Lal kitab: मंगल को मजबूत करने के लिए कुत्तों को खिलाएं तंदूरी रोटी
नई दिल्ली। मंगल ग्रह का प्रभाव जीवन के प्रत्येक क्षेत्र पर पड़ता है । शरीर में रक्त से लेकर बाहरी जीवन में साहस, शौर्य, निडरता यहां तक कि कार्य-व्यवसाय और दांपत्य जीवन पर भी मंगल का काफी असर होता है। मंगल ठीक हो तो व्यक्ति के कार्यों में बाधाएं नहीं आती, शत्रु उसे परेशान नहीं करते, दांपत्य जीवन में मधुरता बनी रहती है और वह व्यक्ति आर्थिक रूप से संपन्न होता है। मंगल खराब होने पर व्यक्ति के जीवन में अचानक बड़े-बड़े संकट आने लगते हैं। वह कर्ज में डूब जाता है और लगातार आर्थिक हानि होती रहती है।
आइए लाल किताब के अनुसार जानते है। कुंडली के किस भाव में कमजोर मंगल है तो उसे मजबूत करने के क्या उपाय किए जाना चाहिए।
कमजोर मंगल
- जन्मकुंडली के प्रथम भाव में कमजोर मंगल हो तो व्यक्ति को रक्त संबंधी रोग हमेशा परेशान करते रहते हैं, व्यक्ति गलत संगत में पड़ा रहता है। इस स्थान के मंगल को मजबूत बनाने के लिए घर की उत्तरी दीवार पर सूर्य और चंद्र की तस्वीरें लगाएं।
- कुंडली के द्वितीय भाव में बैठे कमजोर मंगल को मजबूत करने के लिए किसी नदी में मसूर की दाल बहाएं। अपने भाई और मित्रों से संबंध अच्छे बनाकर रखें और संभव हो तो अपने घर में हिरण की खाल रखें।
- तीसरे भाव के कमजोर मंगल को मजबूत करने के लिए घर में हाथी दांत से बनी कोई वस्तु अवश्य रखें। ज्यादातर सफेद कपड़े पहनें। अपनी बाएं हाथ की अंगुली में चांदी की अंगूठी धारण करके रखें।
- चौथे भाव के मंगल को मजबूत करने के लिए चार किलो चावल को दूध से धोकर गंगा या ऐसी ही किसी पवित्र नदी में प्रवाहित करें। इससे मंगल तुरंत मजबूत होगा। तीन धातुओं सोना, चांदी और तांबे से बनी अंगूठी या कड़ा सीधे हाथ में पहनें।
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कन्याओं का पूजन करें
- पंचम स्थान में यदि कमजोर मंगल बैठा हुआ है तो उसे बल प्रदान करने के लिए हर रात अपने सिरहाने पानी भरकर रखें और सुबह उसे पौधों में डाल दें। ऐसे व्यक्ति को अपने घर में नीम का पौधा लगाना चाहिए।
- छठे स्थान के कमजोर मंगल को मजबूत बनाने के लिए कन्याओं का पूजन कर उन्हें समय-समय पर उनकी मनपसंद चीजें भेंट करते रहें। चांदी और चावल का दान करने से मंगल के बुरे प्रभाव दूर होंगे।
- सप्तम स्थान में कमजोर मंगल दांपत्य जीवन प्रभावित करता है। इसे मजबूत करने के लिए व्यक्ति अपने जेब में हमेशा चांदी की ठोस गोली रखे। अपनी बहन, साली, चाची, मौसी को मिठाई भेंट करें। लेकिन ध्यान रखें इन्हीं महिलाओं को कभी भी कोई वस्त्र भेंट न करें।
- अष्टम स्थान के कमजोर मंगल को मजबूत करने के लिए कुत्तों को तंदूरी रोटी खिलाएं। तीन धातुओं सोना, चांदी और तांबे से बनी अंगूठी पहनें।
- नवम स्थान में बैठा कमजोर मंगल बुरे कार्यों की ओर प्रवृत्त करता है। इससे बचने के लिए व्यक्ति हमेशा अपने जेब में लाल रूमाल रखें। हर मंगलवार को हनुमान मंदिर में चोला चढ़ाए। अपने भाई और भाभी का सम्मान करें।
- दशम स्थान के मंगल को मजबूत करने के लिए मंगलवार के दिन हनुमानजी की पूजा करके सुंदरकांड का पाठ करें। इस दिन कुछ मीठा जरूर खाएं। ध्यान रहे कि आपके हाथ से गरम दूध कभी जमीन पर न गिरे।
- एकादश स्थान में बैठे कमजोर मंगल को मजबूत करने के लिए हनुमानजी की नियमित पूजा करें। काले और सफेद कुत्ते पालकर उनकी सेवा करें। मिट्टी के पात्र में शहद और सिंदूर मिलाकर घर में सुरक्षित स्थान पर रखें।
- द्वादश स्थान में कमजोर मंगल को बल प्रदान करने के लिए अपने घर में कभी तलवार या ऐसा ही कोई बड़ा धारदार हथियार न रखें। मंगलवार के दिन हनुमान मंदिर में जाकर बादाम का प्रसाद वितरित करें।
मंगल बुरे कार्यों की ओर प्रवृत्त करता है
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