गणेश चतुर्थी पर बन रहे शुभ योगों का विभिन्न राशियों पर प्रभाव
हिन्दू पंचांग के अनुसार गणेश चतुर्थी का त्यौहार भाद्रपद महीने में शुक्ल चतुर्थी को मनाया जाता है। गणेश चतुर्थी का पर्व पूरे 10 दिन तक धूम-धाम से पूजन-अर्चन करके मनाया जाता है। ऐसी मान्यता है कि विसर्जन के पश्चात गणेश जी अपने माता-पिता देवी पार्वती और भगवान शंकर के पास वापस लौट जाते है। इस बार 58 वर्ष बाद शनि के मार्गी होने पर गणेश जी बिराजेगें। शनि के मार्गी होने के दिन हस्त नक्षत्र में अमृत योग, रवि योग में गणेश जी की स्थापना करना अत्यन्त शुभ फलदायक होगा। आईये जानते है कि गणेश चतुर्थी पर बनने वाले विभिन्न शुभ योगों का आपकी राशि पर क्या होगा असर ?
मेष-
किसी शुभ समाचार की प्राप्ति होगी जिससे कुछ मानसिक शान्ति प्राप्ति होगी। दूरस्थ शिक्षा से जुड़े लोगों के लिए आज कुछ व्यवधान आने की आशंका है। आज-आप अपनी वाणी में सौम्यता लायें अन्यथा किसी से विवाद हो सकता है।
उपायः- ‘‘ऊॅ गं गणपतये नमः'' मन्त्र की कम से कम 1 माला का जाप करें।
वृषः-
आज आर्थिक कार्यो में व्यवधान आने की आश्ंाका है अतः सावधानी बरतें। किसी सेे इतनी नजदीकियांॅ न बढ़ायें कि बाद में कष्ट सहना पड़ें। मार्केट में लगा पैसा वापस मिलने की सम्भावना है जिससे मन प्रसन्न होगा। महिलाओं का धन व्यय होगा।
उपायः- ऊॅ एकदन्ताय विद्राहे वक्रतंुडाय धीमहि तन्नो बुद्धि प्रचोदयात मन्त्र की कम से कम 1 माला का जाप करें।
मिथुनः-
किसी नजदीकी व्यक्ति को शारीरिक कष्ट हो सकता है। जिससे आप चिन्तित रहेंगें। किसी मन पसन्द वस्तु की खरीदारी करने का अवसर प्राप्त होगा। व्यापार व व्यवसाय में प्रगति होने के शुभ संकेत है। सन्तान का सुख व सहयोग प्राप्त होगा।
उपायः- ऊॅ ग्लौम गौरी पुत्र वक्रतुंड, गणपति गुरू गणेश। ग्लौम गणपति, ऋद्धि पति, सिद्धि पति। करों दूर क्लेश।
कर्कः-
आज आपके दिमाग में नये विचार आयेंगें जिससे आप अपने मातहतों का मार्गदर्शन कर सकेंगे। विरोधियों का मंुॅह तोड़ जवाब देना अति आवश्यक है। कैैरियर की दिशा में परिवर्तन होने की सम्भावना है। किसी वैवाहिक कार्यक्रम में आप भाग लेंगे।
उपायः-गणेश स्त्रोत का पाठ करें।
सिंहः-
शिक्षा की दिशा मे किया गया प्रयास सार्थक सिद्ध होगा। श ̧या सुख में कमी आने की आने की आश्ंाका है। आज आपका मन भौतिक सुखों की ओर आकर्षित होगा। दवाओं पर अत्याधिक व्यय होगा। आॅफिस के कार्यो में मन लगेगा।
उपायः- ऊॅ नमो गणपतये कुबेर येकद्रिको फट् स्वाहा। इस मन्त्र का कम से कम 108 बार जाप करें।
कन्याः-
घरेलू खर्चो में अत्याधिक व्यय के कारण परिवार में तनाव का माहौल रहेगा। सामाजिक पद प्रतिष्ठा में वृद्धि होगी। सरकारी नैाकरी करने वालों के लिए आज का दिन अनुकूल रहेगा। कोर्ट-कचहरी से सम्बन्धित कार्यो में प्रगति होने के आसार है।
उपायः- ऊॅ नमो हेरम्ब मदमोहित मम संकटान निवारय स्वाहा' मन्त्र की कम से कम 1 माला का जाप करें।
तुलाः-
किसी आध्यात्मिक व्यक्ति से मुलाकात होगी जो आपको स्वस्थ रहने के नुस्खे बतायेगा। पुराने रिश्तों को दोबारा जोड़ने का प्रयास करें। सन्तान की ओर से सुखद समाचार मिलने की सम्भावना है। महिलायें रोग से बचाव करेे।
उपायः- ऊॅ गणेश ऋणं छिन्धि वरणयं हुं नमः फट'' मन्त्र की कम से कम 1 माला का जाप करें।
वृश्चिकः-
व्यावसायिक सम्बन्धों में दरार आने की आश्ंाका है। घरेलू महिलाओं के लिए आज का दिन अनुकूल साबित होगा। अत्यधिक भागदौड़ के कारण शारीरिक थकान महसूस होगी। धार्मिक कार्यो में धन का व्यय होगा। श्रम की अधिकता रहेगी।
उपायः- ऊॅ श्रीं गं सौम्याय गणपते वरवरद सर्वजनं मे वशमानय स्वाहा'' मन्त्र की कम से कम 1 माला का जाप करें।
धनुः-
राजनीतिक मान सम्मान व पद प्रतिष्ठा में वृद्धि होगी। किसी जरूरी मीटिंग को स्थगित करना पड़ सकता है। ससुराल पक्ष से सहयोग प्राप्त होगा जिससे जीवन साथी से मधुर सम्बन्ध स्थापित होेंगें। आमदनी में वृद्वि होने के आसार हैं
उपायः- ''गं क्षिप्रप्रसादनाय नमःः'' मन्त्र की कम से कम 1 माला का जाप करें।
मकरः-
अतीत की यादों को लेकर मन थोड़ा चिन्तित रहेगा। कल्पना की जगह तथ्य पर ध्यान देंगे तभी आपके सपने साकार होंगे। घर पर किसी प्रिय अतिथि का आगमन होगा। रोजगार से सम्बन्धित दिक्कतों में कुछ कमी आंयेगी। मित्रों से भेंट होगी।
उपायः- ''ऊॅ गं नमः'' निम्न मन्त्र की एक माला का जाप करें।
कुम्भः-
आज आपको किसी प्रकार की आन्तरिक यात्रा या परिवर्तन आपको दस्तक दे रही है। अतः कोई भी कार्य आप बड़ी सावधानी से करेंगे तभी आपको सफलता प्राप्त होगी। राजनैतिक लोंगो के लिये आज का दिन अनुकूल साबित होगा।
उपायः- '' ऊॅ श्रीं गं सौभ्याय गणपते वर वरद सर्वजनं मे वशमानय स्वाहा'' की एक माला का जाप करें।
मीनः-
आज आपके परिवार में जरूरी आवश्यकताओं की पूर्ति होगी। जिससे परिवार के सभी सदस्य आपस में सहभागिता का अनुभव करेंगें। अत्यधिक धूम्रपान के सेवन से बचने का प्रयास करें। अन्यथा स्वास्थ्य बिगड़ सकता है। आप अपने क्रोध पर नियन्त्रण रखें।
उपायः- ''ऊॅ वक्रतुण्डैक दंष्टाय क्लीं ह्रीं श्रीं गं गणपते वर वरद सर्वजनं में स्वाहा'' की कम से कम 1 माला का जाप करें।