बसंत पंचमी पर विवाह के लिए विशेष शुभकारक योगों को संयोग
नई दिल्ली। शुभ कार्यों खासकर विवाह के लिए बसंत पंचमी को स्वयंसिद्ध मुहूर्त माना गया है। इस बार बसंत पंचमी 10 फरवरी को आ रही है। इस दिन विवाह के लिए शुभ और दिव्य संयोग का निर्माण हो रहा है। वैदिक ज्योतिष के अनुसार इस बार तीन वर्षों के बाद नक्षत्र व योग का संयोग तथा शुक्र व बृहस्पति की प्रबलता से यह विशेष अनुक्रम बना है। इसमें सभी प्रकार के शुभ मांगलिक कार्य किए जा सकते हैं।
बसंत पंचमी पर सूर्योदय से सूर्यास्त तक रवियोग
माघ मास के शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि के दिन बसंत पंचमी बनाई जाती है। 10 फरवरी रविवार को रेवती नक्षत्र में पंचमी तिथि आ रही है। इसी दिन शाम के समय सर्वार्थसिद्धि योग रहेगा। साथ ही सूर्योदय से सूर्यास्त तक रवियोग भी है। वैदिक ज्योतिष के प्रमुख ग्रंथ मुहूर्त चिंतामणी के अनुसार जब शुक्र और बृहस्पति की प्रबलता हो और योग नक्षत्रों का संयोग बन रहा हो तो ऐसे में विवाह करना अत्यंत शुभ होता है। वैसे भी बसंत पंचमी स्वयंसिद्ध मुहूर्त होता है तो ऐसे में विशेष संयोगों के कारण यह दिन और भी खास हो जाता है। बसंत पंचमी स्वयंसिद्ध मुहूर्त होता जरूर है लेकिन पिछले तीन वर्षों से इस दिन ग्रह-नक्षत्रों का कोई शुभ संयोग नहीं बन रहा था।
क्या करें बसंत पंचमी के दिन
- बसंत पंचमी के दिन गुरु की राशि धनु में शुक्र स्थित होने से यह दिन वैवाहिक कार्यों के लिए उत्तम तो होता ही है, जिन लोगों के विवाह का संयोग नहीं बन पा रहा है। कोई ना कोई बाधा आ रही है वे इस दिन भगवान श्रीगणेश सहित पूरे शिव परिवार का पूजन करें तो जल्द ही उनके विवाह का योग बनेगा।
- जिन लोगों के दांपत्य जीवन में परेशानी आ रही है। पति-पत्नी के बीच बन नहीं पा रही है तो वे लोग बसंत पंचमी के दिन पीले पुष्पों से देवी दुर्गा का पूजन करें। किसी सुहागिन स्त्री को सुहाग की समस्त सामग्री भेंट करें तो वैवाहिक जीवन की समस्याएं दूर होंगी।
लौट आएगा रूठा प्यार
-
प्रेम
संबंध
पाना
चाहते
हैं।
पुराना
प्रेम
संबंध
टूट
गया
है।
प्रेमी-प्रेमिका
के
बीच
अनबन
हो
गई
है
तो
बसंत
पंचमी
के
दिन
विभिन्न
रंगों
के
सुगंधित
फूलों
से
कामदेव
का
ध्यान
करते
हुए
पूजन
करें
और
अपने
मन
में
प्रेमी
या
प्रेमिका
की
छवि
लाएं
जिसे
आप
पाना
चाहते
हैं
तो
वह
शीघ्र
ही
आपके
पास
आ
जाएगा
या
आ
जाएगी।
-
धन
संबंधी
कोई
परेशानी
हो।
धन
हानि
लगातार
हो
रही
हो
तो
बसंत
पंचमी
के
दिन
देवी
महालक्ष्मी
का
लाल
गुलाब
के
फूलों
से
पूजन
करें
और
मिश्री
का
नैवेद्य
लगाएं
तो
आर्थिक
संकटों
का
समाधान
होगा।