वैवाहिक जीवन की बाधाएं दूर करते हैं कार्तिक माह के उपाय
नई दिल्ली। शास्त्रों में कार्तिक माह को सर्वश्रेष्ठ माह बताया गया है। यह माह भगवान विष्णु और लक्ष्मी की पूजा के लिए सबसे उत्तम होता है। प्रेम, सौंदर्य और धन की देवी महालक्ष्मी और उनके प्रिय पति विष्णु इस माह में सभी प्रकार के मनोरथ पूरे करते हैं। जिन लोगों के विवाह में बाधा आ रही हो उनके लिए कुछ उपाय हैं, जिन्हें करके वे समस्त रूकावटें खत्म कर सकते हैं।
विष्णु-लक्ष्मी पूजन
जो युवक या युवती शीघ्र विवाह करना चाहते हैं वे कार्तिक माह की शुक्ल पक्ष की पंचमी से प्रारंभ करके एकादशी तक लगातार सात दिन प्रातः उस समय उठें जब आकाश में तारें हों। तारे की छाया में स्नान करें। एक पाटे पर लाल कपड़ा बिछाकर उस पर भगवान विष्णु और लक्ष्मी की प्रतिमा या चित्र स्थापित करें। विधि-विधान से पूजन कर पीले रंग के पुष्प अर्पित करें। इसे बाद विष्णु सहस्त्रनाम का पाठ करें। ऐसा लगातार सात दिन करें, जल्द ही विवाह की बात बन जाएगी।
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शीघ्र विवाह की कामना
- कार्तिक माह की दोनों एकादशी के दिन पूर्ण व्रत रखें। केवल फल खा सकते हैं। इसके बाद शाम के समय तुलसी की पूजा कर उसके समीप दीपक लगाएं और शीघ्र विवाह की कामना करें।
- मंगल दोष के कारण जिन युवक-युवती के विवाह में बाधा आ रही हो, वे कार्तिक माह में पड़ने वाले प्रत्येक मंगलवार के दिन काले पत्थर के शिवलिंग पर गंगाजल में कच्चा दूध, मिश्री और गुलाब का फूल डालकर अर्पित करें।
पितृ दोष या ग्रहण दोष
- जन्म कुंडली में पितृ दोष या ग्रहण दोष के कारण भी विवाह में विलंब होता है। यदि आपकी कुंडली में इस प्रकार का कोई दोष है तो कार्तिक माह में हर दिन शाम के समय किसी नदी या तालाब में पीपल के पत्तों पर बत्ती रखकर दीप दान करें।
- कार्तिक माह में देवी त्रिपुरसुंदरी का ध्यान, पूजन, जप करने से न केवल विवाह की रूकावटें खत्म होती हैं, बल्कि दांपत्य जीवन में आ रही परेशानियां भी समाप्त हो जाती हैं।
- कार्तिक माह में नित्य प्रतिदिन भगवान विष्णु का पीले पुष्पों से पूजन करना सर्व सौभाग्यदायक माना गया है। इससे विवाह की बाधाएं दूर होती हैं। जिन लोगों के दांपत्य जीवन में परेशानियां आ रही हैं वे यदि इस पीले पुष्पों से भगवान विष्णु का पूजन करें तो परेशानियां दूर होती हैं।
भगवान विष्णु-लक्ष्मी का पूजन करें
- कार्तिक माह में आने वाले प्रत्येक गुरुवार के दिन व्रत रखकर भगवान विष्णु-लक्ष्मी का पूजन करें। पीले पुष्पों से भगवान का श्रंगार करें। शाम के समय किसी कन्या को भोजन करवाकर यथाशक्ति वस्त्र, दक्षिणा प्रदान करें। इससे विवाह बाधा दूर होती है।
- कार्तिक माह के शुक्ल पक्ष की एकादशी के दिन तुलसी विवाह करवाने से विवाह की बाधाएं दूर होती हैं।
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