चोरी के आरोप में युवक को पीटा, जाति पूछी और फिर जान से मारा
लखीमपुर खीरी: आजादी के 69 साल बाद भी जातिवाद की जड़ें देश में किस कदर कायम हैं, इसका ताजा नमूना यूपी में उस वक्त देखने को मिला, जब चोरी के आरोप में पकड़े गए 22 साल के एक युवक को पीट-पीटकर महज इसलिए जान से मार दिया गया क्योंकि उसकी जाति पूछने पर उसने खुद को दलित बताया।
इंडियन एक्सप्रेस की खबर के मुताबिक यूपी के लखीमपुर खीरी में मंगलवार को यह घटना घटी। दर्ज एफआईआर के मुताबिक अवनीश नाम के युवक को एक दुकान से घड़ी चुराने के आरोप में दुकानदार ने पकड़ लिया।
दलित बताते ही सिर पर मारा डंडा
पहले दुकानदार और उसके साथियों ने युवक को गालियां दी और उसके बाद उसे पीटने लगे। इसी बीच दुकानदार ने युवक से उसकी जाति पूछी। युवक ने जब बताया कि वो दलित जाति से है तो दुकानदार ने उसे बुरी तरह पीटना शुरू कर दिया और उसके सिर पर डंडे से वार किया, जिससे उसकी मौत हो गई। अवनीश के पड़ोसी और शिकायतकर्ता 14 वर्षीय प्रसून ने बताया कि उसने अवनीश को बचाने की बहुत कोशिश की, लेकिन उसे बचा नहीं सका।
मुख्य आरोपी गिरफ्तार
बुधवार को पुलिस ने मुख्य आरोपी दुकानदार पुष्पेंद्र सिंह और दूसरे आरोपी संजीव वर्मा को गिरफ्तार कर लिया। पुलिस के मुताबिक अवनीश को पुष्पेंद्र की दुकान से ही घड़ी चुराने के आरोप में पकड़ा गया था। पुलिस दोनों आरोपियों को गुरुवार को कोर्ट में पेश करेगी। मामले में दो अन्य आरोपियों की पुलिस तलाश कर रही है।
आखिर क्या था मामला
मामले की जानकारी देते हुए गोला पुलिस थाने के एसएचओ अशोक पांडे ने बताया कि अवनीश घटनास्थल से करीब 40 किलोमीटर दूर स्थित मोहम्मदी में नकेडा गांव का रहने वाला था। सोमवार रात को अवनीश और प्रसून गोला गोकर्णनाथ मंदिर और भूतनाथ मेला देखने के लिए घर से निकले थे। यह मेला 20 जुलाई को शुरू हुआ था और एक महीने तक चलता है।
एसएचओ के मुताबिक, प्रसून ने पुलिस को दी शिकायत में बताया कि रात को करीब 2 बजे वो दोनों घड़ी खरीदने के लिए एक दुकान पर रुके। जब दोनों घड़ियां पसंद कर रहे थे तो अवनीश ने तीन घड़ियां अपनी जेब में रख लीं। तभी दुकानदार पुष्पेंद्र ने उसे देख लिया और गाली देने लगा। शोर सुनकर आस-पास के दुकानदार भी आ गए। हालांकि अवनीश ने कहा कि उसने घड़ियां अपनी जेब में रखी हैं क्योंकि वो इन्हें खरीदना चाहता है और इनके पैसे देने वाला था।
चार लोगों के खिलाफ गैर इरादतन हत्या का केस दर्ज
प्रसून ने आगे बताया कि तभी दुकानदार ने अवनीश से उसकी जाति पूछी, जैसे ही उसने कहा कि वो दलित है, दुकानदार ने उसे पीटना शुरू कर दिया और डंडे से उसके सिर पर प्रहार किया। प्रसून के मुताबिक उसने अवनीश को बचाने की कोशिश की, लेकिन पुष्पेंद्र उसी पीटता रहा और भाग गया। अवनीश के सिर से काफी खून बह रहा था। इसके बाद दूसरे दुकानदार अवनीश को जिला अस्पताल लेकर गए, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।
इसके बाद प्रसून ने पुलिस को शिकायत दी और एफआईआर दर्ज कराई। पुलिस ने चार लोगों के खिलाफ गैर इरादतन हत्या और एससी/एसटी एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज किया है।