गुरु पुष्य संयोग 4 जुलाई को, गुप्त नवरात्रि के कारण और बढ़ गया है प्रभाव
नई दिल्ली। नक्षत्रों का राजा कहलाने वाला पुष्य नक्षत्र 4 जुलाई को है। इस दिन गुरुवार होने के कारण गुरु-पुष्य का शुभ संयोग बन गया है। साथ ही यह समय गुप्त नवरात्रि का भी रहेगा इसलिए गुरु-पुष्य का संयोग और भी अधिक शुभ प्रभावी हो गया है। इस दिन कई उपाय किए जाते हैं जिससे जीवन की परेशानियों को दूर किया जा सकता है। वैवाहिक कार्यों की बाधाएं दूर करने, धन-संपत्ति की प्राप्ति के लिए, आर्थिक हानि रोकने के लिए और भूमि-भवन-संपत्ति, वाहन और स्वर्ण खरीदने के लिए यह दिन अत्यंत शुभ है।
आइए जानते हैं गुरु-पुष्य के संयोग में आप क्या कार्य संपन्न कर सकते हैं...
क्यों शुभ है गुरु-पुष्य में खरीदी
27 नक्षत्रों में पुष्य नक्षत्र आठवें स्थान पर आता है। पुष्य नक्षत्र का स्वामी शनि है, जो स्थायित्व प्रदान करने वाला माना जाता है। गुरु स्वर्ण, धन, संपत्ति, वाहन सुख आदि का प्रतिनिधि ग्रह माना जाता है। इसलिए जब-जब गुरु पुष्य का शुभ संयोग आता है उसमें स्वर्णादि खरीदा जाता है। गुरु और शनि की युति वैवाहिक जीवन के लिए भी महत्वपूर्ण होती है। इसलिए इस दिन विवाह में आ रही बाधा दूर करने या दांपत्य जीवन सुखद बनाने के लिए भी अनेक उपाय किए जाते हैं। 4 जुलाई 2019 गुरुवार को पुष्य नक्षत्र पूरे दिन और रात रहेगा।
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क्या करें पुष्य नक्षत्र में
- यदि आप भूमि या मकान खरीदना चाहते हैं, भवन निर्माण का कार्य शुरू करना चाहते हैं, पुराने मकान को तोड़कर नया बनाना चाहते हैं तो इसके लिए गुरु-पुष्य का संयोग अत्यंत शुभ है। इस दिन ये कार्य करेंगे तो स्थायी शुभ फल प्राप्त होगा और लगातार आप नए-नए भूमि, संपत्ति खरीदते जाएंगे।
- गुरु-पुष्य नक्षत्र के दिन स्वर्ण की कोई वस्तु, आभूषण अवश्य खरीदें। इससे घर में स्वर्ण की कभी कमी नहीं होगी। स्वर्ण खरीदने की स्थिति ना हो तो एक लाल रेशमी कपड़े में हल्दी की एक गांठ बांधकर उसमें कुछ अक्षत के दाने और सिक्का रखकर पूजन कर अपनी तिजोरी में रखें। इससे शीघ्र ही आर्थिक स्थिति में सुधार होने लगता है।
- जिन युवक युवतियों के विवाह में बाधा आ रही हो उनके लिए गुरु-पुष्य का दिन अत्यंत लाभपूर्ण रहेगा। इस दिन केले के पेड़ की जड़ घर में लाकर उसे कच्चे दूध और फिर गंगाजल से पवित्र और शुद्ध कर लें। इसे एक पीले कपड़े पर रखकर हल्दी से पूजन करें और उसी कपड़े में बांधकर छोटी सी पोटली बना लें। इस ताबीजनुमा पोटली को अपने दाहिने बाजू में बांध लें। शीघ्र ही विवाह कार्य में आ रही बाधा दूर होगी।
- गुरु-पुष्य संयोग के दिन नया वाहन खरीदने के लिए शुभ समय है।
- यदि आप आर्थिक संकटों से गुजर रहे हैं तो गुरु-पुष्य के दिन भगवान विष्णु की पूजा पीले पुष्पों से करें तो स्थायी रूप से आर्थिक संकट समाप्त हो जाएगा।
- इस दिन रोग मुक्ति के उपाय भी किए जाते हैं। यदि लंबे समय से कोई बीमारी आपको या आपके किसी परिजन को घेरे हुए हैं तो गुरु-पुष्य के दिन भगवान शिव का अभिषेक शहद से करें।
- मां गायत्री की पूजा इस दिन पीले फूलों से करने से जीवन से शत्रुओं का नाश होता है। साहब, आत्मबल और आत्मविश्वास आता है।
गुप्त नवरात्रि के कारण और बढ़ गया है पुष्य संयोग का प्रभाव
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