Akshaya Tritiya: इस बार बेहद खास है 'अक्षय तृतीया', जानिए पूजा का शुभ मुहूर्त
लखनऊ। किसी भी शुभ कार्य को करने के लिए पवित्र मानी जाने वाली अक्षय तृतीया पर्व हिन्दू श्रद्धालू उपवास और दान आदि कर्म फल को अक्षय मानते है। ऐसी मान्यता है कि भगवान विष्णु वैशाख मास की अक्षय तृतीया को अवतरित हुये थे। भगवान विष्णु को गरीबों की सहायता करना एंव सहयोग करना बेहद प्रिय है। वर्तमान समय में अक्षय तृतीया के दिन सोना, चाॅंदी एंव आभूषण खरीदना एक तरह का फैशन बन गया है। यह चलन सिर्फ व्यावसायिकता का प्रतीक और कुछ नहीं। इसका कोई शास्त्रीय आधार या उल्लेख वर्णित नहीं है।
मेष राशि में गोचर करते ही खरामास समाप्त हो जाता है
सूर्य के मेष राशि में गोचर करते ही खरामास समाप्त हो जाता है और अच्छे दिनों की शुरूआत हो जाती है। जैसे वैवाहिक कार्यक्रम, मुण्डन, उपनयन संस्कार आदि माॅगलिक कार्य प्रारम्भ हो जाते है। इसी समय अक्षय तृतीया का पर्व भी पड़ता है। अक्षय तृतीया पर कुछ भी खरीदना अत्यन्त शुभ व फलदायी माना जाता है। हिन्दू शादियों में आभूषणों का विशेष क्रेज है। अतः इस समय सोने व चाॅदी के आभूषणों की विक्री अधिक होती है। एक प्रकार से यह आभूषणों के विक्रेताओं की व्यापारिक सहालग है, शायद इसलिए यह परम्परा पड़ गई कि आज के दिन सोना या चाॅदी से बनी वस्तुओं को खरीदनें का विशेष लाभ होता है। आज के दिन खरीदे गये आभूषणों से वैवाहिक जीवन में मधुरता बनी रहती है।
ये है शुभ मुहूर्त
- तृतीय तिथि का आरम्भ 18 अप्रैल 2018, बुधवार प्रातः 03ः46 पर होगा। जिसका समापन 19 अप्रैल, गुरुवार मध्यरात्रि 01:25 मि0 पर होगा।
- सोना-चांदी खरीदने का मुहूर्त-अमृत सिद्धि योग में सोने-चांदी के आभूषण खरीदना शुभ रहता है।
- 17 अप्रैल, शुक्रवार को शाम 7.50 से अमृत सिद्धि योग रहेगा। इस योग में खरीदी करना शुभ रहता है।
- सर्वार्थसिद्धि योग- 19 अप्रैल से 24 अप्रैल तक सर्वाथसिद्धि योग रहेगा। इस दौरान आप वाहन, इलेक्ट्रॉनिक सामान बर्तन, भवन-भूमि के सौदे कर सकते है।
- 19 अप्रैल, रविवार को सुबह 6.07 से सर्वार्थसिद्धि योग शाम 4.03 तक रहेगा।
- 21 अप्रैल, मंगलवार को सुबह 6.05 से सर्वार्थसिद्धि योग 2.25 दिन तक रहेगा।
- 22 अप्रैल, बुधवार को सुबह 6.04 से सर्वार्थसिद्धि योग पूरे दिन रहेगा।
- 24 अप्रैल, शुक्रवार को सर्वार्थसिद्धि योग दोपहर 12.05 से पूरे दिन रहेगा।
- मेष- यह अग्नि कारक है, इसलिए इस राशि के जातक इलेक्ट्रानिक सामान खरीद सकते है और किसी प्रिय को उपहार में भी दे सकते है।
- वृष- इस राशि का स्वामी शुक्र ग्रह है। अत आप सौन्दर्य से सम्बन्धित कोई भी वस्तु खरीद व भेंट कर सकते है।
- मिथुन- इस राशि वाले जातक कापी, पेन या किताबे आदि चीजें खरीद सकते है और किसी को गिप्ट भी सकते है।
- कर्क- इस राशि का स्वामी चन्द्रमा है। इसलिए आप लोग चाॅदी से बनी कोई वस्तु परचेज कर सकते है और उपहार में भी दे सकते है।
- सिंह- इस राशि का स्वामी सूर्य है। अतः आप लोग ताॅबे से बनी हुयी वस्तुयें या कपड़े खरीद् सकते है और किसी को भेंट भी कर सकते है।
- कन्या- इस राशि वाले लोग हरे रंग की वस्तुओं को किसी को उपहार दे या स्वंय खरीद सकते है।
- तुला- चांदी या पीतल से बनी वस्तुओं को खरीदना या उपहार देना इस राशि वालों के लिए लाभप्रद रहेगा।
- वृश्चिक- राशि का स्वामी मंगल है, इसलिए इस राशि के जातक मकान व भूमि खरीद सकते है एंव ताॅबे से बनी या लाल वस्तुयें उपहार में दे सकते है।
- धनु- इस राशि वाले जातक सोने के आभूषणों की खरीद्दारी करें तथा मिट्टी से बनी वस्तुओं को उपहार में दें।
- मकर- वाहन या लोहे से बनी वस्तुयें खरीदें तथा लाॅफिगं बुद्धा को किसी को गिप्ट देना शुभ रहेगा।
- कुम्भ- छाता, जुता, चप्पल आदि चाीजों को खरीदना शुभ रहेगा। कृष्ण जी की मूर्ति या हनुमान चालीसा की पुस्तक को किसी अपने प्रिय को भेंट करें।
- मीन- इस राशि वाले लोग मीठे पानी का दान करें। सोने से बनी वस्तुओं की खरीद्दारी करें तथा अपने प्रिय को लकड़ी से बने से गिप्ट को भेंट करने से लाभ होगा।
राशि के हिसाब से क्या रहेगा बेस्ट ?
अगर
आप-अपने
किसी
प्रिय
को
कुछ
उपहार
स्वरूप
देना
चाहता
हैं,
तो
जानें
राशि
के
हिसाब
से
क्या
रहेगा
बेस्ट
?
सिंह राशि का स्वामी सूर्य है...
वाहन या लोहे से बनी वस्तुयें खरीदें
यह भी पढ़ें: अक्षय तृतीया हर लिहाज से है मंगलकारी, जानिए खास बातें..