योगी सरकार का बड़ा फैसला, 100 बाहुबलियों की जेल में किया गया बदलाव
योगी सरकार ने अपराध के लोकल नेटवर्क को खत्म करने के लिए बाहुबलियों को उनके करीबी जिले की जेल से दूर के किसी जेल में भेजने का फैसला लिया है।
नई दिल्ली। उत्तर प्रदेश में योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में सरकार बनने के बाद से लगातार कार्रवाई का दौर जारी है। खास तौर से प्रदेश में कानून व्यवस्था कायम रखने के लिए कई जरूरी कदम उठाए जा रहे हैं। इसी कड़ी में योगी सरकार ने अहम फैसला लेते हुए प्रदेश के 100 बाहुबलियों या अपराधियों की जेलों में बदलाव किया है।
कानून व्यवस्था को लेकर योगी सरकार का बड़ा कदम
योगी सरकार ने अपराध के लोकल नेटवर्क को खत्म करने के लिए बाहुबलियों को उनके करीबी जिले की जेल से दूर के किसी जेल में भेजने का फैसला लिया है। योगी आदित्यनाथ की सरकार के इस फैसले का असर जिन पर होगा उनमें मुख्य रुप से मुख्तार अंसारी, मुन्ना बजरंगी, अतीक अहमद, शेखर तिवारी, मौलाना अनवरुल हक, मुकीम उर्फ काला, उदयभान सिंह उर्फ डॉक्टर, टीटू उर्फ किरणपाल, रॉकी उर्फ काकी और आलम सिंह शामिल हैं।
अपराध पर लगाम के लिए योगी सरकार का मास्टर प्लान
पूरे मामले को लेकर एडीजी (जेल) जीएल मीना ने बताया कि जेल में रहते हुए भी इन अपराधियों से जुड़े गैंग वारदात को अंजाम देते रहते थे, क्षेत्र में हत्या, अपहरण, डकैती और वसूली के मामले सामने आने से खौफ का माहौल कायम था। उन्होंने बताया कि पूरे प्रदेश में करीब 100 अपराधी ऐसे हैं जिन्हें दूसरी जेलों में शिफ्ट किया गया है।
मुख्तार अंसारी को लखनऊ जेल से भेजा गया बांदा जेल
इसके अलावा जो अपराधी मेंटल अस्पताल में हैं उनकी भी जांच करके बौद्धिक तौर पर दुरुस्त होने पर उन्हें जेल की सजा पूरी करने के लिए जेल में शिफ्ट किया जा रहा है। जेल प्रबंधन ने इस संदर्भ में वाराणसी, आगरा और बरेली के मानसिक अस्पतालों को इस संदर्भ में पत्र भेज कर वहां मौजूद अपराधियों की स्वास्थ्य स्थिति की जानकारी मुहैया करना के लिए कहा गया है। अभी तक में ऐसे 18 कैदियों की पहचान हो चुकी है, साथ ही इनके खिलाफ गिरफ्तारी वॉरंट जारी करने की प्रक्रिया भी शुरू की जा चुकी है।
अपराधियों का नेटवर्क ध्वस्त करने की कोशिश
ऐसे मामले कई बार सामने आए हैं जब जेल में अचानक छापेमारी की जाए तो वहां मोबाइल फोन और सिम कार्ड मिलते हैं। इनके जरिए अपराधी अपनी गैंग से जुड़कर अपराध को अंजाम देते हैं। एडीजी (जेल) जीएल मीना ने बताया कि अब इस तंत्र को तोड़ने के लिए ये अपराधियों को दूसरे जेलों में भेजा जा रहा है। जिससे पूरे तंत्र को ध्वस्त किया जा सके।
सीएम योगी ने पुलिस अधिकारियों को दिए थे खास निर्देश
बता दें कि 30 मार्च को कानून-व्यवस्था की स्थिति को लेकर यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ के साथ हुई बैठक में कई मुद्दों पर चर्चा हुई। इसी में सीएम योगी आदित्यनाथ ने ठोस कार्रवाई की बात कही थी। जिसके बाद मुख्तार अंसारी को लखनऊ जेल से बांदा जेल भेज दिया गया, अतीक अहमद को नैनी सेंट्रल जेल से देवरिया जेल भेजा गया, मुन्ना बजरंगी को झांसी जेल से पीलीभीत जेल और शेखर तिवारी को बाराबंकी से महाराजगंज जेल भेजा गया।
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