दिल्ली चुनाव पर क्या कह रहे हैं किरण बेदी के ग्रह-नक्षत्र?
तेजर्रार, आत्म-विश्वास से लबरेज, तार्किक क्षमता की धनी व बेदाग छवि वाली देश की प्रथम महिला आईपीएस किरण बेदी 15 जनवरी सन् 2015 को सार्वजनिक जीवन से राजनैतिक कैरियर में प्रवेश किया है। सच पूछिए तो किरण बेदी भाजपा की ट्रंप कार्ड हैं। ऐसे में बेदी की कुंडली बहुत कुछ कह सकती है।
किरण बेदी, जन्म दिनांक-9 June 1949, जन्म समय- दोपह 2:10 बजे, जन्म स्थान-अमृतसर (पंजाब)। आपका जन्म कन्या लग्न और वृश्चिक राशि में हुआ है। कन्या का स्वामी बुध भाग्य भाव में सूर्य के साथ बैठा है। नौवें स्थान में बैठा बुध किरण बेदी को भाग्यवान बना रहा है। नवमस्थ बुध होने से जातिका अपने कुल को अपने ज्ञान से, धन से, कर्म से उज्जवल तथा प्रसिद्ध करती है।
चंद्र-मंगल से आया जुनून
जन्म लग्न के स्वामी बुध का त्रिकोण में होना बहुत ही योगकारी माना गया है, कन्या लग्न वाले हमेशा उत्साह में भरे होते हैं और तर्क वितर्क करने में माहिर होते हैं साथ ही शुक्र ग्रह केन्द्र में व्यक्ति को इंसाफपसन्द और सफल बनाता है। चन्द्र-मंगल उनको जोश, जुनून और और हक की लड़ाई लडने की क्षमता देता है।
सूर्य योगकारी बुध और अष्टमेश मंगल के साथ है। साथ ही सूर्य पर शनि की भी बारहवें भाव से दृष्टि है। मंगल और शनि दौनों ही पाप ग्रह हैं और बुरा असर देनें से नहीं चूकते। हांलाकि शनि विपरीत राजयोग बना रहा है जो कि अन्त में सफलता देगी लेकिन शनि अपने स्वाभाव के अनूकूल काफी परेशानी भी देगा।
वर्तमान में श्रीमती किरण बेदी की कुण्डली में सूर्य की दशा में बुध का अन्तर और शनि का प्रत्यन्तर 05 फरवरी 2015 से 26 मार्च 2015 तक चलेगा।
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इस
वक्त
बेदी
के
लिये
समय
बेहद
शुभ
चल
रहा
है।
इसी
शुभ
दशा
में
दिल्ली
विधान
सभा
के
चुनाव
हो
रहे
हैं।
- सूर्य सत्ता का कारक है, बुध पद, प्रतिष्ठा का प्रतिनिधित्व कर रहा है।
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शनि
की
मकर
राशि
जनता
के
संकेतक
भाव
पंचम
पर
कब्जा
जमाये
हुये
है।
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इन
तीनों
ग्रहों
का
मजबूत
होकर
एक
साथ
रहना
एक
प्रबल
शुभ
संकेत
हैं।
- किरण बेदी जी जनता का बम्पर सपोर्ट प्राप्त करके दिल्ली की अगली मुख्यमन्त्री बनेंगी।
किरण बेदी की कुण्डली में चन्द्र लाभेश होकर तृतीय भाव में वृश्चिक राशि में नीच का होकर बैठा है। वृश्चिक का स्वामी मंगल अष्टम भाव में अपनी राशि मेंष में मजबूत होकर बैठा है। यह स्थिति नीचभंग राजयोग का निर्माण कर रही है।
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राजनीति
और
सत्ता
का
संकेतक
सूर्य
आपकी
कुण्डली
में
भाग्य
भाव
में
बलवान
होकर
अपने
मित्र
बुध
के
साथ
बैठा
है।
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इसलिये
किरण
बेदी
सूर्य
के
प्रभाव
के
बगैर
राजनीति
में
आप
लम्बी
पारी
नहीं
खेल
सकती
हैं।
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यानी
किरण
बेदी
चुनाव
जीत
सकती
हैं,
लेकिन
उन्हें
पूर्ण
बहुमत
मिलेगा
इसमें
संशय
है।
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मुख्यमंत्री
बनने
के
बाद
राजनीति
में
किरण
बेदी
के
लिए
संघर्ष
भरा
हो
सकता
है।
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