पैरों को देख जानिये पुरुष का व्यक्तित्व
सूर्पाकारौ
विरूक्षौ
च
वक्रो
पादौ
शिलालकौ
संशुष्कौ
पाण्डुरनवौ
निःस्वस्य
विरलालुली।।
अस्वेदितौ
मृदुतलौ
कमलोदरसन्निभौ।
शिश्टांगुली
ताम्रनखौ
पदावुष्णै
शिरोज्झितौ।
कूर्मोन्नतौ
गूढ़गुल्फौ
सुपाष्र्णी
नृपतेः
समृतौ।।
1- जिस पुरूष के पैर सूप के समान के अत्यन्त रूखे, टेढ़े, नसयुक्त, अत्यनत सूखे हो, पीले नाखून, अंगुलियां बीड़ड़ हों, वह व्यक्ति अपना जीवन आर्थिक विपन्नता में व्यतीत करता है। उसको अपने पुत्रों के द्वारा ही सुख की प्राप्ति हो पाती है।
2- जिस पुरुष के पैर के तलवे पसीने से रहित, कोमल, अंगुलियां सटी, नख लाल, पैर उष्ण और एड़ी सुन्दर हो, वह व्यक्ति राजा के समान सुख भोगने वाला होता है। ऐसे पुरूष उच्चकोटि के अधिकारी या राजनेता होते है। ये अपने परिवार के लिए कुलदीपक साबित होते है। समय का प्रबन्धन करना इनका विशेष गुण होता है।
3- जिस पुरूष के पांव लम्बे-चैड़े हो, वह शारीरिक रूप से मजबूत होते है, परन्तु इनका मानसिक स्तर बहुत अच्छा नहीं होता है। ये किसी के निर्देशन में रहकर ही कठोर परिश्रम कर सकते है।
4- जिस मनुष्य के पैर शरीर के अनुसार छोटे हो, वह व्यक्ति चंचल, अवसरवादी एंव विश्वास करने लायक नहीं होता है। ऐसे पुरूष कार्य को महत्व देते है न कि सम्बन्धों को। धन के काफी लालची भी होते है।
5- जिस पुरूष के पैर मध्यम आकार के एंव सुडौल होते है, वह व्यक्ति धनवान, कलाकार एंव समाज की सेवा करने वाले होते है। इनको प्रत्येक वस्तु की प्राप्ति अपने समय पर अवश्य हो जाती है। ये अपने कार्यक्षेत्र में काफी कुशल होते है। इनका ससुराल पक्ष भी मजबूत माना जाता है।