गुरुवार के दिन ना करें ये काम, घटती है पति और बच्चे की उम्र
नई दिल्ली। गुरूवार को हिन्दू धर्म में विशेष महत्व है। यह दिन भगवान् विष्णु को समर्पित है। हिन्दू धर्म के आधारभूत ग्रन्थों में बहुमान्य पुराणानुसार विष्णु परमेश्वर के तीन मुख्य रूपों में से एक रूप हैं। पुराणों में त्रिमूर्ति विष्णु को विश्व का पालनहार कहा गया है। त्रिमूर्ति के अन्य दो रूप ब्रह्मा और शिव को माना जाता है। ब्रह्मा को जहां विश्व का सृजन करने वाला माना जाता है, वहीं शिव को संहारक कहा गया है।
बृहस्पति ग्रह पति और संतान का कारक
वैसे शास्त्रों के अनुसार महिलाओं की जन्मकुंडली में बृहस्पति ग्रह पति और संतान का कारक होता है, इसका मतलब यह है कि बृहस्पति ग्रह महिला की संतान और पति दोनों के जीवन को प्रभावित करता है, ऐसे में गुरुवार को महिलाएं अगर अपना सिर धोती हैं या बाल कटाती हैं तो इससे बृहस्पति कमजोर होता है और पति व संतान की उन्नति रुक जाती है इसी कारण घर में बूढ़ी औरतें, घर की महिलाओं को इस दिन बाल धोने और नाखून काटने से रोकती हैं।
पुरूषों को दाढ़ी बनाने से रोका जाता है
यही नहीं मर्दों के लिए भी कुछ हिदायत हैं, जैसे कि इस दिन पुरूषों को दाढ़ी बनाने से रोका जाता है क्योंकि ऐसा माना जाता है कि गुरुवार को नाखून काटने और शेविंग करने से गुरु ग्रह कमजोर होता है, जिससे जीवन पर नकारात्मक प्रभाव पड़ता है और इंसान के जीवन से सुख दूर हो जाता है।
इस दिन क्या करना चाहिए..
- इस दिन केले की पूजा करनी चाहिए।
- घर को गोबर से लीपना चाहिए।
- पीला भोजन करना चाहिए।
- वैसे इस दिन जन्में लोगों पर भी भगवान विष्णु की खास कृपा होती है।
- बृहस्पतिवार व्रत के पूजन से स्त्री-पुरुष को वृहस्पतिदेव की अनुकम्पा से धन-संपत्ति का अपार लाभ होता है।
- परिवार में सुख और शांति रहती है।
- स्त्रियों के लिए बृहस्पतिवार का व्रत बहुत शुभ फल देने वाला है।
परिवार में सुख और शांति रहती है...
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