क्विक अलर्ट के लिए
नोटिफिकेशन ऑन करें  
For Daily Alerts
Oneindia App Download

10 सितंबर से 66 दिन मंगल वक्री, जानिए क्या होगा आपका हाल

By Pt. Gajendra Sharma
Google Oneindia News

नई दिल्ली। शौर्य, पराक्रम, बल, हिंसा, अग्नि, रक्त संबंधी रोग, जमीन-जायदाद, कृषि, सेना, पुलिस, क्रोध, कर्ज आदि का प्रतिनिधि ग्रह मंगल 10 सितंबर 2020 को सूर्योदय पूर्व तड़के 3.51 बजे से वक्री हो रहा है। वर्तमान में मंगल स्वराशि मेष में गोचर कर रहा है और इसी में वक्री होने जा रहा है। 14 नवंबर को प्रातः 6.05 बजे यह मार्गी हो जाएगा। 66 दिन वक्री रहने के दौरान यह उल्टी चाल चलते हुए मीन राशि भी प्रवेश करेगा। मंगल के इस वक्री काल में यह विभिन्न राशियों पर अपना असर दिखाएगा। इस दौरान जमीन-जायदाद के काम करते हुए लोगों को अधिक सावधानी रखना होगी। प्रॉपर्टी के बिजनेस में अत्यधिक उतार आएगा।

वक्री मंगल का प्रभाव

वक्री मंगल का प्रभाव

जब मंगल वक्री होता है तो शारीरिक शक्ति और आंतरिक बल में कमी आती है। व्यक्ति अत्यधिक क्रोधी, वहमी, उटपटांग बात बोलने लगता है। छोटी-छोटी बातों में लड़ाई, झगड़े करने लगता है। वक्री मंगल वाले व्यक्ति पर आलस हावी हो जाता है, जब तक उसे कोई अतिरिक्त दबाव डालकर काम न करवाया जाए, वह करता नहीं है। हालांकि एक बार यदि काम शुरू कर दे तो फिर उसे शीघ्रता से पूरा भी कर देता है। वक्री मंगल के कारण योजनाएं अटक जाती हैं।

मंगल के बारे में

मंगल मेष और वृश्चिक राशि का स्वामी है। यह मकर राशि में उच्च का और कर्क में नीच का होता है। इसके मित्र ग्रह हैं सूर्य, चंद्र, गुरु। शत्रु ग्रह हैं बुध, राहू, केतु। शुक्र व शनि के साथ यह समानता का व्यवहार करता है। यह एक राशि में 45 दिन रहता है।

यह पढ़ें: अधिकमास होने से इस बार एक महीना देरी से आएगी शारदीय नवरात्रियह पढ़ें: अधिकमास होने से इस बार एक महीना देरी से आएगी शारदीय नवरात्रि

मंगल का राशियों पर प्रभाव

मंगल का राशियों पर प्रभाव

  • मेष: वर्तमान में मंगल मेष राशि में ही चल रहा है। यह मंगल की अपनी राशि है। मेष राशि वालों के लग्न स्थान अर्थात् पहले भाव में मंगल के वक्री होने से आप घमंडी, पूर्वाग्रही और भावुक हो सकते हैं। आपकी दिल और दिमाग में तालमेल नहीं रहने के कारण कई बेकार की बातें आप कर सकते हैं। हालांकि आपके पराक्रम और बल में वृद्धि होगी। मंगल के वक्री होने के कारण आपको रक्त संबंधी कोई विकार हो सकता है। प्रॉपर्टी के कार्यों में इस दौरान हाथ ना डालें तो बेहतर रहेगा।
  • वृषभ: वृषभ राशि के लिए मंगल द्वादश भाव में वक्री होगा। आपको अपने स्वास्थ्य का सबसे ज्यादा ध्यान रखना होगा। अनियंत्रित खानपान के कारण आप खुद अपना स्वास्थ्य बिगाड़ लेंगे। आपके जीवन में कई चुनौतियां आएंगी जिनका सामना हिम्मत से करना होगा। इस दौरान आपको धन हानि हो सकती है। कर्ज लेने की नौबत आ सकती है। किसी नुकीली और धारदार वस्तु से चोट लग सकती है। वाहन-मशीनरी का प्रयोग करते समय सावधानी रखें। पारिवारिक जीवन में रिश्तों को संभालकर रखना होगा।
  • मिथुन: आपके लिए मंगल एकादश स्थान में वक्री हो रहा है। यह सीधे तौर पर आपकी आय को प्रभावित करेगा। आप जो भी काम कर रहे हैं उसमें मन लगाकर काम करें, अन्यथा आय के साधनों में कमी हो सकती है। आपको वैवाहिक जीवन में परेशानी आ सकती है। क्रोध पर काबू रखें। जरा-जरा सी बातों में घबराने की बजाय हिम्मत से काम लेना होगा। कृषि संबंधी कार्यों में सफलता मिलने के योग हैं। जमीन से जुड़े काम लाभ देंगे।
  • कर्क: आपके लिए मंगल दशम स्थान में वक्री हो रहा है। यह आजीविका का स्थान है। कर्क राशि में मंगल नीच का होता है। इसलिए सावधान रहें। आर्थिक स्थिति बुरी तरह चरमरा सकती है। नौकरी के लिए भटकना पड़ सकता है। अपने झगड़ालू स्वभाव को दूर ही रखें। इससे संबंध बिगड़ सकते हैं। व्यवसाय में बदलाव के संकत हैं। वर्तमान कार्य संतुष्टि नहीं देगा, जिससे आप काम बदलने के बारे में सोचेंगे। भूमि, संपत्ति के काम फिलहाल टाल दें।
स्वास्थ्य का ध्यान रखना होगा

स्वास्थ्य का ध्यान रखना होगा

  • सिंह: आपके लिए मंगल नवम स्थान भाग्य भाव में वक्री हो रहा है। पूजा-पाठ, धार्मिक, आध्यामिक कार्यों में मन नहीं लगेगा। उधार लेने की नौबत आ सकती है। आपको अपने स्वास्थ्य का भी ध्यान रखना होगा। इस राशि के शैक्षणिक गतिविधियों से जुड़े लोग, शिक्षक, विद्यार्थी आदि के लिए समय ठीक नहीं है। मनमुताबिक सफलता मिलने में संदेह रहेगा। आर्थिक गतिविधियां लगभग ठप हो जाएंगी। हालांकि इस दौरान परिवार का सपोर्ट रहने से आप बहुत कुछ अच्छा कर पाएंगे।
  • कन्या: कन्या राशि के लिए अष्टम भाव में मंगल का वक्री होना स्वास्थ्य की दृष्टि से शुभ नहीं कहा जा सकता। स्वयं या संतानपक्ष को स्वास्थ्य संबंधी कष्ट आ सकते हैं। नौकरी और बिजनेस में विपरीत परिस्थितियां भोगना पड़ सकती हैं। धन के आगमन में रूकावट पैदा होगी। कार्य अटकने से स्वभाव में चिड़चिड़पन और तुनकमिजाजी आती है। परिवारजनों से मतभेद रहेंगे। किसी के भी साथ आपका तालमेल ठीक से नहीं बनेगा। वैवाहिक जीवन में भी संकट आ सकता है।
  • तुला: सप्तम भाव में मंगल का वक्री होना वैवाहिक जीवन में संकट पैदा कर सकता है। जीवनसाथी के साथ बड़ी अनबन हो सकती है। प्रेम संबंध भी टूट सकता है। आर्थिक स्थिति में उतार-चढ़ाव बना रहेगा। लाभ और हानि दोनों की ही स्थिति रहेगी। रक्त संबंधी रोगों में कुछ हद तक आराम रहेगा। नया कर्ज लेने की नौबत तो नहीं आएगी लेकिन पुराना कर्ज भी चुकता नहीं हो पाएगा। आपके लिए सलाह है कि भागीदारी में कोई काम न करें, अन्यथा धोखाधड़ी के शिकार हो सकते हैं।
  • वृश्चिक: स्वराशि वृश्चिक के लिए मंगल छठे भाव में वक्री हो रहा है। यह रोग का स्थान भी है। हालंाकि यहां मंगल का वक्री होना रोगों में राहत के संकेत दे रहा है। आपकी पुरानी बड़ी बीमारियां दूर होंगी। खर्च में कमी आएगी। पैसों की बचत होगी। नया भवन, भूमि खरीदने के योग बनेंगे। बिजनेस में उतार-चढ़ाव के बावजूद लाभ की स्थिति में रहेंगे। नौकरी में उच्चाधिकारियों से परेशानी पैदा हो सकती है।
जीवनसाथी के साथ चल रहे मतभेद दूर होंगे

जीवनसाथी के साथ चल रहे मतभेद दूर होंगे

  • धनु: धनु राशि के लिए मंगल पंचम स्थान में वक्री हो रहा है। प्रेम संबंधों को लेकर सजग रहने की आवश्यकता है। अपने क्रोध के कारण रिश्ते बिगाड़ लेंगे। अचानक किसी चीज की डिमांड आपके रिश्ते खराब कर सकती है। बच्चों के प्रति आपका व्यवहार रूखा हो सकता है। क्रोध की अधिकता आपको हर जगह नुकसान पहुंचा सकती है। खर्च संभलकर करना होगा। अनावश्यक कार्यों पर खर्च ना करें। व्यसन की आदतों से दूर रहें।
  • मकर: मकर राशि में मंगल उच्च को होता है और इस राशि के लिए यह चतुर्थ स्थान में वक्री हो रहा है। यह सुख स्थान है। आपको भूमि से लाभ होने के संकेत हैं। धन संबंधी मामलों में फायदे में रहेंगे। जीवनसाथी के साथ चल रहे मतभेद दूर होंगे। माता-पिता का सहयोग मिलेगा। नौकरी और व्यापार में बदलाव के संकेत हैं, लेकिन लाभ की स्थिति में रहेंगे। जो भी नया काम करना चाहें, कर सकते हैं। नए प्रेम संबंध प्राप्त होंगे।
  • कुंभ: आपके लिए तृतीय स्थान में मंगल वक्री हो रहा है। भाई-बंधुओं की तरफ से कोई परेशानी आ सकती है। कष्ट का समय रहेगा लेकिन आपको आत्मविश्वास और हिम्मत से हर चुनौती का सामना करना होगा। वक्री मंगल के कारण आपके क्रोध में वृद्धि होगी और इस कारण आप कई बनते काम बिगाड़ लेंगे। भूमि, संपत्ति के कारण फिलहाल टालना ही ठीक रहेगा। स्वास्थ्य का ध्यान रखें। चोट लगने की आशंका है।
  • मीन: आपके लिए मंगल का धन स्थान में वक्री होना आर्थिक दृष्टि से उन्नतिकारक रहेगा। भौतिक सुख-सुविधाओं में बढ़ोतरी होने के संकेत हैं। कृषि और प्रॉपर्टी के बिजनेस से जुड़े लोगों को लाभ होगा। सरकारी सेवा में काम कर रहे लोगों को स्थान परिवर्तन के साथ लाभ होगा। नए वाहन खरीदने का योग है। परिवार में स्थितियां सुकूनदायक बन जाएंगी। जीवनसाथी के साथ चल रहा मनमुटाव दूर होगा।

यह पढ़ें: Pitru Paksha 2020: श्राद्ध में इन 15 बातों का है खास महत्वयह पढ़ें: Pitru Paksha 2020: श्राद्ध में इन 15 बातों का है खास महत्व

English summary
Mars Retrograde 10 September 2020 so Zodiac Signs Effects, read details.
देश-दुनिया की ताज़ा ख़बरों से अपडेट रहने के लिए Oneindia Hindi के फेसबुक पेज को लाइक करें
For Daily Alerts
तुरंत पाएं न्यूज अपडेट
Enable
x
Notification Settings X
Time Settings
Done
Clear Notification X
Do you want to clear all the notifications from your inbox?
Settings X
X