भाग्य बदल सकते हैं घर में लगे पौधे...
मनुष्य का प्रकृति से संबंध पृथ्वी के जन्म के समय से रहा है। बिना प्रकृति और पर्यावरण के धरती पर प्राणियों का जीवित रहना संभव नहीं।
नई दिल्ली। वास्तुशास्त्र में दिशा, वस्तु और घर में रखे सामान का सर्वाधिक महत्व बताया गया है। इन सब चीजों का व्यक्ति के भाग्य पर काफी प्रभाव पड़ता है। यदि सही वस्तु सही दिशा में रखी गई है तो भाग्य के दरवाजे स्वतः खुलने लगते हैं, लेकिन यदि गलत दिशा में गलत चीजें रखी गई हैं तो उस घर में रहने वाले लोग हमेशा किसी न किसी परेशानी से घिरे रहेंगे।
प्रकृति से संबंध पृथ्वी के जन्म के समय से रहा
मनुष्य का प्रकृति से संबंध पृथ्वी के जन्म के समय से रहा है। बिना प्रकृति और पर्यावरण के धरती पर प्राणियों का जीवित रहना संभव नहीं। यही कारण है कि भगवान विश्वकर्मा द्वारा रचित वास्तु शास्त्र में भी पेड़-पौधों और मनुष्य के संबंधों पर विस्तार से चर्चा की गई है। वास्तु शास्त्र में पेड़-पौधे लगाने के लिए कई नियम बताए गए हैं, जिन्हें ध्यान से पढ़कर आप भी अपने अपने जीवन को खुशहाल बना सकते हैं।
जो अशुभ परिणाम देने लगते हैं...
कई बार हम बिना जाने-समझे घर में या आसपास ऐसे पौधे लगा लेते हैं जो अशुभ परिणाम देने लगते हैं और समझ भी नहीं पाते कि आखिर ऐसा क्यों हो रहा है। दरअसल वे पौधे वास्तु दोष उत्पन्न करते हैं, जिनके कारण परिवार के सदस्यों में न केवल रोग आते हैं बल्कि आर्थिक तरक्की भी रूक जाती है।
आइये हम जानते हैं कौन से पौधे घर में लगाना चाहिए और कौन से नहीं...
ये पौधे लगाएं
1.
भारतीय
वास्तु
शास्त्र
के
साथ,
चीनी
फेंगशुई
में
भी
मनी
प्लांट
को
घर
में
लगाना
शुभ
माना
गया
है।
ज्योतिष
के
अनुसार
मनी
प्लांट
में
शुक्र
का
वास
माना
गया
है।
इसे
लगाने
से
परिवार
के
लोगों
में
प्रेम
बना
रहता
है
और
आर्थिक
कमी
कभी
नहीं
होती।
मनी
प्लांट
को
आग्नेय
कोण
में
नीले
कांच
की
बोतल
में
पानी
भरकर
लगाना
चाहिए।
हर
दिन
पानी
बदलते
रहना
चाहिए।
2.
घर
में
बांस
के
पौधे
लगा
सकते
हैं।
फेंगशुई
के
अनुसार
बांस
के
पौधे
सुख
व
समृद्धि
के
प्रतीक
होते
हैं।
कांच
के
जार
में
छोटे
आकार
के
बांस
के
पौधों
को
लाल
धागे
में
बांधकर
दुकान,
प्रतिष्ठान
में
ईशान
या
उत्तरी
दिशा
में
रखने
से
आर्थिक
प्रगति
होने
लगती
है।
गुलदस्तों में रोज ताजे फूल लगाएं
3.
घर
या
दुकान-ऑफिस
की
पॉजिटिव
एनर्जी
बढ़ाने
के
लिए
गुलदस्तों
में
रोज
ताजे
फूल
लगाएं।
फूलों
के
गुलदस्ते
सौभाग्य
में
वृद्धि
करते
हैं।
मुरझाए
फूल
व
पत्तियां
नेगेटिव
एनर्जी
उत्पन्न
करती
हैं।
इसलिए
फूलों
को
बासी
होते
ही
बदल
देना
चाहिए।
4.
तुलसी
के
पौधे
का
न
केवल
धार्मिक
महत्व
है
बल्कि
यह
एक
चमत्कारिक
औषधीय
पौधा
भी
है।
इसका
स्पर्श
व
इससे
होकर
आने
वाली
हवा
बहुत
लाभकारी
है।
इसे
घर
के
मुख्य
द्वार
पर
लगाया
जा
सकता
है।
प्राचीन
काल
में
तुलसी
का
पौधा
घर
के
मध्य
स्थान
में
लगाया
जाता
था,
लेकिन
आजकल
वैसी
जगह
घरों
में
होती
नहीं।
5.
बेडरूम
के
नैऋत्य
कोण
में
टेराकोटा
या
चीनी
मिट्टी
के
फूलदानों
में
सूरजमुखी
के
फूल
लगा
सकते
हैं।
6.
ऊंचे
व
घने
वृक्ष
घर
के
दक्षिण
या
पश्चिम
भाग
में
घर
की
दीवारों
से
थोड़ी
दूर
ही
लगाना
चाहिए।
ये पौधे न लगाएं
1.
घर
में
कांटेदार
व
दूध
(जिनके
कटने-छिलने
पर
सफेद
द्रव्य
निकलता
हो)
वाले
पौधे
नहीं
लगाना
चाहिए।
कांटे
नकारात्मक
ऊर्जा
उत्पन्न
करते
हैं।
गुलाब
का
पौधा
लगाया
जा
सकता
है,
इसमें
सुगंधित
फूल
खिलते
हैं।
2.
यदि
घर
की
किसी
दीवार
पर
पीपल
उग
आए
तो
उसे
पूजा
करके
हटाते
हुए
गमले
में
लगा
देना
चाहिए।
पीपल
को
बृहस्पति
ग्रह
का
कारक
माना
जाता
है।
लेकिन
पीपल
का
पेड़
घर
से
बाहर
लगाना
चाहिए।
घर
में
न
हों।
3.
बेडरूम
में
किसी
भी
तरह
के
पौधे
न
लगाएं।
इससे
दंपती
के
बीच
मानसिक
तनाव
बना
रहता
हे।
डाइनिंग
व
ड्रॉइंग
रूम
में
गमले
रखे
जा
सकते
हैं।
4.
आजकल
घर
में
बोनसाई
पौधे
लगाने
का
फैशन
बन
गया
है,
लेकिन
बोनसाई
का
पौधा
घर
में
नहीं
लगाना
चाहिए।
वास्तु
शास्त्र
के
अनुसार
बोनसाई
पौधा
घर
में
रहने
वाले
सदस्यों
का
आर्थिक
विकास
रोकते
हैं।
5.
खुशबूदार
फूल
वाले
पौधे
जैसे-
चंपा,
नागचंपा,
चमेली,
बेला,
रात
रानी
आदि
फूल
लगाए
जा
सकते
हैं,
लेकिन
इन्हें
घर
के
बाहर
ही
लगाएं।
6.
घर
में
नकली
पौधे
नहीं
लगाने
चाहिए,
ये
अशुभ
माने
जाते
है।
ये
धूप
व
गंध
को
भी
ज्यादा
आकर्षित
करते
हैं।