घर में है तुलसी का पौधा, तो ये बातें जरूर ध्यान रखें
नई दिल्ली। हिंदू धर्म में तुलसी के पौधे को सबसे पवित्र माना गया है। इसे देवी की उपाधि दी गई है इसलिए लगभग हर हिंदू घर में तुलसी का पौधा लगा होता है। लेकिन क्या आप जानते हैं तुलसी का पौधा लगाने के भी अपने नियम हैं। यदि शास्त्रीय नियमों के अनुसार तुलसी का पौधा लगाया गया है तो उस घर में सुख-समृद्धि का वास होता है।
आइए जानते हैं घर में तुलसी का पौधा लगाने में किन बातों का ध्यान रखा जाना चाहिए
वास्तु शास्त्र
- वास्तु शास्त्र के अनुसार तुलसी का पौधा घर के ब्रह्म स्थान यानी घर के बीच में लगाया जाना चाहिए, लेकिन आजकल के घरों में घर में मध्य स्थान खुला नहीं होता है इसलिए तुलसी के पौधे को घर के उत्तर-पूर्वी भाग में लगाना सबसे शुभ होता है।
- घर में यदि विवाह योग्य कन्या है और किसी कारणवश उसके विवाह की बात तय नहीं हो पा रही है तो घर के दक्षिण-पूर्वी भाग में तुलसी लगाना चाहिए। और वह कन्या लगातार दो माह तक इस तुलसी के पौधे की सेवा करे। इससे विवाह में बाधा बन रहे सभी वास्तुदोष दूर होंगे और शीघ्र सुखी गृहस्थ जीवन में प्रवेश करेगी।
- उत्तर-पूर्वी दिशा में कुबेर का वास माना गया है इसलिए यदि आपको आर्थिक तंगी है तो इस दिशा में तुलसी लगाने से आर्थिक स्थिति मजबूत होती है।
- पारिवारिक समस्या के निवारण और सुखी जीवन के लिए रसोईघर के समीप तुलसी का पौधा लगाना चाहिए।
- तुलसी के पत्ते तोड़ने के लिए भी शास्त्रों में कुछ नियम बनाए गए हैं। उनके अनुसार एकादशी, रविवार और सूर्य या चंद्र ग्रहण के समय तुलसी नहीं तोड़ना चाहिए।
- तुलसी के पत्ते तोड़ने से पहले स्नान करना आवश्यक है। बिना स्नान किए तुलसी को स्पर्श नहीं करना चाहिए।
- तुलसी के पौधे में प्रतिदिन ताजा जल अर्पित करना चाहिए और शाम के समय उसके समीप दीपक अवश्य लगाना चाहिए। इससे लक्ष्मी की प्राप्ति होती है।
- तुलसी का पौधा नकारात्मक ऊर्जा को सोख लेता है और सकारात्मक ऊर्जा का प्रवाह करता है। जिस घर में तुलसी का पौधा होता है वहां कोई बुरा साया नहीं आता।
- तुलसी का पौधा यदि किसी कारणवश सूख गया है तो उसे किसी पवित्र नदी, तालाब या कुएं में डाल देना चाहिए। सूखा हुआ तुलसी का पौधा घर में न रखें।
- घर में तुलसी के पौधे विषम संख्या में होना चाहिए। जैसे 1, 3, 5 या 7.
- जिस गमले में तुलसी का पौधा लगा हो उसमें कोई दूसरा पौधा नहीं लगाना चाहिए।
- शिव और गणेशजी की पूजा में तुलसी के पत्तों का इस्तेमाल नहीं करना चाहिए।
शास्त्रों में कुछ नियम हैं...
सूखा हुआ तुलसी का पौधा घर में न रखें....
चमत्कारिक औषधि भी है तुलसी
आयुर्वेद में तुलसी को एक चमत्कारिक औषधि के रूप में मान्यता है। यह कई रोगों की दवा है इसलिए कई लोग तुलसी के पत्तों का सेवन करते हैं। लेकिन ध्यान रहे तुलसी के पत्ते खाने का भी नियम है। तुलसी के कम से कम दो पत्तों का सेवन प्रतिदिन करने से शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत रहती है। मच्छरजनित रोग, सर्दी, जुकाम, खांसी जैसे रोग नहीं आते। तुलसी के पत्तों को चबाना नहीं चाहिए क्योंकि इसमें पारा होता है, जो दांतों को नुकसान पहुंचाता है। इसलिए तुलसी के पत्तों को निगल लेना चाहिए।
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