Chaitra Navratri 2019: नवरात्र कब करें घट स्थापना
लखनऊ। भारतीय नववर्ष 2076 यानि नवसंवत्सर चैत्र शुक्ल प्रतिपदा 6 अप्रैल से शुरू होगा। इसी दिन से चैत्र नवरात्र भी प्रारम्भ होंगे। इस बार चैत्र प्रतिपदा के दिन भर वैधृति योग रहेगा, इसमें घट स्थापना करना ठीक नहीं है, क्योंकि शास्त्रों के मुताबिक वैधृति योग और चित्रा नक्षत्र में घट स्थापना करना वर्जित माना गया है। धर्म शास्त्रों के अनुसार 6 अप्रैल को मध्यान्ह 05 मि0 से 12 बजकर 55 मि0 तक घट स्थापना की जा सकती है। ऐसे में घट स्थापना का मुहूर्त सिर्फ 50 मि0 तक ही रहेगा। इस वक्त अभिजित मुहूर्त के साथ अमृत योग भी रहेगा।
नवरात्र में अद्धभुत योग
बसंत नवरात्र में इस बार कई विशेष योग बन रहें हैं। नवरात्र के नौं दिनों में 5 बार सर्वार्थ सिद्ध योग और दो बार रवि योग रहेगा। ये दोनों योग देवी साधना के लिए विशेष फलदायी माने गये है। इन योगों में माॅ की आराधना करने से घर में सुख-समृद्धि व मान-सम्मान में वृद्धि होती है।
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नवरात्र तिथियां
- प्रतिपदा तिथि-06 अप्रैल।
- द्वितीया तिथि-07 अप्रैल।
- तृतीया तिथि-08 अप्रैल।
- चतुर्थी तिथि-09 अप्रैल।
- पंचमी तिथि-10 अप्रैल।
- षष्ठी तिथि-11 अप्रैल।
- सप्तमी तिथि-12 अप्रैल।
- अष्टमी तिथि-13 अप्रैल।
- नवमी तिथि-14 अप्रैल।
- शैलपुत्री (शैलान)-कुट्टू
- ब्रहमचारिणी (दूध-दही )
- चन्द्रघंटा ( चैलाई )
- कूष्माण्डा (पेठा )
- स्कन्दमाता। (श्यामक चावल )
- कात्यानी (हरी सब्जियाॅ )
- कालरात्रि (काली मिर्च व लौंग)
- महागौरी (साबूदाना )
- सिद्धिदात्री। (आंवला )
घट स्थापना मुहूर्त
इस बार सिर्फ 50 मिनट का मुहूर्त ही घटस्थापना का रहेगा। 06 अप्रैल को मध्यान्ह 12:05 मि0 से 12: 55 मिनट तक ही घटस्थापना करना फलदायी रहेगा।नौं देवियों का सम्बन्ध है, इन नौं जड़ी बूटियों से है, जो स्वास्थ्य की रक्षा के लिए महत्पपूर्ण है।
इन खास जड़ी बूटियों को नवरात्रि व्रत में उपयोग करके स्वास्थ्य लाभ प्राप्त किया जा सकता है।
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