नरेंद्र मोदी: विश्व के सामने सिर ऊंचा करके बोलने की आदम डालनी होगी
नरेंद्र मोदी ने देश समेत विपक्ष को विकास का मूल मंत्र 'श्रम मेव जयते' भी दिया। मोदी ने कहा कि पिछले 62 सालों में ये कैसा विकास हुआ है कि जिस बेटे का पिता तीन दशक पहले साइकिल बनाता था उसका बेटा भी बड़ा होने के बाद साइकिल ही बना रहा है। इसे विकास नहीं कहा जा सकता है। मोदी ने कहा कि रेलवे की आदत यह है कि वह लकीर का फकीर है। टमाटर और मार्बल में मार्बल पहले भेजता है।
संसद भवन में नरेंद्र मोदी ने कहा:
1.
जमीन
के
हेल्थ
कार्ड
से
किसानों
को
फायदा
होगा।
2.
कुपोषण
से
लड़ाई
लड़नी
है,
तो
दालों
का
उत्पादन
बढ़ाने
और
उसमें
प्रोटीन
कंटेंट
बढ़ाने
में
सफलता
पानी
होगी।
3.
हम
सदियों
से
कहते
हैं
कि
हमारा
देश
कृषि
प्रधान
और
गांवों
का
देश
हैं।
यह
नारे
तो
अच्छे
लगते
हैं,
लेकिन
क्या
हम
अपने
गांवों
के
जीवन
को
बदल
पाए
हैं।
4.
गरीबी
को
गरीबी
से
बाहर
लाने
के
लिए
उसे
शिक्षित
करना
होगा।
5.
अमीर
का
बच्चा
बड़े
स्कूलों
में
पढ़
सकता
है।
उसे
इलाज
मिल
सकता
है।
गरीब
कहां
जाएगा।
6.
क्या
सरकार
सिर्फ
पढ़े-लिखे
लोगों
के
लिए
हो।
क्या
सरकार
सिर्फ
गिने-चुने
लोगों
के
लिए
हो।
सरकार
गरीबों
के
लिए
होनी
चाहिए।
7.
गरीबी
को
गरीबी
से
बाहर
लाने
के
लिए
उसे
शिक्षित
करना
होगा।
8.
महिलाओं
को
निर्णय
में
भागीदार
बनाना
होगा।
उनके
सम्मान
और
सुरक्षा
की
चिंता
करनी
होगी।
9.
कुपोषण
से
लड़ाई
लड़नी
है,
तो
दालों
का
उत्पादन
बढ़ाने
और
उसमें
प्रोटीन
कंटेंट
बढ़ाने
में
सफलता
पानी
होगी।
10.
हम
तकनीक
को
खेती
से
जितनी
तेजी
से
जोड़ेंगे,
उतना
फायदा
होगा।
11.
गरीब
के
बेटे
आंसू
पीकर
सो
जाएं
यह
हालत
बदलनी
चाहिए।
12.
रेलवे
की
आदत
यह
है
कि
वह
लकीर
का
फकीर
है।
टमाटर
और
मार्बल
में
मार्बल
पहले
भेजता
है।
13.
जमीन
के
हेल्थ
कार्ड
से
किसानों
को
फायदा
होगा।
14.
क्या
हम
पूरे
नॉर्थ
ईस्ट
को
ऑर्गेनिक
स्टेट
के
रूप
में
नहीं
उभार
सकते
हैं।
15.
अगर
गांव
के
जीवन
में
हम
बदलाव
ला
सकें,
तो
किसी
का
अपना
गांव
छोड़ने
का
मन
नहीं
करेगा।
क्या
गांव
के
अंदर
हम
उद्योंगों
का
जाल
खड़ा
नहीं
कर
सकते
हैं।
16.
आरोप
बुरे
होते
हैं,
आलोचना
ताकत
देती
है।
हम
आलोचना
के
लिए
हमेशा
के
लिए
तैयार
हैं।
17.
गुजरात
मॉडल
की
बड़ी
चर्चा
होती
है।
गुजरात
का
मॉडल
उसके
हर
जिले
में
नहीं
चलता
है।
गुजरात
का
दूसरा
मॉडल
यह
है
कि
देश
में
जहां
भी
अच्छा
हो,
उसे
दूसरी
जगह
लागू
करने
का
प्रयास
करना
चाहिए।
18.
हम
उस
ताकत
को
प्राप्त
करेंगे,
जो
हमें
अहंकार
से
बचाए।
नम्रता
सिखाए।
यहां
पर
हमारी
कितनी
ही
संख्या
क्यों
न
हो,
हमें
आपके
बिना
आगे
नहीं
बढ़ना
है।
19.
2022
में
जब
देश
के
75
साल
पूरे
हों
तो
हिंदुस्तान
में
कोई
परिवार
ऐसा
न
हो,
जिसके
पास
रहने
के
लिए
घर
न
हो।
ऐसा
घर
जिसमें
नल,
पानी,
बिजली,
शौचालय
हो।
केंद्र
और
राज्य
को
मिलकर
इसके
लिए
कार्यक्रम
बनाना
होगा।
20.
2022
तक
हर
किसी
को
घर
देने
का
सपना।