क्या मोदी के नेतृत्व में भाजपा को मिलेगा पूर्ण बहुमत, जानिए क्या कहते हैं उनके सितारे
नई दिल्ली। विश्व के सबसे बड़े लोकतन्त्र भारत में न धन की कमी थी, न बल की, न ज्ञान की, न विज्ञान की, न शस्त्र की न शास्त्र की, कमी थी तो सिर्फ मजबूत इरादों और एक बेहत नेतृत्व की। बात प्रशंसा की नहीं है, लेकिन यह सच है कि मोदी जैसा व्यक्तित्व मिलना भारत का सौभाग्य है। चुम्बकीय व्यक्तित्व, गजब का कामन सेन्स, कठोर श्रम व भारत को विकसित राष्ट्र बनाने को कृतसंकल्प रखने वाले भारत के प्रधानमन्त्री श्री नरेन्द्र मोदी भारत को आर्थिक रूप से समृद्ध एंव शक्तिशाली बनाने के लिए रात-दिन एक किये हुये है।
लोकसभा चुनाव की मतदान प्रक्रिया समाप्त होते ही जनमानस की नजर 23 मई पर टिकी होगी। क्योंकि 23 मई को यह निश्चित होगा कि देश का अगला पीएम कौन होगा ? क्या मोदी फिर से पीएम बनकर भारत का प्रतिनिधत्व करेंगे ? मोदी के नेतृत्व में भाजपा को इस बार कितनी सीटें मिलेगी। आईये इन सवालों के जवाब ज्योतिषीय गणित के आधार पर जानने की कोशिश करते है।
नीचभंग राजयोग का निर्माण कर रहा चंद्रमा
मोदी का जन्म 17 सितम्बर सन् 1950 को सुबह 11 बजे गुजरात में हुआ था। आपकी वृश्चिक राशि है जिसका स्वामी मंगल काफी मजबूत अवस्था में है। वर्तमान में मोदी की पत्री में चन्द्रमा की महादशा में केतु का अन्तर चल रहा है। चन्द्रमा भाग्येश होकर नीचभंग राजयोग का निर्माण कर रहा है। लग्न में मंगल के साथ चन्दमा की युति है। मोदी के द्वारा लिए गये निर्णय सार्थक होंगे। शनि तृतीयेश व चतुर्थेश होकर राजनीति के कारक भाव दशम में अपने मित्र शुक्र के साथ बैठा है। शनि की यह स्थिति उत्तम है। इसलिए मोदी की लोकप्रियता बनी रहेगी।
मोदी की पत्री में 15 मई से शुरू होगा मंगल का प्रत्यन्तर
आपकी पत्री में चन्द्रमा की दशा में केतु का अन्तर और शुक्र प्रत्यन्तर चल रहा है और 15 मई से मंगल का प्रत्यन्तर शुरू हो जायेगा। मंगल आपका लग्नेश व षष्ठेश है। यानि गजब के आत्म-विश्वास से विरोधियों को परास्त करने में सेनापति मंगल पूरा सहयोग करेगा। गोचर में गुरू वक्री होकर धनु राशि में, शनि व केतु भी धनु राशि में रहेगा। राहु मिथुन राशि में गोचर करेगा। गुरू आपके दूसरे भाव में गोचर करेगा जिसकी पंचम दृष्टि छठें भाव पर, सप्तम दृष्टि अष्टम भाव पर व नवम दृष्टि सत्ता के संकेतक भाव दशम पर पड़ेगी। मिथुन का राहु आपके अष्टम भाव में गोचर करेगा। अष्टम भाव का राहु अचनाक समस्यायें उत्पन्न करता है। केतु धनु राशि में रहेगा जो आपके दूसरे भाव में गोचर करेगा। केतु की यह स्थिति सफलतादायक सिद्ध होगी।
ज्योतिष के अनुसार मोदी के लिए कैसा है यह चुनाव
सत्रहवीं लोकसभा का चुनाव एक्जिट मोल के मुताबिक मोदी के लिए कठिन संघर्षों भरा रहेगा। किन्तु ज्योतिष के अनुसार यह चुनाव मोदी के लिए बहुत शानदार रहने वाला है। केतु आपकी कुण्डली में लाभ भाव में बैठकर जनता के कारक भाव पचंम को सप्तम दृष्टि से देख रहा है। केतु ध्वज का प्रतीक है, इसलिए एक बार फिर से मोदी का झण्डा केतु उॅचा करेगा। अप्रैल में सूर्य का प्रत्यन्तर शुरू हो जायेगा। इसी दौरान लोकसभा चुनाव होने के संकेत है। सूर्य भी लाभ भाव में बैठकर पंचम भाव को देख रहा है। अंक ज्योतिष के अनुसार अगली 17वीं लोकसभा होगी और 17 तारीख मोदी का जन्मदिवस है। यह एक बहुत ही शुभ संयोग है। इन सभी ज्योतिषीय तथ्यों के आधार पर मैं पूर्ण विश्वास के साथ कह सकता हॅू कि 17वी लोकसभा में भाजपा को 278 सीटों के साथ पूर्ण बहुमत प्राप्त होगा और नरेन्द्र मोदी दूसरी बार भी देश के प्रधानमन्त्री बनकर भारत की सेवा करेंगे।
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