विराट और अनुष्का का साथ कब तक रहेगा?
गलैमर की चकाचौंध दुनिया में रिश्तें आकर्षण और आवश्यकताओं की रस्सी से बंधे होते है। ये दोनों ऐसी चीजें है जो समय के साथ कमजोर पड़ती ही है। कुछ लोग ऐसे होते है जिनके जुड़ने से करियर में चार-चांद लग जाते है और कुछ ऐसे भी होते है जिनके जुड़ाव से करियर का ग्राफ नीचे की ओर चला जाता है।
Happy Bday: नाम के ही नहीं आंकड़ों के मामले में भी कोहली हैं 'विराट'
आज-कल क्रिकेट में युवाओं के आदर्श विराट कोहली और बालीवुड की तेज-तर्रार व गुड लुकिंग हिरोईन अनुष्का शर्मा के बीच कुछ-कुछ नहीं बल्कि बहुत कुछ चल रहा है। इनके किस्से मीडिया में छाये रहते है और ये लोग भी अपने रिश्ते को सार्वजनिक रूप से कबूल भी कर चुके है। आज विराट कोहली का बर्थ डे है।
जानिए आतिशी खिलाड़ी विराट कोहली के बारे में कुछ अनकही बातें
आइये इस खुशनुमा पल में ज्योतिष के आधार पर जानने की कोशिश करते है कि विराट और अनुष्का की यह हसीन जोड़ी दोनों के करियर पर क्या प्रभाव डालेगी?
एक-दूसरे के प्रति लगाव
विराट कोहली का जन्म 05 नवम्बर 1988 को सुबह 10:28 मिनट पर दिल्ली में हुआ था। उस वक्त क्षितिज पर धनु लग्न उदित हो रही थी। अनुष्का शर्मा का जन्म 01 मई सन् 1988 मध्यान्ह 12 बजे बैंगलोर में हुआ था। जिस कारण आपकी लग्न कर्क हुई। इन दोनों के स्वामी गुरू व चन्द्र आपस में मैत्री सम्बन्ध रखते है। इसलिए आप दोनों का एक-दूसरे के प्रति लगाव, प्रेम, सहानुभूति और वैचारिक साम्य साफ नजर आता है।
चन्द्र की स्थिति अशुभ
विराट का चन्द्रमा कन्या में स्थित है, जो अनुष्का की कुण्डली का तृतीय भाव है। अनुष्का का चन्द्रमा तुला में स्थित है जो विराट की कुण्डली का एकादश भाव है। विराट व अनुष्का के चन्द्र क्रमशः 12वें व दूसरे भाव में पड़ते है। दोनों के चन्द्र की यह परस्पर स्थिति अशुभ है।
कार्यक्षमता अच्छी
वर्ण का अर्थ होता है कार्यक्षमता। विराट का वर्ण वैश्य है और अनुष्का शर्मा का वर्ण शूद्र। वर्ण में समानता है इसलिए दोनों की कार्यक्षमता अच्छी रहेगी।
प्रधानता ठीक
वश्य का सम्बंनध प्रधानता से होता है। दोनों का वश्य मानव है, जिस कारण विराट व अनुष्का की जोड़ी की प्रधानता ठीक रहेगी।
भाग्य एक-दूसरे के लिए लाभकारी नहीं
तारा का समंबन्ध भाग्य से जुड़ा होता है। विराट का तारा क्षेम है और अनुष्का का तारा वध है। इन दोनों का भाग्य एक-दूसरे के लिए लाभकारी नहीं है।
मानसिक तारतम्यता भी अच्छी
योनि का अर्थ होता है मानसिकता। विराट की योनि गौ और अनुष्का की योनि महिष है। योनि में सामनता है इसलिए मानसिक तारतम्यता भी अच्छी रहेगी।
आपसी सामंजस्य बेहतर
ग्रहमैत्री का संबन्ध सामंजस्य से होता है। विराट का बुध और अनुष्का का शुक्र स्वामी है। ग्रहमैत्री बहुत अच्छी मिल रही है। इस कारण दोनों का आपसी सामंजस्य बेहतर रहेगा।
गुणों की प्रधानता
गण का अर्थ होता है गुणों की प्रधानता। विराट का गण मनुष्य है व अनुष्का का गण देव है। दोनों के गुणों की प्रधानता भी अच्छी नजर आ रही है।
वास्तविक प्रेम की न्यूनता
भकूट से प्रेम की वास्तविक स्थिति का पता लगाया जाता है। विराट का भकूट कन्या है और अनुष्का का भकूट तुला है। दोनों के चन्द्र की परस्पर स्थिति अशुभ है। जिस कारण दोनों में वास्तविक प्रेम की न्यूनता दिख रही है।
स्वास्थ्य बेहतर
नाड़ी का अर्थ स्वास्थ्य होता है। विराट की नाड़ी आदि है और अनुष्का की नाड़ी अन्त्य है। नाड़ी का मेलापक उत्तम है इसलिए दोनों का स्वास्थ्य बेहतर रहेगा।
निष्कर्ष
विराट और अनुष्का का ज्योतिषीय मिलान करने पर तारा यानि भाग्य और भकूट (प्रेम) इन दोनों को छोड़कर अन्य सभी चीजें बहुत अच्छी मेल खा रही है। किन्तु यदि दोनों का भाग्य साथ नहीं देगा तो करियर में प्रगति नहीं होगी। फिल्म और क्रिकेट के क्षेत्र में भाग्य के बिना उॅचाईयों पर पहुंचना मुश्किल है। आप 99 रन अपने कर्म से बना सकते है लेकिन सेंचुरी पूरी करने के लिए 1 रन महत्वपूर्ण होता है वह है भाग्य।
करियर हो जायेगा खराब?
ऐसे ही फिल्म लाइन में आप एक्टिंग तो अपनी मेहनत से अच्छी कर सकते है किन्तु फिल्म बॉक्स ऑफिस पर सफलता के झण्डे गाड़े इसके लिए भाग्य का प्रबल होना जरूरी है।
अप्रैल 2016 में ब्रेक-अप
जब दोनों के करियर में ग्रोथ नहीं होगी तो स्वाभिवक है कि एक-दूसरे पर दोषारोपण होगा। फिर जिद की जंग होगी और जिद की जंग में दूरिया अक्सर जीत जाती है। अगर विराट और अनुष्का दूर न हुये तो इनका करियर खतरे में पड़ जायेगा। ग्रह दशाओं के अनुसार अप्रैल 2016 के आस-पास विराट और अनुष्का का ब्रेकअप होने के आसार दिख रहे है।