
जामुन के सेवन से डायबिटीज और कैंसर जैसी बीमारियों से बचाव, जानिए सेहत को होने वाले 10 फायदे
नई दिल्ली, 22 जून : ब्लैकबेरी (blackberry) यानी जामुन की खेती से किसानों को लाखों रुपये की आमदनी हो सकती है। जामुन को ब्लैक पल्प, राजमन और जमाली नाम से भी जाना जाता है। जामुन की खेती के बारे में जानने के बाद वनइंडिया हिंदी के इस आलेख में पढ़िए जामुन खाने से सेहत को होने वाले लाभ। जामुन से बने उत्पाद के सेवन से डायबिटीज रोगियों को फायदा मिलता है। इसके अलावा पाचन तंत्र के लिए भी जामुन लाभदायक है। कुछ मामलों में जामुन को कैंसर के खिलाफ कारगर भी बताया गया है। दांतों में परेशानी होने पर भी जामुन का सेवन लाभदायक है।

दुनियाभर में जामुन की खेती, पोषक तत्वों से भरपूर
ब्लैक प्लम का वैज्ञानिक नाम Syzygium cumini है। माना जाता है कि कम कैलोरी वाला जामुन मूल रूप से भारत, श्रीलंका, म्यांमार और अंडमान द्वीपों में पैदा होता था। हालांकि, अब घरेलू और व्यावसायिक उद्देश्यों के लिए दुनिया भर में जामुन की खेती की जाती है। ब्लैक प्लम में विभिन्न प्रकार के विटामिन, मिनरल्स और पोषक तत्व पाए जाते हैं। ब्लैक प्लम के सेवन से कोलेस्ट्रॉल कम करने में मदद मिलती है। इम्युनिटी बेहतर करने में भी जामुन कारगर है।

ब्लड प्रेशर कंट्रोल करता है जामुन
कैंसर के जोखिम को कम करने में भी जामुन काफी फायदेमंद है। जामुन रक्तचाप यानी ब्लड प्रेशर कंट्रोल करने में भी मदद करता है। हड्डियों के स्वास्थ्य में सुधार करने में भी जामुन कारगर है। पॉपुलर फायदों में जामुन का सेवन मधुमेह को रोकता है। त्वचा की सेहत भी जामुन के सेवन से सुधरती है। जामुन आंखों के लिए भी फायदेमंद है।

जीरो कोलेस्ट्रॉल जामुन
जामुन में बहुत सारे विटामिन, खनिज और अन्य घटक होते हैं। जामुन में विटामिन सी, ओमेगा 3 फैटी एसिड, डायटरी फाइबर, सोडियम और पोटैशियम के अलावा प्रचूर पोषक तत्व पाए जाते हैं। ब्लैक प्लम कैल्शियम, मैग्नीशियम, आयरन, प्रोटीन, जिंक और कॉपर जैसे मिनरल्स भी होते हैं। ब्लैक प्लम का जीरो कोलेस्ट्रॉल होना इसे और भी खास बनाता है।

जामुन खाने से मत घबराएं मधुमेह रोगी
मधुमेह के जोखिम को रोकने में मदद करने वाला जामुन शरीर में इंसुलिन उत्पादन को बढ़ावा देने में मदद करता है। ब्लैक प्लम में फाइबर होने के अलावा इसका ग्लाइसेमिक इंडेक्स बहुत कम होता है। यानी जामुन खाने से हमारा शुगर लेवल प्रभावित नहीं होता। ऐसे में डायबिटीज पीड़ित लोग बिना किसी डर के जामुन का सेवन कर सकते हैं।

रक्त प्रवाह बढ़ाता है जामुन
जामुन में विटामिन बी फैमिली के पोषक तत्व होते हैं। आयरन और पोटेशियम की भरपूर मात्रा के कारण जामुन हमारे शरीर में रक्त परिसंचरण को बढ़ाने में मदद करता है। ब्लड सर्कुलेशन बेहतर होने पर शरीर की कोशिकाओं को पर्याप्त ऑक्सीजन और पोषण मिलता है।

हार्ट के हेल्थ में फायदेमंद जामुन
जामुन में भरपूर फाइबर होने के कारण हृदय की सेहत के लिए बहुत अच्छा माना जाता है। शरीर के बैड कोलेस्ट्रॉल को कम करने और गुड कोलेस्ट्रॉल बढ़ाने में जामुन का सेवन बहुत फायदेमंद होता है। लो डेन्सिटी लिपोप्रोटीन या बैड कोलेस्ट्रॉल ही दिल का दौरा, पड़ने का मुख्य कारण है।

घाव भरने में मदद मिलती है
विभिन्न अध्ययनों से यह साबित हो चुका है कि ब्लैक प्लम हमारे शरीर में उपचार प्रक्रिया को बढ़ावा देने के लिए बहुत अच्छा है, क्योंकि उसके एंटीफंगल और एंटीबायोटिक गुणों के कारण कट और घावों की तेजी से वसूली होती है। ब्लैक प्लम का सेवन न केवल घाव भरने में मदद करता है, बल्कि ऊतक के पुनर्जनन में भी मदद करता है।

जामुन रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाता है
ब्लैक प्लम में एंटीफंगल और एंटीबायोटिक गुण भी होते हैं। विटामिन सी से भरपूर जामुन हमारी रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाता है। विभिन्न फंगल और जीवाणु रोगों से बचाने में भी जामुन काफी मददगार है। बता दें कि विटामिन सी हमारे शरीर में श्वेत रक्त कोशिकाओं के उत्पादन को बढ़ावा देने में मदद करता है। व्हाइट ब्लड सेल हमारे शरीर को बैक्टीरिया और वायरस जैसे विदेशी आक्रमणकारियों से बचाते हैं।

कोलन कैंसर के खतरे कम होते हैं
जामुन में प्रचूर मात्रा में डाइटरी फाइबर (dietary fiber) होता है। इससे पाचन तंत्र मजबूत बनता है। पाचन संबंधी समस्याएं जैसे कब्ज, गैस, ऐंठन, दस्त और सूजन रोकने में भी जामुन फायदेमंद है। ब्लैक प्लम में मौजूद फाइबर के कारण शौच अच्छे से होता है। विटामिन सी की मदद से विभिन्न प्रकार के कैंसर जैसे कोलन कैंसर के खतरे कम होते हैं।

ब्रेन फंक्शन में सुधार
आयरन से भरपूर जामुन दिमाग के लिए बहुत फायदेमंद होता है। आयरन हीमोग्लोबिन बनने की प्रक्रिया में सुधार करने में भी मदद करता है। कई अध्ययनों में दावा किया गया है कि नियमित रूप से ब्लैक प्लम का सेवन अल्जाइमर रोग और मनोभ्रंश के जोखिम को कम कर सकता है।

जामुन से हड्डी को मजबूती
ब्लैक प्लम में कैल्शियम, फास्फोरस, मैंगनीज और मैग्नीशियम जैसे मिनरल्स प्रचूर मात्रा में पाए जाते हैं। ऐसे में जामुन का सेवन हड्डियों की सेहत और हमारी हड्डियों को मजबूत और स्वस्थ रखने में मददगार होता है। बता दें कि कैल्शियम और फास्फोरस हमारी हड्डियों की मजबूती के लिहाज से अहम हैं। जामुन से हड्डियों के घनत्व में भी सुधार होता है। यह साबित हो चुका है कि नियमित रूप से जामुन का सेवन हड्डियों को मजबूत रख सकता है। जामुन से ऑस्टियोपोरोसिस का खतरा कम होता है।

एनीमिया से बचाव में जामुन से मदद
शरीर में आयरन की कमी से होने वाली बीमारी को एनीमिया कहा जाता है। जामुन में आयरन की प्रचूर मात्रा होती है। नियमित जामुन का सेवन एनीमिया रोग और एनीमिया के लक्षण जैसे थकान, कमजोरी को रोकने में मदद करता है। सिरदर्द, चक्कर आना, अनियमित दिल की धड़कन जैसी परेशानी से निजात पाने में भी जामुन मदद करता है।

जामुन से त्वचा की सेहत में सुधार
एंटीऑक्सीडेंट और एंटीबैक्टीरियल गुण वाले फल जामुन के सेवन से हमारी त्वचा की सेहत अच्छी रहती है। त्वचा संबंधी रोगों जैसे- झुर्रियाँ, काले धब्बे, उम्र बढ़ने के संकेत जैसी परेशानियों से जामुन निजात दिलाता है। जामुन के एंटीबैक्टीरियल गुण के कारण त्वचा वायरस और बैक्टीरिया से बची रहती है।