साल 2014 में दीपावली पूजन के शुभ मुहूर्त
[पं.
अनुज
के
शुक्ल]
दीवाली
पर
अगर
मां
लक्ष्मी
को
प्रसन्न
करना
है
तो
उसके
लिये
मुहूर्त
का
खयाल
जरूर
रखें।
क्योंकि
मुहूर्त
पर
पूजन
करने
से
पूजन
का
ज्यादा
लाभ
मिल
पाता
है।
हम
पहले
आपको
बतायेंगे
कुछ
विशेष्ज्ञ
मंत्र
उसके
बाद
नीचे
आप
मुहूर्त
पढ़
सकेंगे।
कुछ विशेज्ञ मंत्र
- विशेष-1: जो लोग कलम-दवात का पूजन करते है। वे निम्न मन्त्र का जाप करें- ऊँ महाकाले नमः ऊँ लेखन्यै नमः।
- विशेष 2: जो जातक बही-खाता का पूजन करते है। वे निम्न मन्त्र का जाप करें- ऊँ सरस्वत्यै नमः।
- विशेष 2: जो लोग कूबेर पूजन (तिजोरी-बाक्स) करते हैं। वे इस मन्त्र का जाप करें- कृतेन अनेन पूजनेन कुबेरः प्रीयताम न मम्।
- विशेष 2: जो जातक तुला, तराजू, कांटा आदि का पूजन करते है। वे इस मन्त्र का जाप करें- ऊँ तुलाय नमः।
- विशेष 2: जो लोग दीपक का पूजन करते है। वे इस मन्त्र का जाप करें- ऊँ दीपवृक्षाय नमः
दीवापली पूजन के शुभ मुहूर्त
इस वर्ष दीपावली 23 अक्टूबर सन् 2014 को कार्तिक कृष्ण अमावस्या गुरूवार को मनाई जायेगी। इस दिन अमावस्या का पूरे दिन रहेगी। दीपावली पूजन का मुख्य काल प्रदोष काल माना जाता है। इस दिन प्रदोष काल सांय 5:50 मि0 से रात्रि 08:18 मि0 तक हैं।
स्थिर लग्न में पूजन करने वाले लोगों के लिए प्रथम स्थिर लग्न वृष रात्रि 7:10 मि0 से रात्रि 09:13 मि0 तक। दूसरी स्थिर लग्न सिंह अर्धरात्रि के बाद 01:39 मि0 से 03:35 मि0 तक है। महानिशीथ काल रात्रि 22:44 मि0 से रात्रि 01:11 मि0 तक रहेगा।
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