Lunar Eclipse 2018: कुंवारों के लिए अच्छा नहीं चंद्रग्रहण इसलिए आज ना करें चांद का दीदार
नई दिल्ली। साल 2018 का पहला चंद्रग्रहण आज है,पूर्ण चंद्रग्रहण का समय शाम 5.58 मिनट पर शुरू हो रहा है जो रात 8.41 तक चलेगा। पूर्वी भारत, असम, नागालैंड, मिजोरम, सिक्किम तथा बंगाल के पूर्वी क्षेत्र में ग्रहण प्रारंभ होने के पहले ही चंद्रोदय हो जाएगा इसलिए इन प्रदेशोें में खग्रास रूप में चंद्रग्रहण पूरा दिखाई देगा।
कुंवारों के लिए अच्छा नहीं ग्रहण
वैसे तो आज पूर्णिमा भी है, ऐसे में आज चांद की पूजा भी की जाएगी लेकिन इनसबके बावजूद इस ग्रहण को कुंवारों के लिए अच्छा नहीं कहा जा रहा है। बनारस के आचार्य श्री भगवती शुक्ल ने बताया कि चंद्रग्रहण हमेशा से ही कुंवारों के लिए अच्छा नहीं होता है।
कुंवारों पर पड़ता है गलत असर
वैसे भी सुंदरता का प्रतीक चंद्रमा को कभी कुंवारों को देखना नहीं चाहिए क्योंकि चंद्रमा को श्राप मिला है इसलिए पूर्ण चांद के दीदार से कुंवारों को रोका जाता है। ऐसा माना जाता है कि चांद का संबंध शीतलता से होता है लेकिन जब उस पर ग्रहण लगता है तो वो उग्र हो जाता है जिसका बुरा असर कुवांरे लड़के-लड़कियों पर पड़ता है इस कारण घर के बड़े ग्रहण को देखने से मना करते हैं।
चंद्रमा को बड़ा घमंड था इसलिए मिला था श्राप
आचार्य श्री भगवती शुक्ल ने कहा कि पुराणों में वर्णन है कि चंद्रमा को बड़ा घमंड था अपनी खूबसूरती का इसी कारण उसे श्राप मिला था और वो अपनी पत्नियों से दूर हो गया था। इसी वजह से कहा जाता है कि कुवांरों को पूरा चांद कभी नहीं देखना चाहिए क्योंकि उनके वैवाहिक जीवन में काफी कष्ट होता है तो वहीं दूसरी ओर शादी में भी देरी होती है।
भगवान शिव की अराधना करनी चाहिए
फिलहाल धर्म के हिसाब से चंद्रग्रहण के वक्त लोगों को सावधानी बरतनी चाहिए और भगवान शिव की अराधना करनी चाहिए क्योंकि भगवान शिव ने ही चांद को दोषमुक्त किया था और इसी वजह से वो उनके मस्तक पर भी विराजमान है।
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