बच्चे के स्टडी रूम में रखें इसे और फिर देखिए उसकी सफलता
नई दिल्ली। प्रत्येक माता-पिता अपने बच्चे की पढ़ाई-लिखाई के लिए चिंतित रहते हैं। वे उसे अच्छे से अच्छे स्कूल-कॉलेज में दाखिला करवाते हैं ताकि वह अच्छी पढ़ाई करके अपना भविष्य उज्जवल बना सके। सुनहरे भविष्य में माता-पिता और बच्चों की मेहनत तो होती ही है, लेकिन इस मेहनत में यदि भाग्य का साथ भी मिल जाए तो मुश्किल आसान हो जाती है। बच्चों को पढ़ाई में फोकस करने में मदद करता है एजुकेशन टॉवर। जी हां, एजुकेशन टॉवर फेंगशुई का एक प्रमुख साधन है जिसके जरिए बच्चों को एजुकेशन में शीर्ष तक पहुंचने में मदद मिलती है। आइए जानते हैं क्या है यह एजुकेशन टॉवर और इसका इस्तेमाल कैसे किया जाता है।
क्या होता है एजुकेशन टॉवर
फेंगशुई में एजुकेशन टॉवर की संकल्पना दरअसल चाइनीज पैगोड़ा से ली गई है। चाइनीज पैगोड़ा एक ऊंचा मीनारनुमा स्ट्रक्चर होता है। इसे मूलत: बौद्ध स्तूप से लिया गया है। बौद्ध लोग इसे अत्यंत पवित्र मानते हैं और इसे ज्ञान, बुद्धि और एकाग्रता से जोड़कर देखा जाता है। इसी संरचना का छोटा रूप एजुकेशन टॉवर है। माना जाता है कि इसे बच्चों के स्टडी रूम में रखने से बच्चों में एकाग्रता बढ़ती है। वे अपनी पढ़ाई पर ठीक से फोकस कर पाते हैं। इससे उन्हें अकादमिक सफलता मिलना सुनिश्चित हो जाता है।
एजुकेशन टॉवर के लाभ
- एजुकेशन टॉवर को बच्चों की स्टडी टेबल पर रखने से उनकी एकाग्रता में वृद्धि होती है। जो बच्चे पढ़ाई में कमजोर हैं, अच्छी ग्रेड नहीं ला पाते हैं उनकी टेबल पर इसे जरूर रखना चाहिए।
- इस टॉवर को युवाओं के स्टडी रूम में उत्तर दिशा में रखने से उन्हें कॅरियर में लगातार नए अवसर मिलते जाते हैं।
- बच्चों को यदि स्वास्थ्य कारणों से पढ़ाई में अच्छे नंबर नहीं आ पा रहे हैं। या परीक्षा के दिनों में वे बीमार पड़ जाते हैं तो एजुकेशन टॉवर को उनके कमरे में पूर्वी दिशा में रखें।
यह भी पढ़ें: Astro Tips: बॉस की कृपा पानी है तो करें ये उपाय
फेंगशुई एजुकेशन
- प्रोफेशनल लोगों को अपने कार्यस्थल पर बॉस से या अपने सहकर्मियों से अच्छे संबंध बनाए रखने के लिए एजुकेशन टॉवर को उत्तर-पश्चिम दिशा में रखा जाता है।
- एकेडमिक और प्रोफेशनल लाइफ में सक्सेस के लिए भी इसे उत्तर-पश्चिम दिशा में रखा जाता है।
- फेंगशुई एजुकेशन टॉवर पॉजिटिव एनर्जी आकर्षित करने का सबसे बड़ा स्रोत माना गया है। एकेडमिक और प्रोफेशनल लाइफ में सफल होने के लिए बेशक हार्ड वर्क जरूरी है, लेकिन इसके साथ यदि पॉजिटिव एनर्जी और लक साथ हो तो सफलता तेजी से मिलती है।
यह भी पढ़ें: वक्री गुरु 22-23 अप्रैल मध्यरात्रि में करेगा वृश्चिक राशि में प्रवेश