यूपी में बदलेगी सिपाही भर्ती की प्रक्रिया, डीजीपी ने दिए संकेत
उत्तर प्रदेश में सिपाही भर्ती की प्रक्रिया को बदलने के लिए योगी आदित्यनाथ कर रही है तैयारी, जल्द हो सकता है फैसला
लखनऊ। उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के एक और बड़े फैसले को बदलने की योजना बना रही है। प्रदेश में सिपाहियों की भर्ती के लिए अखिलेश यादव ने प्रक्रिया में बदलाव किया था, लेकिन योगी सरकार इस फैसले को बदलने की तैयारी कर रही है, अब सिपाहियों की सिर्फ शारीरिक दक्षता के आधार पर नहीं बल्कि उन्हें लिखित परीक्षा के आधार पर भर्ती किया जाएगा।
प्रदेश के नए डीजीपी सुलखान सिंह ने इस बात के संकेत देते हुए कहा कि शासन सिपाही भर्ती के नियमों में बदलाव करने की तैयारी कर रहा है। मौजूदा समय में यह मामला हाई कोर्ट में हैं, ऐसे में इस मामले की सुनवाई पूरी होते ही इसपर फैसला लिया जाएगा। गौरतलब है कि प्रदेश में अखिलेश यादव के कार्यकाल में 35 हजार सिपाहियों की भर्ती की प्रक्रिया शुरु हुई थी, लेकिन आखिरी समय में मुख्यमंत्री ने इसके नियमों में बदलाव किया था।
अखिलेश यादव ने लिखित परीक्षा को खत्म करते हुए सिर्फ हाई स्कूल और इंटर के अंक के आधार पर मेरिट बनाने को कहा, इसके बाद मेरिट के आधार पर चुने गए लोगों की शारीरिक परीक्षा लेने को कहा गया था। यूपी चुनाव के दौरान के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने तकरीबन हर चुनावी रैली में अपने इस फैसले का जिक्र करते हुए कहा था कि हमने सिपाहियों की भर्ती प्रक्रिया को आसान बना दिया है अब हाई स्कूल और इंटर की मार्कशीट लेकर आना और दौड़कर दिखा देना नौकरी मिल जाएगी।
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भी
पढ़ें-
यूपी
के
अधिकारी
नहीं
मान
रहे
हैं
अपने
मुख्यमंत्री
का
आदेश
लेकिन
अखिलेश
यादव
के
इस
फैसले
को
कुछ
उम्मीदवारों
ने
कोर्ट
में
चुनौती
दी,
जिसपर
कोर्ट
अपना
फैसला
देगी,
कोर्ट
ने
इस
मामले
में
अपना
फैसला
सुरक्षित
रख
लिया
है।
जानकारी
के
अनुसार
पुलिस
भर्ती
बोर्ड
के
अधिकारियों
ने
डीजीपी
को
इस
मामले
में
अवगत
करा
दिया
है,
जिसके
बाद
सुलखान
सिंह
ने
इस
बात
के
संकेत
दिए
हैं
कि
अब
एक
बार
फिर
से
सिपाहियों
की
भर्ती
लिखित
परीक्षा
के
आधार
पर
की
जाएगी
और
इस
प्रक्रिया
को
और
भी
पारदर्शी
बनाया
जाएगा।