लाल किताब : चंद्र करे परेशान तो घर में पालें तीतर
नई दिल्ली। जन्मकुंडली में चंद्र खराब हो तो व्यक्ति मानसिक रूप से बहुत परेशान रहता है। उसका किसी काम में मन नहीं लगता। दिमागी कमजोरी के कारण वह जीवन के किसी भी क्षेत्र में उन्न्ति नहीं कर पाता है। चंद्र की कमजोरी के कारण व्यक्ति दमा, फेफड़ों और श्वास संबंधी रोगों से परेशान रहता है। ऐसे व्यक्ति को किडनी और पेट के रोग भी परेशान करते है। वहीं चंद्र मजबूत हो तो व्यक्ति की निर्णय क्षमता बहुत पावरफुल होती है। उसके मन और मस्तिष्क में अद्भुत तालमेल होता है और वह अपनी बात का पक्का होता है।
आइए जानते हैं चंद्र को मजबूत करने के लिए लाल किताब में क्या उपाय बताए गए हैं...
किसी व्यक्ति की जन्मकुंडली के प्रथम स्थान यानी लग्न भाव में चंद्र कमजोर है तो ऐसे व्यक्ति को अपने पलंगे के चारों पायों में तांबे के छल्ले लगवा लेना चाहिए। यदि कहीं यात्रा पर जा रहे हैं और बीच में नदी आए तो उसमें तांबे का सिक्का फेंकें। साथ ही बरगद के वृक्ष में हर दिन जल अर्पित करें। इससे चंद्र की पीड़ा दूर होगी।
कमजोर चंद्र होने पर जरूर करें ये उपाय
- कुंडली के द्वितीय भाव यानी धन स्थान में कमजोर चंद्र हो तो ऐसे व्यक्ति को अपनी मां से उपहार में थोड़े से अक्षत (साबूत चावल) और चांदी लेकर उसे सफेद कपड़े में बांधकर अपने पास सुरक्षित संभालकर रखना है। ऐसा व्यक्ति जब अपने घर का निर्माण करवाए तो उसे नींव में चांदी की ईंट लगवाना चाहिए। इससे धन की बाधा समाप्त हो जाती है।
- तीसरे भाव में दूषित चंद्र बैठा हो तो चावल, दूध और चांदी का दान अपनी बेटी या बहन को देना चाहिए। यदि बहन या बेटी ना हो तो पुत्र या भाई को गेहूं, जौ, बाजरा, गुड़ और स्वर्ण का दान दें। तीसरे भाव के कमजोर चंद्र को बलवान बनाने के लिए घोड़ा या तीतर पालना चाहिए। मां दुर्गा की पूजा प्रतिदिन करें।
- चौथा भाव सुख स्थान होता है। यदि इस स्थान में कमजोर चंद्र है तो व्यक्ति में मानसिक स्थिरता की कमी होती है। चंद्र की मजबूती के लिए परिवार की महिलाओं को हर माह पूर्णिमा के दिन दूध या दूध से बनी चीजें भेंट करें। ऐसे व्यक्ति को कभी दूध का धंधा नहीं करना चाहिए।
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जरूर कीजिए ये काम
- पंचम स्थान में बैठे कमजोर चंद्र को मजबूत बनाने के लिए सोमवार के दिन सफेद कपड़े में चावल और शकर बांधकर बहते पानी में बहाएं।
- छठे भाव के चंद्र की मजबूती के लिए माता-पिता की खूब सेवा करें। गुड़, बाजरा, सोना, तांबा, लाल कपड़े, पीले कपड़े, धार्मिक पुस्तकें, छाता किसी मंदिर में दान करें। ऐसे व्यक्ति को केवल दिन के समय दूध का सेवन करना चाहिए रात में नहीं। कभी भूलकर भी दूध का दान न दें।
- सप्तम स्थान के कमजोर चंद्र को बली बनाने के लिए चांदी और मोती पहने जाते हैं। 24 की उम्र के बाद ही विवाह करना चाहिए, पहले नहीं। प्रतिदिन भगवान शिव की आराधना से चंद्र को मजबूती मिलती है।
- अष्टम चंद्र को मजबूत बनाने के लिए अपनी मां या मां के समान किसी स्त्री से चावल और चांदी उपहार में लें और इसे एक चांदी की डिबिया में भरकर सुरक्षित रख लें। बुजुर्गों और बच्चों की सेवा करने से चंद्र मजबूत होता है। एकांत-निर्जन स्थान में दूध से भरी बोतल जमीन में चुपचाप गाड़कर आ जाएं।
- नवम चंद्र की मजबूती के लिए अपने ईष्ट देव या शिव में मंदिर में हर दिन दर्शन करने जाना चाहिए। अपना चरित्र साफ रखें और ध्यान रहे आप पर किसी प्रकार का आरोप-प्रत्यारोप न लगे।
- दशम स्थान में चंद्र कमजोर होकर बैठा है तो ऐसे व्यक्ति को रात्रि में दूध नहीं पीना चाहिए। अपने गुरुओं, शिक्षकों की सेवा करना चाहिए। ब्राह्मणों को केले, क्रीम कलर के कपड़े और धार्मिक पुस्तकें भेंट करना चाहिए।
- एकादश स्थान में यदि चंद्र कमजोर होकर बैठा है तो आय प्रभावित होती है। इसे मजबूत करने के लिए चांदी की अंगूठी में मोती धारण करें। 11 बच्चों को पेड़े खिलाएं। कालिका माता के मंदिर में 11 लोगों को एक-एक लीटर दूध भेंट करें।
- जिस व्यक्ति की कुंडली के द्वादश स्थान में कमजोर चंद्र हो उसे हर कहीं का पानी नहीं पीना चाहिए, केवल साफ-सुथरा फिल्टर पानी पीएं। चांदी के बर्तन में बारिश का पानी भरकर रखें, चंद्र मजबूत होगा।
लोगों को अपनाने चाहिए ये तरीके...
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