क्या शिवराज अभी और करेंगे एमपी पर राज या होगा वनवास, क्या कहती है कुंडली?
लखनऊ। मध्य प्रदेश विधान सभा चुनाव की राजनीतिक सरगर्मी का भविष्य 28 नवम्बर को ईवीएम मशीन में कैद हो जायेगा। भाजपा और कांग्रेस की नजर मध्य प्रदेश चुनाव पर खासकर टिकी हुयी है, क्योंकि आगामी लोकसभा चुनाव में मध्यप्रदेश का रोल अहम माना जा रहा है। एक तरफ भाजपा के शिवराज सिंह सत्ता पर अपना कब्जा जमाये रखने की जिद संजोए बैठे है तो दूसरी ओर कांग्रेस के धुरन्धरों को अपनी प्रतिष्ठा धूमिल होने का भय रातों की नींद उड़ा रहा है।
ऐसे मौके पर मध्य प्रदेश में किसका परचम लहरायेगा भाजपा या कांग्रेस का। यह बताने का प्रयत्न ज्योतिषीय आकलन के आधार पर कर रहा हूं?
कांग्रेस के खेवनहार कमलनाथ
मध्यप्रदेश में कांग्रेस के खेवनहार कमल नाथ है। कमलनाथ का जन्म 18 नवम्बर सन् 1946 ई0 को 12 बजे कानपुर में हुआ था। आपका जन्म मकर लग्न में हुआ है। वर्तमान में आपकी पत्री में बृहस्पति की दशा में शनि का अन्तर चल रहा है और 22 नवम्बर से शनि का ही प्रत्यन्तर शुरू हो जायेगा। शनि आपकी पत्री में लग्नेश व द्वितीयेश होकर लाभ भाव में बैठकर सातवीं दृष्टि से पंचम भाव को देख रहा है। शनि ग्रह सम अवस्था में इसीलिए अच्छा फल दे पाने में सक्षम नहीं है। गुरू द्वादशेश तृतीयेश होकर दशम भाव में बैठा है। दशम भाव सत्ता का कारक होता है, लेकिन इसकी मूल त्रिकोण राशि 12 वें भाव में पड़ रही है, जो अशुभ है। अतः आप सत्ता के करीब-करीब आते दूर हो जायेंगे।
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क्या कहते हैं शिवराज सिंह के सितारे?
भाजपा के शिवराज सिंह का जन्म 05 मार्च सन् 1959 को मध्यान्ह 12 बजे हुआ था। उस समय क्षिमिज पर वृष लग्न उदित हो रही थी। वृष लग्न एक स्थिर व सौम्य स्वभाव वाली राशि है। आप गंभीर, विचारशील, शान्तप्रिय और दयालु प्रकृति होंगे। आपमें प्रबल शारीरिक व मानसिक सहनशक्ति एंव सहिष्णुता होगी जिसके फलस्वरूप आप कार्यो के प्रति धैर्य व लग्न के साथ समर्पित रहेंगे।
शिवराज सिंह के लिए शुभ संकेत
230 सीटों वाले मध्यप्रदेश की कमान लम्बे समय से शिवराज सिंह संभाल रहे है। आपकी पत्री में शनि की दशा में बुध का अन्तर चल रहा है और 10 नवम्बर से राहु का प्रत्यन्तर प्रारम्भ हो जायेग। शनि आपकी कुण्डली में भाग्येश व दशमेश होकर अष्टम भाव में बैठा है। बुध पंचमेश व द्वतीयेश होकर लाभ में बैठकर जनता के कारक भाव पंचम को सप्तम नजर से देख रहा है। अतः आप मध्यप्रदेश की जनता के लोकप्रिय नेता बने रहेंगे। आपकी पत्री में गुरू सातवें भाव में वृश्चिक राशि में बैठा है। 12 अक्टूबर से गुरू वृश्चिक राशि में भ्रमण करना शुरू कर देगा। यह आपके लिए एक बहुत शुभ संयोग है। वृश्चिक एक स्थिर राशि है यानि राज्य में भाजपा की स्थिरता बनी रहेगी। अतः आपके जनाधार में भले ही कमी आये किन्तु आप एक बार फिर से पूर्ण बहुमत के साथ सरकार बनाने में कामयाब होंगे।
निष्कर्ष
मध्यप्रदेश विधानसभा चुनाव में भाजपा को लगभग 152 सीटें तथा कांग्रेस को 71 के आसपास सीटें पाकर ही संतोष करना पड़ेगा। बसपा को 05 सीटें और अन्य दलों को मिलाकर 02 सीटें मिलने के संकेत नजर आ रहें है।
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