Somvati Amavasya: सोमवती अमावस्या आज, जरूर कीजिए ये काम, हर दुविधा हो जाएगी आसान
नई दिल्ली। आज है सोमवती अमावस्या, शास्त्रों में कहा गया है कि माघ, पौष के महीने में नदी या सरोवर में प्रात: स्नान कर भगवान सूर्य को अर्घ्य देने से अमोघ फल प्राप्त होता है। खासकर अमावस्या और सोमवती अमावस्या का यह पुण्य को कई हजार गुना बढ़ा देता है। सोमवार को पड़ने वाली अमावस्या को सोमवती अमावस्या कहते हैं। ये वर्ष में लगभग एक अथवा दो ही बार पड़ती है। विवाहित स्त्रियों द्वारा इस दिन अपने पतियों के दीर्घायु कामना के लिए व्रत का विधान है। इस दिन मौन व्रत रहने से सहस्र गोदान का फल मिलता है।
अमावस्या का दिन पितरों को समर्पित
काशी के पंडित दिवाकर शास्त्री के मुताबिक अमावस्या का दिन पितरों को समर्पित है और आज के दिन विशेष पूजा का विधान है, भगवान का ध्यान करें। घर में धूप और अगरबत्ती जलाकर रखें।
108 परिक्रमाएं करें
नदी किनारे स्वच्छ वातावरण में साफ मन से पितरों का ध्यान करें। पंडितों और गरीबों को दान करें। सूर्य को अर्ध्य दें। भगवान शिव, माता पार्वती और तुलसी की पूजा करें। इसके बाद पीपल के पेड़ की 108 परिक्रमाएं करें, आपके सारे कष्ट दूर हो जाएंगे।
खास बातें
इस दिन स्त्रियां तुलसी व पार्वती पर सिन्दूर चढ़ाकर अपनी मांग में लगा लें जिससे अखण्ड सौभाग्यवती बनी रहेंगी। स्त्रियां आज के दिन निम्न वस्तुयें जैसे- कपड़ा, गहना, बरतन, अनाज अथवा कोई भी खाने की वस्तु वस्तुयें दान कर सकती है
प्रगति के मार्ग प्रशस्त होंगे
इससे उनके जीवन में प्रगति के मार्ग प्रशस्त होंगे एंव परिवार व समाज में उनका मान-सम्मान होगा।
नाग-नागिन की विधिवत पूजा करें
जिन जातकों की जन्मपत्रिका कालसर्प दोष से युक्त है, वे लोग सोमवती अमवस्या पर चांदी के बने नाग-नागिन की विधिवत पूजा करें और उन्हे नदीं में प्रवाहित कर दें। यह उपाय करने से कालसर्प दोष से छुटकारा मिलेगा।
Read Also: सूर्य ने किया धनु में गोचर, आपके जीवन पर पड़ेगा भारी असर