Lunar Eclipse 2018: बहुत हसीन होगा आज आपका चांद, कीजिए हमसफर संग दीदार
Recommended Video
नई दिल्ली। साल 2018 का पहला चंद्रग्रहण आज है,पूर्ण चंद्रग्रहण का समय शाम 5.58 मिनट पर शुरू हो रहा है जो रात 8.41 तक चलेगा। पूर्वी भारत, असम, नागालैंड, मिजोरम, सिक्किम तथा बंगाल के पूर्वी क्षेत्र में ग्रहण प्रारंभ होने के पहले ही चंद्रोदय हो जाएगा। इसलिए इन प्रदेशों में खग्रास रूप में चंद्रग्रहण पूरा दिखाई देगा। आज चांद अपनी साइज से बड़ा दिखाई देगा, आज पूर्णिमा भी है, इसलिए आज के दिन आपको एक अद्भूत खगोलीय घटना देखने को मिलेगी।
ग्रहण और पूर्णिमा आज साथ-साथ
आज आपका चांद पूर्णिमा के चांद की तुलना में यह 30 फीसदी ज्यादा चमकीला और 12 फीसदी बड़ा होगा। वैसे तो ग्रहण लग जाने की वजह से पंडितों ने चांद के दीदार को मना किया है लेकिन विवाहित लोग आज पूर्णिमा होने की वजह से चांद की पूजा करेंगे।
हमसफर संग दीदार
इस दौरान अगर पति-पत्नी साथ में चांद की पूजा करेंगे तो उनके जीवन में हमेशा प्रेम के फूल खिले रहेंगे। इसलिए आज के दिन कोशिश करनी चाहिए कि चांद का दीदार आप अपने लाइफ के चांद के साथ करें।
सुपरमून, ब्लूमून और चंद्र ग्रहण
दरअसल जब चांद और धरती के बीच की दूरी सबसे कम हो जाती है तो चंद्रमा बड़ा दिखाई देता है, इसे 'सुपर मून' कहते हैं और चूंकि एक महीने में दो बार 'सुपर मून' की घटना हो रही है इसलिए इस परिघटना को 'ब्लू मून' नाम दिया गया है और खास बात ये है कि इस दिन ग्रहण भी है। सुपरमून, ब्लूमून और चंद्र ग्रहण (जिसे ब्लड मून भी कहते हैं) एक साथ एक रात में नजर आएंगे, इसलिए इस घटना को 'सुपर ब्लू ब्लड मून' कहा जा रहा है।
माघ की पूर्णिमा
हिंदू पंचाग के अनुसार चंद्र मास के अंतिम दिन मघा नक्षत्र में पड़ने वाले मास माघ की पूर्णिमा को माघी पूर्णिमा कहते हैं। ग्रहण की वजह से पूर्णिमा का महत्व बढ़ गया है। धार्मिक ग्रंथों के अनुसार इस दिन गंगा या किसी भी पवित्र नदी में स्नान करना बहुत ही शुभ और लाभकारी माना जाता है। इस दौरान सबसे अधिक दान-पुण्य के कार्य किये जाते है क्योंकि ऐसा माना जाता है कि ऐसा करने से आपके सारे कष्ट दूर हो जाते हैं।
Read Also: कुंवारों के लिए अच्छा नहीं चंद्रग्रहण इसलिए आज ना करें चांद का दीदार