हीरा नहीं है सभी के लिए... पतन का कारण भी बन सकता है ये
नई दिल्ली। नवरत्नों में हीरा सबसे अधिक महंगा और लग्जरीयस रत्न है। यह ऐश्वर्य का प्रतीक है। इसे पहनना स्टेटस सिंबल है, इसलिए आजकल कई लोग हीरा आभूषण के रूप में पहनने लगे हैं। लेकिन सावधान! हीरा सभी के लिए नहीं है। बिना सोचे समझे और बिना उचित ज्योतिषीय सलाह के धारण किया गया हीरा जातक के पतन का कारण भी बन सकता है। हीरे का संबंध शुक्र से है और शुक्र प्रेम, सौंदर्य, आकर्षण, दांपत्य जीवन और यौन सुख का प्रतिनिधि ग्रह है। जिन लोगों की कुंडली में शुक्र मजबूत स्थिति में होता है उनके लिए हीरा पहनना अत्यंत शुभ होता है। ऐसे लोगों को जीवन के समस्त ऐश्वर्य, सुख और भोग-विलास के साधन प्राप्त हो जाते हैं, लेकिन जिन लोगों की कुंडली में शुक्र खराब है, पाप ग्रहों से युक्त है वे लोग यदि हीरा पहन लेंगे तो इसके ठीक विपरीत परिणाम भोगना पड़ेंगे। हाल ही में हीरा कारोबारी नीरव मोदी की तबाही के पीछे भी हीरा ही बड़ा कारण हो सकता है।
हीरा कैसे साबित होता है विनाशकारी
शुक्र ऐश्वर्य, विलासिता, भोग, वाहन, राजसुख, स्त्री व इंद्रिय सुख आदि का प्रतिनिधित्व करता है। यानि संसार के समस्त भौतिक सुख शुक्र से प्राप्त होते हैं। जिस भी जातक की जन्म कुंडली में शुक्र बलवान होता है, उसे ऐसे समस्त सुख मिल जाते हैं। लेकिन विपरीत व नकारात्मक शुक्र की दशा में ठीक इससे विपरीत हालात होते हैं। जन्म कुंडली में यदि शुक्र नीच, अस्त, शत्रु गृही अथवा कुंडली के छठे, आठवें और बारहवें भाव में हो तो यह सबसे खराब होता है। ऐसे शुक्र को मजबूत करने के लिए लोग बिना सोचे-समझे हीरा पहन लेते हैं, जबकि हकीकत यह है कि ऐसे शुक्र को मजबूत करने से उसके बुरे प्रभावों में वृद्धि होगी। यह हीरा विनाशकारी साबित हो सकता है। यदि शुक्र सप्तमेश, अष्टमेश अथवा द्वितीयेश होकर किसी मारक स्थान पर बैठा हो तो हीरा पहनने से उसकी मारक क्षमता कई गुना बढ़ जाती है। ऐसा हीरा व्यक्ति की बुद्धि भ्रष्ट कर देता है। वह गलत संगत में फंस जाता है, बेईमानी से धन अर्जित करने लगता है और एक दिन यही धन उसके पतन का कारण बनता है।
हीरे का इस्तेमाल करने में ये सावधानियां रखें
- बिना ज्योतिषीय सलाह के केवल स्टेटस सिंबल और फैशन के लिए हीरा न पहनें।
- 21 वर्ष की आयु के पहले और 50 वर्ष की आयु के बाद हीरा नहीं पहनना चाहिए।
- शुक्र खराब है तो हीरा पहनने से शादीशुदा जिंदगी में समस्याएं बढ़ सकती हैं।
- हीरा जितना ज्यादा सफेद हो उतना ही अच्छा माना गया है।
- दाग वाला या टूटा हुआ हीरा अपयश या दुर्घटना की वजह बन सकता है।
- हीरे के साथ मूंगा या गोमेद नहीं पहनें। यह चरित्र का पतन करता है।
- मेष, सिंह, वृश्चिक, धनु और मीन लग्न हो तो हीरा पहनना शुभ नहीं होता।
- वृषभ, मिथुन, कन्या, तुला, मकर और कुंभ लग्न वालों के लिए हीरा बहुत शुभ होता है।
- कर्क लग्न की विशेष दशाओं में हीरा पहन सकते हैं।
- जो लोग अध्यात्म में उन्न्ति चाहते हैं, उन्हें हीरा नहीं पहनना चाहिए।
- ग्लैमर, फिल्म या मीडिया के क्षेत्र में सफलता के लिए हीरा लाभकारी हो सकता है।
हीरा किसके लिए शुभ और अशुभ
कितने वजन का पहने हीरा
सामान्य रूप से एक कैरेट से दो कैरेट के बीच का हीरा ज्योतिषीय उपचार के लिए ठीक होता है। यदि कोई व्यक्ति एक कैरेट से कम वजन का हीरा धारण करे तो उसका प्रभाव नहीं होता। इसलिए इस बात की सावधानी जरूर बरतनी चाहिए कि कोई भी डायमंड पहनने के लिए उसका वजन तय सीमा में हो। साथ ही हीरे पर किसी भी तरह के निशान या स्क्रेच भी नहीं हों। जितना ही कम तराशा हुआ हीरा ज्योतिषीय उपचार के लिए पहना जाएगा, उसका प्रभाव भी उतना ही अधिक होगा।
(हीरा पहनने से पहले ज्योतिषी से अपनी कुंडली का अध्ययन जरूर करवाएं और उनकी सलाह से ही हीरा पहनें।)
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