देखें: अखिलेश भइया की खातिर खौलते दूध से नहाया 'भक्त', गर्म तेल में छानी पूडि़यां!
लखनऊ। कोई अंगारों पर चलता है और सोचता है कि दुनियाभर का पुण्य उनके खाते में जमा हो रहा है। कोई खौलते दूध से नहाता है और समझता है कि उसने अपने किसी की खुशी जिंदगी भर के लिए रिजर्व करा ली। और तो और इसे बहादुरी बताकर इसका लाइव टेलीकॉस्ट बिना टिकट के दिखाया जाता है। ये बहादूरी है, बेवकूफी है या फिर अंधविश्वास के नाम पर खेला गया गंदा खेल, आप तय कीजिए। अंधविश्वास आज एक ऐसी समस्या है जिसका समाधान कोसो दूर है और जहां विश्वास टूट कर बिखरता है वहीं अंधविश्वास मजबूती से खड़ा होता है। VIDEO: संगीत सेरेमनी में डिंपल यादव का चिटियां कलाईयां डांस
बिखरते विश्वास के सामने खड़ा होते अंधविश्वास का एक नया मामला वाराणसी में देखने को मिला है। यहां के चोलापुर में एक समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ता ने खौलते दूध से स्नान किया। उसने ऐसा इसलिए किया क्योंकि सपा सरकार के चार साल पूरे हो गए थे और उसने मन्नत मांगी थी। जानकारी के मुताबिक मन्नू भगत नाम के सपा कार्यकर्ता ने ढोल-नगाड़े के बीच पहले खौलते दूध से स्नान किया और फिर शरीर पर खौलता खीर मला। क्रिकेट के मैदान पर मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने आजमाया हाथ
खौलते तेल में हाथ से तली पूड़ी
खौलते दूध से स्नान करने के बाद मन्नू भगत ने खौलते तेल में हाथ से पूड़ी छानी। जानकारी के मुताबिक कढ़ाई में छन रही पूडि़यों को मन्नू भगत ने हाथ से निकाला। सबसे शर्मनाक बात ये थी कि लोग अंधविश्वास के इस घटिया नजारे को भक्ति भाव से देख रहे थे और जयकारा लगा रहे थे।
देवी देवताओं के साथ लगी थी अखिलेश यादव की तस्वीर
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक सपा कार्यकर्ता चंद्रजीत यादव ने सपा सरकार के चार साल पूरे होने पर कराह पूजन का आयोजन किया था। पूजा वाले स्थान पर उन्होंने चंद्रजीत यादव ने देवी-देवताओं के चित्र के साथ मुख्यमंत्री अखिलेश यादव की तस्वीर भी लगा रखी थी।
मन्नू भगत का है बहुत सम्मान
वाराणसी के चौबेपुर के बलुआ गांव के रहने वाले मन्नू भगत का पूरे इलाके में काफी नाम है। कराह पूजन में दूर-दूर से उन्हें बुलावा आता है। मन्नू भगत के रूतबे का अंदाजा आप इसी बात से लगा सकते हैं कि उनके सामने आते ही गांव के लोग उनके पैरों में पड़ जाते हैं।
क्या
थी
मन्न्त
सपा
कार्यकर्ता
चंद्रजीत
ने
वर्ष-2012
में
पार्टी
के
सत्ता
में
आने
की
मन्नत
मांगी
थी।
पार्टी
की
सरकार
बनने
के
बाद
हर
साल
वह
कराह
पूजन
आयोजित
कराते
हैं।
मुर्दहां
में
उनके
घर
के
सामने
होने
वाले
पूजन
का
लोग
बेसब्री
से
इंतजार
करते
है।