रोगों का राशि से है गहरा संबंध, जानिए बचें कैसे
एक बार बीमारियां शुरू हो गई तो न सिर्फ मानसिक परेशानी होती है बल्कि आर्थिक स्थिति भी डगमगाने लगती है, लेकिन इसका समाधान ज्योतिष शास्त्र में है।
नई दिल्ली। अपने और परिवार के अच्छे स्वास्थ्य की कामना प्रत्येक मनुष्य को होती है। वह चाहता है वह और उसका परिवार हमेशा स्वस्थ रहे, उसे कोई बीमारी न घेरे। लेकिन सिर्फ ऐसा सोचने और चाहने से कुछ नहीं होता।
फिर शुरू होता है धन हानि का दौर
अचानक कोई भी बीमारी आकर मनुष्य को घेर लेती है और फिर शुरू होता है धन हानि का दौर क्योंकि एक बार बीमारियां शुरू हो गई तो न सिर्फ मानसिक परेशानी होती है बल्कि आर्थिक स्थिति भी डगमगाने लगती है, लेकिन इसका समाधान और मार्गदर्शन ज्योतिष शास्त्र में मिलता है।
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ज्योतिष के अनुसार प्रत्येक व्यक्ति के स्वास्थ्य का संबंध उसकी राशि से होता है। प्रत्येक राशि से जुड़े ग्रह, नक्षत्र और उनकी स्थिति व्यक्ति के स्वास्थ्य पर शुभ-अशुभ प्रभाव डालती है। आइये हम बताते हैं किस राशि वाले को कौन-कौन की बीमारियां होने की आशंका रहती है।
मेष
मेष राशि शरीर के सबसे ऊपरी भाग का प्रतिनिधित्व करती है। इस राशि के लोगों को दिमाग, पीयूष ग्रंथि (पिट्यूटरी ग्लैंड), सेरेबलम, चेहरे की हड्डियों और ऊपरी जबड़े से जुड़े रोग होने की आशंका होती है। वहीं इन्हें चोट लगना, बुखार, जल्दी गुस्सा आना, नींद से जुड़ी समस्याएं, सिरदर्द, पायरिया और इनसोमेनिया, रक्त की अशुद्धि के कारण होने वाले रोग हो सकते हैं। मेष राशि के लोग उतावले स्वभाव के होते हैं और हमेशा जल्दबाजी में रहते हैं। चाय, कॉफी जैसे पेय इन्हें काफी पसंद होते हैं। ऐसे लोगा खानपान में जरा भी सावधानी नहीं रखते इसलिए इनका पाचन तंत्र हमेशा गड़बड़ रहता है।
वृषभ
मनुष्य के शरीर में वृषभ राशि का स्थान चेहरे के नीचे यानी गले के भाग में माना गया है। इस राशि के लोगों का गला काफी संवेदनशील होता है। इन्हें भोजन-नली, गले की हड्डियों, कान, थायरॉइड ग्लैंड और निचले जबड़े से जुड़े रोग और समस्या होने की आशंका रहती है। इस राशि वालों की प्रतिरोधी क्षमता बेहद कमजोर होती है और मोटापा होने का खतरा भी लगातार बना रहता है। प्रायः इस राशि के लोग मोटे भी देखे गए हैं। वृषभ राशि के लोगों को पारंपरिक और ऊर्जावान भोजन जैसे चावल, आलू और कार्बोहाइड्रेट वाले खाद्य पदार्थ अधिक पसंद होते हैं।
मिथुन
इस राशि के अधिकांश लोग त्वचा संबंधी किसी न किसी बीमारी से घिरे रहते हैं। सफेद दाग होने की आशंका बनी रहती है। इन लोगों को श्वास नली, फेफड़े, नर्वस सिस्टम, कंधों की हड्डियों, बाजू और शरीर के ऊपरी हिस्से की पसलियों से जुड़ी समस्याएं होने की आशंका रहती है। इस राशि वाले व्यक्ति एक साथ भोजन करने से बचते हैं और दिन में बार-बार कुछ न कुछ खाते रहते हैं। चटपटा, मसालेदार भोजन अधिक पसंद करते हैं। इसलिए इन्हें एसिडिटी, अल्सर जैसी समस्या होने की आशंका बनी रहती है।
कर्क
कर्क राशि का स्थान मनुष्य के पेट वाले भाग में माना गया है। इसलिए इन्हें पेट संबंधी रोग होने की आशंका रहती है। इन लोगों का पाचन तंत्र कमजोर होता है इसलिए ये अधिक चीजें नहीं खा पाते। इस राशि के लोगों को वक्ष, सीना, हृदय, पेट व पाचन-तंत्र से जुड़े रोग होने की आशंका रहती है। इसके अलावा, कर्क राशि के लोगों को कैंसर, चेचक, ड्रॉप्सी और मानसिक रोग भी हो सकते हैं। इस राशि वालों को सबसे अधिक ध्यान इस बात का रखना चाहिए कि ये कोई व्यसन न करें। अन्यथा गंभीर बीमारियां हो सकती हैं।
सिंह
सिंह राशि के लोगों को लीवर और दिल से जुडे रोग तथा रीढ़ की हड्डी, पाचक-ग्रंथि और रक्त से जुड़े रोग होने की संभावना रहती है। वहीं इस राशि के लोग डायबीटीज, कमजोर इच्छाशक्ति और बार-बार बेहोश होने जैसी समस्याओं के प्रति भी अधिक संवेदनशील होते हैं। ये लोग खाने के मामले में बड़े ही नियमि व अनुशासित होते हैं। अपने हाई मेटाबॉलिक रेट के चलते इन्हें जल्दी-जल्दी भूख लगती है और ये पानी भी अधिक पीते हैं (जो स्वास्थ्य के लिए अच्छा है) दिल की सेहत का ख्याल रखने के लिए सिंह राशि वालों को तला और मसालेदार कम खाना चाहिए।
कन्या
कन्या राशि में जन्मे लोगों को पेट से जुड़े रोग जैसे अपेन्डिक्स, कब्ज जैसी समस्या हो सकती है। इस राशि वाले लोग यौन रोगों से भी पीडि़त देखे गए हैं। इन्हें नाभि और आंतों से जुड़े रोग अक्सर परेशान करते हैं। हालांकि ये अपने स्वास्थ्य के प्रति काफी जागरूक होते हैं। इसलिए ये पौष्टिक आहार लेना पसंद करते हैं, लेकिन मेटाबोलिज्म धीमा होने के कारण इनका वजन तेजी से बढ़ सकता है। इन्हें फैटी भोजन और अधिक खाने से बचना चाहिए। यदि ये लोग अपने खाने में दूध, दही, क्रीम जैसे डेरी प्रोडक्ट्स को शामिल करें तो अच्छा होगा।
तुला
तुला राशि के लोग अपने जीवनकाल में अक्सर त्वचा संबंधी बीमारियों से घिरे रहते हैं। त्वचा की खराबी के कारण इन्हें फोड़े-फुंसी की शिकायत भी बनी रहती है। मीठा इन लोगों की कमजोरी होता है। अतः डायबिटीज होने की आशंका भी बनी रहती है। इनका इम्यूनोलॉजिकल सिस्टम खाने की खराब आदतों से बिगड़ सकता है। दिनचर्या में सुधार नहीं किया तो किडनी, अंडाशय, शुक्राणु की कमी जैसी बीमारियां इन्हें घेर लेती हैं। तुला राशि वाले जातकों को पीठ दर्द, कमर दर्द और हड्डियों से जुड़े रोग अधिक पाए जाते हैं।
वृश्चिक
वृश्चिक राशि के लोगों को यूरिनरी सिस्टम, सेक्सुअल ऑर्गन, ब्लैडर, मलाशय से जुड़े रोग, बवासीर होने की आशंका होती है। ये लोग स्ट्रेस में अधिक खा जाते हैं। वृश्चिक राशि वालों को शराब पीने से परहेज करना चाहिए और एक बार में अधिक खाने के बजाय इन्हें थोड़ा-थोड़ा खाना चाहिए। अक्सर देखा गया है कि ये लोग तनाव अधिक लेते हैं इससे हाई ब्लड प्रेशन और मस्तिष्क संबंधी रोग हो सकते हैं।
धनु
धनु राशि में जन्मे लोग अपनी सेहत को लेकर काफी जागरूक रहते हैं। जल्दी में रहने के स्वभाव के चलते इस राशि के लोगों में ओवरवेट होने की काफी आशंका होती है। धनु राशि के लोगों को नितंब, जांघों और नर्वस सिस्टम के अलावा धमनियों से जुड़े रोग हो सकते हैं। इन्हें त्वचा व लिवर के रोग होने की आशंका भी अधिक रहती है इसलिए इन्हें शराब के सेवन से बचना चाहिए व दूध और दूसरी प्रोटीन युक्त चीजें अधिक चाहिए। इस राशि के लोगों को आहार नली से संबंधित रोग हो सकता है।
मकर
मकर राशि के लोगों को हड्डियों से जुड़े रोग तथा घुटनों और जोड़ों में दर्द आदि हो सकते हैं। इन लोगों में बालों और नाखूनों से जुड़े रोगों भी हो सकते हैं। इनके लिए खाने की गुणवत्ता उसकी मात्रा से अधिक मायने रखती है। सादा खाना इन्हें ज्यादा पसंद होता है। खाते समय कोई और काम करना इन्हें पसंद नहीं होता। यदि ये लोग अपनी डायट में प्रोटीन और कैल्शियम शामिल करें तो हमेशा स्वस्थ रहेंगे।
कुंभ
कुंभ राशि के लोगों को पैर, एडियों और ब्लड सर्कुलेशन से जुड़े रोगों के साथ-साथ कैंसर, नर्वस सिस्टम से जुड़े रोग और पांव का फ्रैक्चर होने आदि की आशंका रहती है। डाइट की बात की जाए तो आमतौर पर ये हल्का-फुल्का और लो कैलरी भोजन लेना ही पसंद करते हैं। खाने में इनकी ज्यादा रुचि नहीं होती। ये कॉफी और चाय के बेहद शौकीन होते हैं।
मीन
मीन राशि के लोगों को पांव और पैरों की उंगलियों से जुड़े रोग तथा गठिया, जोड़ों का दर्द, ट्यूमर, अत्यधिक म्यूकस आदि रोग हो सकते हैं। इनकी खाने-पीने की आदतें परिस्थितियों के मुताबिक बदलती रहती हैं। इनका पाचन तंत्र खराब रहता है इसलिए इन्हें ज्यादा नमक और शराब का सेवन करने से बचना चाहिए। पानी और आयरन इन्हें जितना हो सके लेना चाहिए।
बीमारियों से बचने के लिए क्या करें
ज्योतिष जहां रोगों की जानकारी देता है, वहीं उनके समाधान भी उसमें समाए हैं। बीमारियों से बचने के लिए प्रत्येक राशि वालों को कुछ उपाय करना चाहिए ताकि बीमारियों को टाल सकें या उनका प्रभाव कम कर सके।
- मेष: गले में लाल धागे में तांबे का सूर्य धारण करे।
- वृषभ: सप्ताह में कम से कम दो दिन सफेद वस्त्र धारण करे। चांदी की कोई चीज पहनें।
- मिथुनः पन्ना, फिरोजा या स्फटिक की माला हमेशा पहनें।
- कर्क: चांदी की चेन में चांदी का स्वस्तिक पहनें। मोती भी पहना जा सकता है।
- सिंह: लालमणि हमेशा अपने पर्स में रखें।
- कन्या: सात मुखी रूद्राक्ष काले धागे में बांधकर पहनें।
- तुला: स्फटिक की माला पहनें।
- वृश्चिक: मूंगे के गणपति गले में पहनें।
- धनु: स्वर्ण हमेशा पहनें।
- मकर: नीले स्फटिक की माला पहनें।
- कुंभ: नीलम रत्न पहने सकते हैं। लोहे का कड़ा पहनें।
- मीन: पुखराज या स्वर्ण पहनें।