गोमती रिवर फ्रंट: योगी आदित्यनाथ ने अधिकारियों को दिए आदेश, 'एक भी नाला नदी में न गिरे'
योगी आदित्यनाथ ने गोमती रिवर फ्रंट प्रोजेक्ट पर हुए खर्च का ब्योरा मांगा और जांच की। आपको बता दें कि इस प्रोजेक्ट का लोकार्पण उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने किया था।
लखनऊ। सोमवार सोमवार सुबह करीब 11.15 पर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ गोमती रिवर फ्रंट पहुंचे। उनके साथ रीता बहुगुणा जोशी और दिनेश शर्मा भी मौजूद थे। इनके अलावा वहां पर गोमती रिवर फ्रंट प्रोजेक्ट से जुड़े अधिकारी भी मौजूद थे। वहां पर योगी आदित्यनाथ ने गोमती रिवर फ्रंट प्रोजेक्ट पर हुए खर्च का ब्योरा मांगा। योगी आदित्यनाथ के इस निरीक्षण का मुख्य उद्देश्य इस प्रोजेक्ट की सारी जानकारी लेनी थी और यह सुनिश्चित करना था कि किसी भी तरह का भ्रष्टाचार इस प्रोजेक्ट में न हो।
गोमती रिवर फ्रंट पर योगी आदित्यनाथ से करीब 40 मिनट तक अधिकारियों से बात की। उन्होंने वहां नदी में गिर रहे नाले पर सवाल उठाते हुए कहा कि आखिर यह नाला गोमती नदी में क्यों गिर रहा है। उन्होंने अधिकारियों को आदेश दिए कि यह सुनिश्चित किया जाए कि एक भी गंदा नाला गोमती नदी में ना गिरे।
आपको बता दें कि इस प्रोजेक्ट का लोकार्पण 16 नवंबर 2016 को उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने किया था। इस स्टेडियम का नाम मशहूर टेनिस खिलाड़ी गौस मोहम्मद के नाम पर है। इस प्रोजेक्ट के तहत नदी किनारे फुटबॉल और क्रिकेट स्टेडियम बना है। साथ ही, जॉगिंग और साइकिल ट्रैक भी बनाए गए हैं। इसके अलावा यहां फब्बारे भी लगे हैं। गोमती नदी के दोनों किनारों का सौंदर्यीकरण किया गया है। नदी किनारे योग स्थल, विवाह भवन, ओपन थियेटर और बच्चों के खेलने के लिए पार्क भी बनाया गया है। इस प्रोजेक्ट की कुल लागत करीब 1400 करोड़ रुपए है, जिसमें से लगभग 900 करोड़ रुपए खर्च हो चुके हैं। ये भी पढ़ें- इलाहाबाद: भड़के डिप्टी CM केशव बोले सस्पेंशन नहीं जेल भेजे जाएंगे अफसर