बिना कैबिनेट बैठक के ही योगी आदित्यनाथ ने ले डाले ताबड़तोड़ फैसले
बिना कैबिनेट की बैठक के ही योगी आदित्यनाथ ने ले डाले ताबड़तोड़ 50 फैसले, प्रदेश के कायाकल्प के लिए उन्होंने अधिकारियों को दिए सख्त निर्देश
लखनऊ। उत्तर प्रदेश की कमान संभालने के बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने लगातार ऐसे फैसले लिए है जिसके चलते वह मीडिया की सुर्खियों में बने हुए हैं। यहां गौर करने वाली बात यह है कि प्रदेश सरकार के गठन को एक हफ्ते से अधिक का समय हो गया है लेकिन अभी तक कैबिनेट की बैठक नहीं हुई है, बावजूद इसके योगी मुख्मंत्री फैसले लेने से पीछे नहीं हट रहे हैं। योगी आदित्यनाथ ने पिछले सरकार के गठन के बाद तकरीबन 50 फैसले लिए हैं, जिसको लेकर वह चर्चा में हैं।
महिलाओं की सुरक्षा, बूचड़खानों पर पाबंदी अहम
पिछले कुछ दिनों में योगी आदित्यनाथ ने जो अहम फैसले लिए हैं उसमें अवैध बूचड़खानों पर पाबंदी और एंटी रोमियो दल का गठन अहम है। इसके अलावा बाजारों की व्यवस्था को सुधारने व महिलाओं-लड़कियों के साथ छेड़खानी जैसे मुद्दे जमीन पर लोगों को दिखने भी लगे हैं। एंटी रोमियो गठन के बाद महिलाओं के भीतर अलग विश्वास देखने को मिल रहा है, इसके लिए बकायदा अधिकारियों को जमीन पर उतारा गया है और ये अधिकारी व्यस्त बाजार में पेट्रोलिंग कर रहे हैं।
सरकारी अफसरों पर सख्त
मुख्यमंत्री ने तमाम सरकारी अधिकारियों को यह साफ निर्देश दिए हैं कि वह 10 बजे तक अपने ऑफिस पहुंच जाएं, सरकारी दफ्तरों में बायोमीट्रिक मशीन लगाई जाएगी जिससे अधिकारियों की अनुपस्थिति पर नजर रखी जा सके, यही नहीं सरकारी दफ्तरों में पान-मसाला खाने पर भी मुख्यमंत्री ने रोक लगा दी है, इसके साथ ही सरकारी दफ्तरों में प्लास्टिक के उपयोग पर भी पाबंदी लगा दी गई है। यह तमाम फैसले आम लोगों के लिए बड़ी राहत के तौर पर देखे जा रहे हैं।
सड़कों को बेहतर बनाने का निर्देश
प्रदेश की खस्ता हाल सड़कों को बेहतर करने के लिए योगी आदित्यनाथ ने प्रदेशभर की सड़कों के गड्ढों को 15 जून तक भरने का निर्देश दिया, इसके साथ ही महिलाओं की सुरक्षा के लिए एंटी रोमियो दल का गठन, सरकारी दफ्तरों में पान मसाला व प्लास्टिक पर प्रतिबंध लगाया। सरकार के कामकाम को बेहतर बनाने के लिए उन्होंने लोगों की समस्याओं का निस्तारण तय समयसीमा के भीतर करने व तमाम विभागों को हर महीने अपने कार्यों का लेखा-जोखा देने का निर्देश दिया है।
सरकार की छवि को बेहतर करने की कोशिश
यूपी में चुनाव प्रचार के दौरान अमित शाह ने हर रैली में बूचड़खानों पर प्रतिबंध लगाने की बात कही थी और सरकार में आते ही योगी आदित्यनाथ ने सभी अवैध बूचड़खानों पर प्रतिबंध लगा दिया, इसके साथ ही उन्होंने सरकारी फाइलों को घर ले जाने पर रोक लगा दी। नेताओं की सुरक्षा में भारी भरकम खर्च पर भी उन्होंने रिव्यू करने का निर्देश दिया। लोगों के बीच सरकारी अधिकारियों और मंत्रियों की छवि को बेहतर करने के लिए सभी मंत्रियों और अधिकारियों से उनकी संपत्ति का ब्योरा देने का निर्देश दिया। वहीं लंबे समय से बंद पड़ी को-ऑपरेटिव सोसाइटी को फिर से शुरु करने का उन्होंने निर्देश दिया।
गोरखपुर में भी चलेगी मेट्रो
सरकारी स्कूलों में शिक्षकों की छवि को बदलने के लिए योगी आदित्यनाथ ने स्कूल टीचर को स्कूल में टी-शर्ट पहनकर आने पर पाबंदी लगा दी, इसके साथ ही उन्होंने स्कूल में बिना जरूरत मोबाइल फोन का इस्तेमाल करने पर भी रोक लगाई है। सभी सरकारी विभाग में बायोमीट्रिक मशीन व सीसीटीवी कैमरे लगाए जाने का भी निर्देश दिया गया। लेकिन इन सबसे इतर उन्होंने इलाहाबाद, मेरठ, आगरा, गोरखपुर और झांसी में मेट्रो ट्रेन के संचालन की भी घोषणा की है। मुख्यमंत्री ने इसके साथ ही मानसरोवर यात्रियों को 50000 रुपए से एक लाख रुपए तक के अनुदान देने की भी बात कही है। उन्होंने पुलिस को निर्देश दिया है कि हर पुलिस स्टेशन पर स्वच्छ पीने के पानी की व्यवस्था की जाए, इसके अलावा पुलिस स्टेशन के भीत आदर्श नागरिक चार्टर को बनाया जाए।