Karwa Chauth 2019: जानिए करवा चौथ की पूजा, मुहूर्त एवं विधि
नई दिल्ली। प्रेम, श्रद्धा, विश्वास और त्याग का पावन पर्व करवा चौथ 17 अक्टूबर को है। इस दिन पूरे दिन भूखी-प्यासी रहकर पत्नियां अपने पति की लंबी उम्र की कामना करती हैं। इस परंपरगत त्यौहार को हमारी मीडिया ने भी बहुत ग्लैमराइज्ड कर दिया है इसी कारण ये त्यौहार आज उन लोगों में भी काफी लोकप्रिय है जो अपने आप को आधुनिक कहते हैं।
करवा चौथ की तिथि और शुभ मुहूर्त
- करवा चौथ की तिथि: 17 अक्टूबर 2019
- चतुर्थी तिथि प्रारंभ: 17 अक्टूबर 2019 (गुरुवार) को सुबह 06 बजकर 48 मिनट से
- चतुर्थी तिथि समाप्त: 18 अक्टूबर 2019 को सुबह 07 बजकर 29 मिनट तक
- करवा चौथ व्रत का समय: 17 अक्टूबर 2019 को सुबह 06 बजकर 27 मिनट से रात 08 बजकर 16 मिनट तक.
- कुल अवधि: 13 घंटे 50 मिनट
- पूजा का शुभ मुहूर्त: 17 अक्टूबर 2019 की शाम 05 बजकर 46 मिनट से शाम 07 बजकर 02 मिनट तक.
- कुल अवधि: 1 घंटे 16 मिनट
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इस व्रत ने फैशन का रूप धारण कर लिया है
भले ही पारंपरिक एक पूजा हो लेकिन इस व्रत ने फैशन का रूप धारण कर लिया है। स्त्रियां इस दिन भूखी-प्यासी रहकर सोलह श्रृंगार करती हैं और गणेश जी और करवा की पूजा करने के बाद चंद्रमा को अर्ध्य देती हैं।
करवा की पूजा कीजिए
व्रत वाले दिन ब्रह्म मुहूर्त में उठ कर स्नान कर स्वच्छ कपड़े पहनकर श्रृंगार कर लें। इस अवसर पर करवा की पूजा-आराधना कर उसके साथ शिव-पार्वती की पूजा का विधान है क्योंकि माता पार्वती ने कठिन तपस्या करके शिवजी को प्राप्त कर अखंड सौभाग्य प्राप्त किया था इसलिए शिव-पार्वती की पूजा की जाती है। करवा चौथ के दिन चंद्रमा की पूजा का धार्मिक और ज्योतिष दोनों ही दृष्टि से महत्व है।
क्यों दिया जाता है अर्ध्य?
करवा चौथ का व्रत कार्तिक मास की कृष्ण चतुर्थी को रखा जाता है। कार्तिक महीना हेमन्त ऋतु में पड़ता है और इस समय आकाश एक दम साफ रहता जिस कारण चन्द्रमा का अधिकतर प्रकाश पृथ्वी पर पड़ता है। चन्द्र मन का प्रतिनिधित्व करता है। स्त्रियों का मन अधिक चंचल होता है इसलिए मन को स्थिर और शक्तिशाली बनाने के लिए करवा चौथ के दिन चन्द्रमा को अर्ध्य देने की परंपरा है।
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