आखिर मां लक्ष्मी को क्यों प्रिय है नारियल?
नारियल में ब्रहमा, विष्णु व महेश तीनों देवों का वास होता है, इसलिए यह नारियल काफी प्रभावकारी है।
लखनऊ। पुराणों में ऐसी मान्यता है कि भगवान विष्णु ने जब अवतार लिए तब तीन चीजें साथ लेकर आये। लक्ष्मी जी, कामधेनु और नारियल वृ़क्ष इन तीनों चीजों से भगवान विष्णु का काफी गहरा लगाव है। नारियल वृक्ष को श्रीफल कहा जाता है। श्री का अर्थ लक्ष्मी अर्थात नारियल और फल के रूप में विष्णु जी विद्यमान है। कुछ नारियल तीन आंखों वाले होते है। read also : क्या आप जानते हैं आखिर महिलाएं क्यों नहीं फोड़ती हैं नारियल?
तीन आंखों वाले नारियल को त्रिदेव कहा गया है। इस नारियल में ब्रहमा, विष्णु व महेश तीनों देवों का वास होता है, इसलिए यह नारियल काफी प्रभावकारी है। धार्मिक कर्मकाण्ड से जुड़े लगभग हर आयोजन का शुभारंभ श्रीफल अर्थात नारियल को फोड़कर किया जाता है।
नारियल के क्या-क्या प्रयोग है?
यदि आपके बेडरूम में किसी भी वास्तुदोष है तो अपने बेडरूत एक जटाधारी नारियल एक लोटे में जल भर उसके उपर कटोरी में चावल भरकर फिर उस फिर नारियल स्थापित कर दें। हर सप्ताह वह नारियल बदलते रहें। ऐसा करने से आपसी तनाव कम होगा एंव दोनों की आर्थिक प्रगति होगी।
शनि की साढ़े-साती
अगर आप पर शनि की साढ़े-साती या ढैयया चल रही है तो शनिवार के दिन एक जटाधारी नारियल लेकर उसको अपने से 7 बार उतारकर बहते जल में प्रवाहित करें। नारियल में सकारात्मक उर्जा होती है, इसे जल में प्रवाहित करने से जल की शुद्धता में वृद्धि है।
शिव जी अत्यन्त प्रसन्न होते है...
नारियल के जल से शिव का अभिषेक करने से शिव जी अत्यन्त प्रसन्न होते है। ये उपाय करने से जातक की बुद्धि का विकास होता है, अच्छें लोगों से भेंट होती है, प्रगति के मार्ग प्रशस्त होते है एंव मान-सम्मान में वृद्धि होती है।
नारियल में अपार सकारात्मक उर्जा
नारियल में अपार सकारात्मक उर्जा होती है, इसलिए एक जटाधारी नारियल को अपने पूजन कक्ष में कलश रूप में स्थापित जरूर करना चाहिए। इसको रखने से हमेशा घर में सकारात्मक उर्जा का प्रवाह होता है एंव नकारात्मक उर्जा घर से दूर होती है। ध्यान रहें, यह नारियल 15 दिन के बाद बदल देना चाहिए।
जटाधारी नारियल और कुछ चावल
कन्या के विवाह के पश्चात जब विदाई हो रही हो तो माता-पिता दोनों एक जटाधारी नारियल व कुछ चावल लड़की के कोंछ में डाल दें। ससुराल में जाने के बाद कन्या इस नारियल से कलश स्थापित कर लें और निरन्तर पूजा करने से कन्या को पति का प्यार मिलता है, ससुराल में सम्मान मिलता है एंव कार्यो में सफलता प्राप्त होती है।