व्यर्थ का वाद-विवाद होगा और इसके कारण आपके समय और धन का नुकसान होगा। स्वास्थ्य में भी भारी गिरावट आ सकती है। आपको श्वसन रोग, संक्रमण आदि की परेशानी हो सकती है। अतः सतर्क रहें, सावधान रहे।
- मीन राशि: एकादश स्थान में मंगल का आना आपको लाभ देगा। भूमि, संपत्ति के कार्य से लाभ। निवेश में लाभ होगा। पुराने कर्ज से मुक्ति मिलेगी, लेकिन कोशिश करें कि नया कर्ज मंगल के इस गोचर के दौरान ना लें। स्वास्थ्य में पहले से सुधार आएगा। अविवाहितों के विवाह की बात बनेगी। विवाहितों का दांपत्य जीवन सुखमय रहेगा। किसी विशेष कार्य की योजना बनेगी और उस पर अमल शुरू करेंगे। पिता से पूर्ण सहयोग प्राप्त होगा।
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