Lunar Eclipse 2019: चंद्र ग्रहण आज, आकाश में दिखेगा आधा लाल चांद
नई दिल्ली। 16 जुलाई को पूरी दुनिया एक बार फिर अद्भूत घटना की गवाह बनेगी क्योंकि इस दिन इस साल का दूसरा चंद्र ग्रहण लगने वाला है, आपको बता दें कि यह एक आंशिक चंद्र ग्रहण होगा जिसे अरुणाचल प्रदेश के दुर्गम उत्तर पूर्वी हिस्सों को छोड़कर पूरे भारत में देखा जा सकेगा।
ग्रहण काल
यह रात को तीन बजकर एक मिनट पर पूरे चरम पर होगा जब धरती की छाया चंद्रमा के आधे से ज्यादा हिस्से को ढक लेगी। ग्रहण काल 2 घंटा 59 मिनट का होगा। इससे पहले 16 जुलाई को सांय 4:31 मिनट पर ग्रहण का सूतक शुरू हो जाएगा। वैसे चंद्र ग्रहण केवल धर्म के लिहाज से ही नहीं बल्कि विज्ञान के नजरिये से भी एक अहम मौका होता है। इस दौरान खगोलशास्त्री अंतरिक्ष से जुड़े शोध में लगे होते हैं।
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'हॉफ ब्लड थंडर मून इक्लिप्स'
सुपर ब्लड वुल्फ मून के दौरान चंद्रमा पृथ्वी के करीब आ जाता है जिससे इसका आकार बाकी दिनों की तुलना में बड़ा दिखाई देता है। चंद्रमा का आकार बड़ा होने और रंग लाल होने के कारण ही इसे 'सुपर ब्लड मून' नाम दिया गया है, चूंकि इस बार का चंद्रग्रहण आंशिक है, इसलिए वैज्ञानिकों ने इसे हॉफ ब्लड थंडर मून इक्लिप्स नाम दिया गया है यानी कि इस ग्रहण के समय चंद्रमा का आधा हिस्सा लाल और आधा ढका हुआ नजर आयेगा और ये नजारा अद्भुत होगा।
चंद्र ग्रहण केवल पूर्णिमा को घटित हो सकता है...
चंद्र ग्रहण वो खगोलीय स्थिति है जब सूर्य, पृथ्वी और चंद्रमा एक सरल रेखा में होते हैं चंद्र ग्रहण केवल पूर्णिमा को घटित हो सकता है। चंद्र ग्रहण का प्रकार और अवधि चंद्रमा की स्थिति पर निर्भर करते हैं। वैसे ग्रहण का शाब्दिक अर्थ होता है, ग्राह्य, अंगीकार, स्वीकार, धारण या प्राप्त करना। लिहाजा आध्यात्मिक मान्यताएं ग्रहण काल में जप, तप, उपासना, साधना, ध्यान और भजन का निर्देश देती हैं।
नग्न आंखों से देख सकते हैं चंद्र ग्रहण....
चंद्र ग्रहण को आप नग्न आंखों से देख सकते हैं, इस दौरान सूर्य ग्रहण की तरह कुछ ऐसी किरणें नहीं निकलती हैं, जो आपकी आंखों को नुकसान पहुंचा सकती हैं इसलिए इस ग्रहण को खुली आंखों से देख सकते हैं, वैसे बेहतर होगा कि आप खुले मैदान में ग्रहण के चांद का दीदार करें, ये आपको सुखद अनुभूति देगा और आप आराम से भौगोलिक घटना को समझ भी सकते हैं।
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