धन के भंडार भरने की ताकत रखता है मोरपंखी का पौधा
नई दिल्ली। हिंदू धर्म शास्त्रों में प्रकृति को सदैव देवता मानकर पूजा गया है। ऋग्वेद से लेकर सभी पुराणों में पेड़-पौधों के पूजन का जिक्र मिलता है। वैदिक ज्योतिष और वास्तु शास्त्र में भी अनेक ऐसे पौधों का वर्णन मिलता है जिन्हें अपने घर में लगाने से किस्मत चमकने की बात कही जाती है। इनमें कुछ पौधे तो दुर्लभ की श्रेणी में आते हैं जो अब मुश्किल से ही मिल पाते हैं, जबकि कुछ पौधे आसानी से पौधों की नर्सरी में मिल जाते हैं। आइए आज जानते हैं ऐसे ही एक पौधे के बारे में जिसे धन खींचने वाला पौधा माना जाता है।
मयूरपंखी का पौधा
यह पौधा है मयूरपंखी का पौधा। मोर के पंखों के समान नजर आने वाले इस पौधे में आश्चर्यजनक रूप से धन के भंडार भरने की ताकत है। देश के कुछ राज्यों में इसे विद्या का पौधा भी कहा जाता है। बच्चे अपनी स्कूल की किताबों में इसकी पत्तियां इस विश्वास के साथ रखते हैं कि उससे अच्छी विद्या आती है। दरअसल विद्या का संबंध भी धन से ही है। यदि पढ़ लिखकर अच्छी विद्या हासिल कर ली तो धन आने का मार्ग खुल जाता है।
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मान्यता....
मयूरपंखी के पौधे के बारे में मान्यता है कि यह देश के बड़े अमीरों के घर के गार्डन में लगा हुआ है, जिसके कारण ही वे अमीर बने हैं। बहरहाल मान्यता जो भी हो, यह सच है कि इस पौधे में धनवान बनाने की पर्याप्त मात्रा मौजूद है। मयूरपंखी का पौधा लगाने के कुछ नियम बनाए गए हैं ताकि उसका पूर्ण शुभ प्रभाव आपको मिल सके।
ये हैं पौधा लगाने के नियम
- मयूरपंखी का पौधा सदैव जोड़े में लगाया जाता है। यानी दो पौधे एक साथ लगाने से ही यह प्रभावकारी बनता है।
- मयूरपंखी के पौधे को घर के गार्डन में या इनडोर प्लांट के रूप में घर के अंदर भी लगाया जा सकता है। यह सजावटी पौधे के रूप में कई घरों की शोभा बढ़ाता है।
- मयूरपंखी के पौधे यदि घर के अंदर लगा रहे हैं तो ऐसी जगह का चयन करें जहां से इस पर पर्याप्त धूप पड़ती हो।
- इस पौधे को घर के बाहर लगा रहे हैं तो मुख्य प्रवेश द्वार के ठीक सामने लगाएं।
- जिन लोगों को राहु की महादशा चल रही हो उन्हें यह पौधा लगाने से पीड़ा से राहत मिलती है।
- घर की आर्थिक स्थिति ठीक नहीं है, पैसा ठहरता नहीं है तो मयूरपंखी का पौधा जरूर लगाएं।
- किसी कारणवश यदि मयूरपंखी का पौधा सूख जाए तो उसे निकालकर फेंक दें और तुरंत दूसरा पौधा लगाएं।
- मयूरपंखी के पौधे के समीप कभी भी धूप-दीप न लगाएं। इससे पौधे का विपरीत प्रभाव होता है।
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