स्त्री की ओर आकर्षित होते हैं ऊंचे पेट वाले पुरुष
शास्त्रान्तं
स्त्रीभोगनिमाचार्यः
बहुसुतं
यथासंख्यम।
एकद्वित्रि
चतुर्भिर्वलिभिर्विद्यान्नृपं
त्ववलितम्।।
1- जिस पुरुष के पेट में एक वलि हो, वह व्यक्ति शात्रों में परांगत माना जाता है। दो वलि वाला मनुष्य स्त्री का भोग करने वाला होता है, तीन वलि वाला पुरूष आचार्य होता है, चार वलि वाला व्यक्ति अधिक पुत्रों वाला होता है तथा वलि रहित पुरूष राजा के समान सुख भोगने वाला होता है।
2- यदि किसी व्यक्ति का पेट ऊंचा हो, वह मनुष्य भौतिक सुख-सुविधओं का आदी होता है तथा ऐसे मनुष्य स्त्रियों के भोगी भी होते है। धन-धान्य की कमी इनके जीवन में नहीं होते है, परन्तु उसका उपयोग ये सही तरीके से नहीं करते है। इनकी पत्नी सुन्दर व सुशील होती है। समय का दुरूपयोग करना इनकी आदत में सुमार होता है।
3- जिस पुरूष का पेट गोल होकर आगे की ओर झुका हुआ हो, वह मनुष्य विवाह के पश्चात ही धन का अर्जन कर पाता है तथा उसके जीवन में स्थिरता आती है। ऐसे व्यक्ति स्वहित के बारें में ही चिन्तन व संघर्ष करते है। अनावश्यक वस्तुओं पर व्यय करना भी इन्हे उचित नहीं लगता है।
4- यदि किसी मनुष्य का पेट शरीर की अपेक्षा अधिक मोटा हो तो, वह व्यक्ति धन-धान्य व सुख-सुविधाओं से युक्त होकर सुखमय जीवन व्यतीत करता है। ऐसे व्यक्ति अत्यधिक आलस्य के कारण किसी गम्भीर रोग का शिकार भी हो सकते है, अतः सावधानी रखें। मीठी वस्तुयें खाना इन्हे बेहद रूचिकर लगता है परन्तु इनसे परहेज करें।
5- जिस व्यक्ति का पेट शारीर के अनुसार सामान्य व पतला हो, वह पुरूष सफल अवश्य होंते है, परन्तु इन्हे संघर्ष अधिक करना पड़ सकता है। 40 वर्ष की आयु के पश्चात इनकी अचानक कोई मदद कर देता है जिसके कारण अपने मुकाम को हासिल करने में सफलता प्राप्त कर लेते है।