कमला एकादशी 2018: बन रहा है अत्यंत शुभ योग, करें ये उपाय, चमकेगा भाग्य
नई दिल्ली। तीन वर्ष बाद आए अधिकमास के शुक्ल पक्ष में आने वाली एकादशी 25 मई को है। इस बार यह एकादशी बड़े ही सिद्ध दिन में शुभ संयोगों के साथ आ रही है। इसमें अधिकमास, एकादशी के और शुक्रवार का शुभ संयोग है जो मां लक्ष्मी का दिन है। ज्येष्ठ अधिकमास के शुक्ल पक्ष की एकादशी को कमला एकादशी और पद्मिनी एकादशी के नाम से जाना जाता है। इस एकादशी के दिन विष्णु लक्ष्मी के साथ शिव पार्वती की पूजा करने का विधान है। इस एकादशी का व्रत रखने से मनुष्य यश, कीर्ति, पद, प्रतिष्ठा, सुख, सौभाग्य, अतुलनीय धन संपदा का उपभोग करके भगवान श्रीहरि विष्णु के लोक बैकुंठ को जाता है। कमला एकादशी के दिन दान का भी विशेष महत्व है। इस दिन जरूरतमंदों को तिल, वस्त्र, धन, फल और मिठाई आदि का दान करना चाहिए। जो लोग व्रत नहीं करते हों वे भी इन चीजों का दान कर सकते हैं। दान करने से भी व्रत का फल प्राप्त हो जाता है।
कैसे करें एकादशी की पूजा
कमला एकादशी के दिन ब्र्रह्म मुहूर्त में शौच आदि से निवृत्त होकर दंतधावन करें और जल के 12 बार कुल्ले करके शुद्ध हो जाएं। सूर्य उदय होने के पूर्व पवित्र नदियों, तीर्थ आदि के जल में स्नान करें। नदी उपलब्ध न हों तो घर पर ही जल में गंगाजल, नर्मदा आदि पूजनीय नदियों का जल डालकर स्नान कर लें। शुद्ध श्वेत वस्त्र धारण करके भगवान विष्णु के मंदिर जाकर पूजा-अर्चना करें या घर पर ही पूजन संपन्न् करें। इस दिन पूर्ण व्रत रखें। फलाहार कर सकते हैं। नमक का सेवन न करें।
क्या करें
- जीवन में प्रेम पाना चाहते हैं तो कमला एकादशी के दिन भगवान राधा-कृष्ण को पीले पुष्प अर्पित करें। आपको मनचाहा प्रेम प्राप्त हो जाएगा।
- जैसा कि नाम से ही ज्ञात है कमला एकादशी। कमला यानी साक्षात मां लक्ष्मी। धन, संपदा प्राप्त करने के लिए इस एकादशी के दिन मां लक्ष्मी का 108 गुलाब के पुष्पों से अर्चन करें।
- सुख-समृद्धि और पद-प्रतिष्ठा प्राप्त करने के लिए इस दिन पीले चंदन या केसर में गुलाब जल मिलाकर मस्तक पर तिलक करें।
- लक्ष्मी की कृपा प्राप्त करने के लिए एकादशी के दिन केले के दो पौधे लगाएं। बाद में इनकी नियमित देखभाल करते रहें। जब इस पेड़ पर फल आने लगे तो उनका दान करें, लेकिन स्वयं इसके फल कभी न खाएं।
- एकादशी के दिन पान के दो पत्ते भगवान विष्णु को अर्पित करें, उनमें से एक पत्ता अपने साथ ले आएं और इस पर रोली से 'श्री" लिखकर अपनी तिजोरी या धन स्थान पर रखें। इससे धन का संग्रहण बढ़ेगा। धन की हानि रूकेगी। व्यापार में वृद्धि होगी।
- एकादशी के दिन दक्षिणावर्ती शंख में जल भरकर कच्चे दूध और दही से श्रीकृष्ण का अभिषेक करें।
- देवी लक्ष्मी को प्रसन्न् करने के लिए उन्हें मिश्री और दूध से बनी खीर का भोग लगाएं। सफेद मिठाई का नैवेद्य लगाएं।
- ध्यान रहे सभी तरह के भोग लगाते समय उसमें तुलसी का पत्ता अवश्य ही डालें।
सुख-समृद्धि और पद-प्रतिष्ठा
व्यापार में वृद्धि होगी
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