30 मार्च से बृहस्पति का गोचर धनु में, क्या होगा आपकी राशि पर असर?
नई दिल्ली। वैदिक ज्योतिष में सूर्य के बाद बृहस्पति को सबसे महत्वपूर्ण ग्रह माना गया है। बृहस्पति के शुभ प्रभाव से व्यक्ति के जीवन में सदाचार, ज्ञान, उच्च गुण, संतान सुख, कार्य सुख, संपत्ति सुख और सामाजिक जीवन में पद-प्रतिष्ठा प्राप्त होती है। यह वैवाहिक सुख का भी कारक ग्रह माना गया है। बृहस्पति की शुभता से व्यक्ति धार्मिक प्रवृत्ति का और सदाचारी होता है। बृहस्पति खराब होने पर जातक के जीवन का अधिकांश समय व्यर्थ के कार्यों के बीतता है। बृहस्पति ग्रह धनु और मीन राशि का स्वामी है। यह कर्क राशि में उच्च का तथा मकर राशि में नीच का होता है। बृहस्पति 30 मार्च 2019 को धनु राशि में प्रवेश करेगा और 22 अप्रैल 2019 को वक्री होकर वृश्चिक राशि में पहुंच जाएगा। इसके बाद 5 नवंबर 2019 को पुनः मार्गी होकर धनु राशि में प्रवेश करेगा।
बारह राशियों पर बृहस्पति के गोचर का प्रभाव
- मेष: मेष राशि के लिए बृहस्पति का धनु में गोचर नवम स्थान में होगा। इनके लिए यह गोचर श्रेष्ठ रहेगा। भाग्योदय होगा। धन लाभ होगा। धार्मिक कार्यों में रुचि बढ़ेगी और सामाजिक और आर्थिक जीवन में पद-प्रतिष्ठा बढ़ेगी।
- वृषभ: वृषभ राशि के लिए बृहस्पति का गोचर अष्टम भाव में होगा। इन्हें संभलकर चलना होगा। आर्थिक हानि की आशंका रहेगी। भाग्य साथ नहीं देगा। बार-बार रोग परेशान करेंगे और बीमारियों पर खर्च अधिक होगा। कार्यों में रुकावट, परेशानी आएगी।
- मिथुन: सप्तम स्थान में बृहस्पति का गोचर मिथुन राशि के लिए सुखद रहेगा। इन्हें व्यवसाय में सफलता मिलेगी। दांपत्य जीवन सुखी रहेगा। धन लाभ होगा। यात्राओं के योग बनेंगे। भागीदारी में कार्यों में सफलता मिलेगी।
- कर्क: कर्क राशि के लिए बृहस्पति का गोचर छठे भाव में होगा। यह रोग स्थान है। इसलिए इस राशि वालों को शारीरिक पीड़ा हो सकती है। खर्च की अधिकता रहेगी। संतान की चिंता रहेगी। हालांकि कर्क राशि में बृहस्पति उच्च का होता है इसलिए इनके शत्रुओं का नाश होगा और आर्थिक लाभ प्राप्त होगा।
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घर-परिवार में मांगलिक कार्य होंगे
- सिंह: सिंह राशि के लिए गोचर पंचम स्थान में होगा। इन्हें संतान सुख की प्राप्ति होगी। धन-संपदा में वृद्धि होगी। शिक्षा के क्षेत्र में सफलता प्राप्त होगी। घर-परिवार में मांगलिक कार्य होंगे।
- कन्या: इस राशि के लिए चतुर्थ स्थान में बृहस्पति गोचर करेगा। इनके कार्यों में रुकावट आ सकती है। माता को कष्ट, परिवार में वाद-विवाद की स्थिति बनेगी। लेकिन इ्रन्हें मित्रों तथा बाहरी लोगों से लाभ प्राप्त होगा।
- तुला: तुला राशि के लिए तृतीय स्थान में बृहस्पति का गोचर होगा। इन्हें मिलाजुला प्रभाव मिलेगा। परिवार में मांगलिक कार्य होंगे। किसी विशेष कार्य से यात्राएं करना पड़ेंगी। संतान से कष्ट होगा। मित्रों से मतभेद उभरेंगे।
- वृश्चिक: इस राशि के लिए धन स्थान यानी द्वितीय स्थान में बृहस्पति का गोचर होगा। धनलाभ, सम्मान में वृद्धि, सुख, मानसिक शांति, शिक्षा के क्षेत्र में विशेष सफलता मिलेगी। श्रेष्ठ पद-प्रतिष्ठा प्राप्त होगी।
- धनु: इस राशि के लिए प्रथम भाव में बृहस्पति गोचर करेगा। चूंकि बृहस्पति इसी राशि का स्वामी है, इसलिए इनके लिए कई अच्छी बातें होंगी। भाग्योदय होगा। धन लाभ होगा। लेकिन यात्रा में सावधानी रखें। मानसिक और शारीरिक पीड़ा हो सकती है।
- मकर: मकर राशि में बृहस्पति नीच का होता है और इनके लिए गोचर द्वादश स्थान में होगा। अपव्यय होगा। शारीरिक मानसिक कष्ट होगा। स्वजनों से विरोध का सामना करना पड़ेगा। यात्रा में कष्ट हो सकता है।
- कुंभ: बृहस्पति का 11वें स्थान में गोचर पद-प्रतिष्ठा में वृद्धि करने वाला साबित होगा। धन लाभ होगा। संतान सुख, व्यवसाय में वृद्धि होगी। नया कार्य प्रारंभ करने की योजना बनेगी। रोग मुक्ति होगी।
- मीन: इस राशि के लिए दशम स्थान में बृहस्पति आने वाला है। स्थान परिवर्तन, पारिवारिक विवाद, अपव्यय, पद-प्रतिष्ठ में कमी के संकेत रहेंगे। घर-परिवार के मांगलिक कार्यों में खर्च करना होगा।
- वृश्चिक से धनु में, 30 मार्च 2019 शनिवार, रात्रि 3.11 बजे
- धनु से वृश्चिक में (वक्री), 22 अप्रैल 2019 सोमवार, सायं 5.55 बजे
- वृश्चिक से धनु में (मार्गी), 5 नवंबर 2019 मंगलवार, प्रातः 6.42 बजे
धन लाभ होगा
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