15 फरवरी को आ रही है बड़ी अमावस्या, ये उपाय करेंगे तो बन जाएंगे धनवान
हिंदू पंचांग के अनुसार प्रत्येक माह में अमावस्या आती है, लेकिन फाल्गुन कृष्ण अमावस्या को बड़ी अमावस्या भी कहा जाता है क्योंकि यह महाशिवरात्रि के बाद आती है। यह अमावस्या सुख, सौभाग्य और धन-संपत्ति की प्राप्ति के लिए विशेष मानी जाती है।
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नई दिल्ली। हिंदू पंचांग के अनुसार प्रत्येक माह में अमावस्या आती है, लेकिन फाल्गुन कृष्ण अमावस्या को बड़ी अमावस्या भी कहा जाता है क्योंकि यह महाशिवरात्रि के बाद आती है। यह अमावस्या सुख, सौभाग्य और धन-संपत्ति की प्राप्ति के लिए विशेष मानी जाती है। इस दिन समस्त सुखों की प्राप्ति के लिए कुछ खास उपाय किए जाते हैं। माना जाता है कि महाशिवरात्रि के ठीक अगले दिन आने वाली यह अमावस्या विशेष फलदायी होती है। इस बार तो 15 फरवरी को आ रही इस अमावस्या के दिन सूर्य ग्रहण का साया भी है। हालांकि सूर्य ग्रहण भारत में नहीं होगा, लेकिन इसका असर तो सृष्टि पर होगा ही।
तंत्र शास्त्रों के अनुसार बड़ी अमावस्या के दिन किए गए उपाय तुरंत फलदायी होते हैं। तो आइये जानते हैं वे क्या उपाय हैं जिन्हें करके आप भी अपनी समस्याओं से मुक्ति पाकर धनवान बन सकते हैं।
विष्णु या कृष्ण मंदिर में ध्वजा लगाएं
अमावस्या के दिन किसी भी विष्णु या कृष्ण मंदिर के गुंबद पर पीले रंग की त्रिकोण ध्वजा लगाएं। यह ध्वजा जैसे-जैसे हवा में लहराती जाएगी आपका भाग्य भी चमकता जाएगा। जीवन की रूकावटें दूर होंगी।
कुएं में दूध डालें
अमावस्या के दिन शाम के समय किसी कुएं के समीप जाएं और साथ में सवा पाव दूध लेकर जाएं। एक-एक चम्मच कर दूध कुएं में डाले। इससे आपका बिगड़ा भाग्य बनने लगेगा। धन की आवक बढ़ेगी।
शिवजी का अभिषेक करें
अमावस्या की शाम को शिव मंदिर में जाकर गाय के कच्चे दूध, दही, शहद से शिवजी का अभिषेक करें और उन्हें काले तिल अर्पित करें। दूध से बनी खीर से भी अभिषेक करवा सकते हैं। यह भी एक चमत्कारिक उपाय है। इससे धन के मार्ग में आ रही बाधाएं समाप्त होती है। आप अतुलनीय संपत्तियों के मालिक बनेंगे।
पीपल के नीचे दीपक लगाएं
अमावस्या के दिन शाम को पीपल के पेड़ के नीचे सरसो के तेल का दीपक लगाएं और अपने पितरों को स्मरण करें। पीपल की सात परिक्रमा लगाएं। ऐसा करने से पितर प्रसन्न् होते हैं और फिर जीवन में किसी चीज की कमी नहीं रह जाती है।
शनि देव की पूजा
अमावस्या शनिदेव का दिन भी माना जाता है। इसलिए इस दिन उनकी पूजा करना जरूरी है। अमावस्या के लिए शनि मंदिर में नीले पुष्ण अर्पित करें। काले तिल, काले साबुत उड़द, कड़वा तेल, काजल और काला कपड़ा अर्पित करें। इसी मंदिर में बैठकर ऊं शं शनैश्चराय नम: मंत्र की एक माला जाप करें। इससे आपके सारे संकट दूर हो जाएंगे। शनि के साथ अन्य ग्रह भी अनुकूल हो जाएंगे।