जानिए होलिका दहन का शुभ मुहूर्त और रंग खेलने का समय
लखनऊ। रंगो के त्यौहार होली में इस बार रंग खेलने के लिए 24 घण्टे का इन्तजार करना पड़ेगा। ज्योतिष के अनुसार भद्रा रहित पूर्णिमा के मान के कारण होलिका दहन 22 मार्च की रात्रि 3: 20 मिनट से प्रातः 5:10 मिनट तक सम्भव है। 24 मार्च को सूर्योदय के बाद ही रंग खेला जा सकता है।
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क्योंकि प्रतिपदा, सूर्योदय, चतुदर्शी व भद्रा में होलिका दहन नहीं किया जा सकता है। होलिका दहन पूर्णिमा में ही शुभ माना जाता है। 22 मार्च को चतुदर्शी अपरान्ह 2:31 मिनट तक रहेगी तत्पश्चात पूर्णिमा लगेगी।
23 मार्च को सांय 4 बजकर 10 मिनट तक पूर्णिमा रहेगी
23 मार्च को सांय 4 बजकर 10 मिनट तक पूर्णिमा रहेगी। किन्तु पूर्णिमा पर भद्रा की छाया रहेगी जो 22 मार्च को प्रातः 3 बजकर 15 मिनट तक रहेगी। इसलिए 23 मार्च को प्रातः 3 बजकर 20 मिनट से सुबह 5 बजकर 10 मि0 तक होलिका दहन शुभतादायक रहेगा।
होलिका दहन करने से शुभफल की स्थिरता बनी रहती है
इसके बाद कुम्भ लग्न लग जायेगी जो एक स्थिर लग्न है। कुम्भ लग्न 22 मार्च को प्रातः 4 बजकर 12 मिनट से सुबह 5 बजकर 40 मिनट तक रहेगी। कुम्भ लग्न में होलिका दहन करने से शुभफल की स्थिरता बनी रहती है। रंग खेलने के लिए 24 मार्च को सूर्योदय 6 बजकर 05 मिनट से मध्यान्ह का समय अच्छा रहेगा।